एस्ट्रोसेज एआई के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको सूर्य का मिथुन राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर किस प्रकार पड़ेगा इस बारे में भी बताएंगे। बता दें कुछ राशियों को सूर्य के गोचर से बहुत अधिक लाभ होगा, तो वहीं कुछ राशि वालों को इस अवधि बहुत ही सावधानी से आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी क्योंकि उन्हें कुछ उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, इस ब्लॉग में सूर्य ग्रह को मजबूत करने के आसान व शानदार उपायों के बारे में भी चर्चा करें और देश-दुनिया व शेयर मार्केट पर भी इसके प्रभाव के बारे में चर्चा करेंगे।

सूर्य 15 जून 2025 को मिथुन राशि में गोचर करेंगे। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं इस गोचर के बारे में सब विस्तार से।
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सूर्य का मिथुन राशि में गोचर: समय व तिथि
आत्मा, पिता और मान-सम्मान का कारक ग्रह सूर्य 15 जून को मिथुन राशि में गोचर करेंगे। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य और बुध को मित्र ग्रह माना जाता है। ऐसे में सूर्य का मिथुन राशि में गोचर अनुकूल साबित होगा। आइए अब आगे देखते हैं कि सूर्य के इस गोचर का प्रभाव दुनिया के हालात, एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री और निवेश के बाजार पर किस प्रकार से पड़ेगा।
मिथुन राशि में सूर्य: विशेषताएं
जिस जातक की कुंडली में मिथुन राशि में सूर्य होता है तो इसकी सोचने-समझने की क्षमता तेज हो जाती है और वह बहुत जिज्ञासु बनता है। मिथुन राशि के स्वामी बुध होते हैं, जो बुद्धिमत्ता, संवाद और तर्क का ग्रह है। इसलिए इस समय व्यक्ति की बातचीत की शैली प्रभावशाली हो जाती है। ऐसे लोग एक जगह टिककर काम करने की बाजय नई-नई चीज़ें जानने और करने में रुचि रखते हैं। इनका मन बहुत चंचल होता और हर समय कुछ नया सोचते रहते हैं। ये लोग सामाजिक होते हैं और बातों से दूसरों को आसानी से प्रभावित कर लेते हैं। इनका सेंस ऑफ ह्यूमर अच्छा होता है और ये माहौल को हल्का-फुल्का बनाए रखने में माहिर होते हैं।
सूर्य का मिथुन राशि में होना यह भी दर्शाता है कि व्यक्ति बहुत जल्दी हालात के अनुसार खुद को ढाल सकता है। कुल मिलाकर इस योग के प्रभाव से व्यक्ति बुद्धिमान, मिलनसार, तेज दिमाग वाला और बहुत प्रतिभाशाली बनता है।
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मिथुन राशि में सूर्य, बुध और बृहस्पति की युति
जब सूर्य, बुध और बृहस्पति एक साथ मिथुन राशि में युति करते हैं, तो इसे बहुत ही शुभ योग माना जाता है। ये तीनों ग्रह मिलकर व्यक्ति को बुद्धिमान, समझदार, भाग्यशाली और प्रभावशाली बनाते हैं। बुध बुद्धि और संवाद के कारक हैं। बृहस्पति ज्ञान, विस्तार और शुभ अवसरों का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि सूर्य नेतृत्व, आत्मविश्वास और प्रतिष्ठा का प्रतीक होता है।
इस युति के प्रभाव से व्यक्ति की सोचने-समझने की क्षमता बहुत तेज़ होती है और वह अपनी बात को बड़े प्रभावशाली तरीके से दूसरों तक पहुंचा सकता है। इस योग वाले लोग अक्सर शिक्षा, लेखन, पत्रकारिता, कला, वाणी से जुड़े कार्यों या नेतृत्व की भूमिकाओं में सफलता प्राप्त करते हैं। साथ ही, उनका सामाजिक और आर्थिक जीवन भी आरामदायक और प्रतिष्ठापूर्ण रहता है।
यदि यह युति जन्म कुंडली में अच्छे भाव और शुभ दृष्टियों में हो तो, व्यक्ति को समाज में मान-सम्मान, प्रसिद्धि और आर्थिक समृद्धि मिलती है। कुल मिलाकर सूर्य, बुध और बृहस्पति की यह युति जीवन में सफलता, बुद्धिमत्ता और भाग्य के द्वार खोलने वाली होती है।
सूर्य का मिथुन राशि में गोचर: विश्वव्यापी प्रभाव
राजनीति और सरकार
- भारतीय सरकार के प्रवक्ता और अन्य बड़े नेता बहुत चतुराई से बोलते हुए नजर आएंगे।
- राजनीति में कई नए चेहरे आगे आएंगे और अपनी जिम्मेदारियां सक्रिय रूप से निभाना शुरू करेंगे।
- सरकार कई जटिल मुद्दों को समझदारी और बुद्धिमानी से संभालने में सफल रहेगी।
मीडिया और पत्रकारिता
- मीडिया, पत्रकारिता, शिक्षण, वित्त, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में भारत समेत दुनियाभर में तेजी देखी जाएगी।
- भारत और अन्य देशों में ट्रैवल और टूरिज्म इंडस्ट्री में अचानक उछाल आएगा और पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
- ट्रांसलेटर, पब्लिक स्पीकर्स और मोटिवेशनल स्पीकर्स को इस गोचर से विशेष लाभ मिलेगा।
- मार्केटिंग जैसे संचार और बौद्धिक अभिव्यक्ति पर आधारित क्षेत्रों में भी अच्छी प्रगति देखने को मिलेगी।
सूर्य का मिथुन राशि में गोचर: शेयर बाजार रिपोर्ट
- सूर्य के मिथुन राशि में गोचर के बाद शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव वाली स्थिति बन सकती है यानी बाजार थोड़े समय के लिए अस्थिर या मंदी वाला रह सकता है।
- इस गोचर के बाद तंबाकू, गैस और रबर इंडस्ट्रीज़ में उछाल देखा जा सकता है।
- वनस्पति तेल से जुड़ी खाद्य इंडस्ट्री में भी तेजी आ सकती है।
- लंबे समय के बाद बैंकिंग सेक्टर और फाइनेंस कंपनियों में गति और विकास की स्थिति बन सकती है।
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सूर्य का मिथुन राशि में गोचर: नई फिल्में कैसा करेगी प्रदर्शन
फिल्म का नाम | स्टार कास्ट | रिलीज़ की तारीख |
सितारे ज़मीन पर | राहुल कोहली, आमिर खान | 20 जून, 2025 |
फर्स्ट कॉपी | मियांग चांग, मुन्नवर फारुकी | जून 2025 |
मां | काजोल, खीरिन शर्मा | 27 जून 2025 |
जून 2025 में ग्रहों की चाल और जिन सितारों की कुंडली में इन फिल्मों से जुड़ी है, उसके अनुसार ‘सितारे जमीन पर’ और ‘मां’ बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन कर सकती है और दर्शकों के दिलों को छू सकती हैं। वहीं दूसरी ओर फिल्म ‘फर्स्ट कॉपी’ की कुंडली थोड़ी कमजोर दिख रही है, जिससे यह दर्शकों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकती और बॉक्स ऑफिस पर फीकी पड़ सकती है।
मिथुन राशि में सूर्य का गोचर: इन राशियों को होगा लाभ
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य पांचवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके तीसरे भाव में गोचर करेंगे। इस दौरान आपको छोटी दूरी की यात्राएं अधिक करनी पड़ सकती है। आपके अंदर साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। सरकारी नौकरी या प्रशासनिक क्षेत्रों से जुड़े लोगों के लिए यह समय बहुत शुभ साबित होगा। आपकी नेतृत्व क्षमता और निर्णय लेने की योग्यता में सुधार आएगा। आर्थिक दृष्टिकोण से यह समय लाभदायक रहेगा और आप शेयर बाज़ार, म्यूचुअल फंड जैसी जगहों पर निवेश करके लाभ कमा सकते हैं। हालांकि, भाई-बहनों से टकराव की संभावना है, इसलिए रिश्तों में संतुलन बनाए रखें।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य आपके पहले भाव के स्वामी हैं और सूर्य का गोचर आपके ग्यारहवें भाव में होगा। सूर्य का ग्यारहवें भाव में गोचर बहुत शुभ माना जाएगा और यह आपके लिए कई अच्छे परिणाम लेकर आएगा। इस दौरान आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी और प्रमोशन के योग भी बनेंगे। ग्यारहवां भाव सामाजिक संपर्कों और लाभ का भाव है। इस समय आप प्रभावशाली और उच्च पदस्थ लोगों से मिलेंगे, जिससे आपको लाभ होगा।
विदेश यात्रा के योग भी बन सकते हैं और आपकी मनोकामनाएं पूर्ण होगी। पारिवारिक और प्रेम संबंधों में बदलाव संभव है, लेकिन यह बदलाव सकारात्मक होगा और आपसी समझ भी बढ़ेगी। पिता या दादा से पैतृक संपत्ति या कोई आर्थिक लाभ मिलने के भी योग बनेंगे।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य बारहवें भाव के स्वामी हैं और सूर्य का गोचर दसवें भाव में होगा। यह गोचर आपके लिए करियर और विदेश से जुड़े मामलों में सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा। इस दौरान आपको विदेश में नौकरी करने का अवसर प्राप्त होगा। यदि आपकी कुंडली में महादशा भी अनुकूल हो, तो विदेश जाकर बसने या काम करने के योग बन सकते हैं। जो लोग विदेशी संपर्कों या इंटरनेशनल बिज़नेस से जुड़े हैं, उन्हें इस समय अच्छा लाभ मिल सकता है।
कार्यस्थल पर आपको नई जिम्मेदारियां और भूमिकाएं मिल सकती हैं, जो आपके लीडरशिप स्किल्स को उजागर करेंगी और करियर में उन्नति का मार्ग खोलेगी। आर्थिक रूप से स्थिति संतुलन रहेगी। भले ही खर्च बढ़े लेकिन आमदनी भी बनी रहेगी, जिससे कोई बड़ी आर्थिक परेशानी नहीं होगी।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए सूर्य सातवें भाव के स्वामी हैं और सूर्य का गोचर आपके पांचवें भाव में होगा। सूर्य का यह गोचर आपके लिए रचनात्मकता, आत्मविश्वास और वित्तीय वृद्धि के लिहाज़ से काफी अनुकूल सिद्ध हो रहा है। यह समय उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है जो क्रिएटिव फील्ड जैसे डिज़ाइनिंग, लेखन, कला, अभिनय या मार्केटिंग में काम करते हैं।
आपके अंदर नई और चतुर आइडियाडज की कोई कमी नहीं रहेगी और आप अपने प्रोजेक्ट्स या बिजनेस में उन्हें सफलतापूर्वक लागू भी कर पाएंगे। आर्थिक रूप से भी यह समय विकास के संकेत दे रहा है। आप अपने विचारों को बहुत ही प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करें पाएंगे, जिससे लोग आपसे प्रेरित होंगे और आपकी बात सुनना चाहेंगे। यह गोचर आपके अंदर की निर्भीकता को बढ़ाएगा, जिससे आप आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ेंगे।
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सूर्य का मिथुन राशि में गोचर: इन राशियों पर रहेगा नकारात्मक प्रभाव
कर्क राशि
कर्क राशि वालों, आपके धन के भाव पर सूर्य का शासन है, जो आपके बारहवें भाव में गोचर करेंगे। बारहवें भाव में सूर्य का गोचर अनुकूल प्रतीत नहीं हो रहा है क्योंकि यह आर्थिक परेशानियां और पारिवारिक तनाव ला सकता है। इस दौरान पारिवारिक रिश्तों में तनाव की संभावना बन सकती है, क्योंकि मंगल और केतु की युति दूसरे भाव में हो रही है। इससे वाणी में कटुता आ सकती है और घर का माहौल खराब हो सकती है।
धन से जुड़ी सावधानियां इस समय बेहद जरूरी हैं। कोई भी बड़ा निवेश करने से पहले अच्छी तरह सोचें और सरकारी या कानूनी मामलों में विशेष धैर्य से काम लें। आपकी खानपान की आदतों में भी अनुशासन लाना इस समय जरूरी रहेगा क्योंकि अनियमित दिनचर्या स्वास्थ्य पर असर डाल सकती है। हालांकि यह गोचर चुनौतियां ला सकता है, लेकिन यदि आप अनुशासित, धैर्यवान और सतर्क रहेंगे तो स्थितियों को संभाल सकते हैं और सकारात्मक परिणाम भी प्राप्त कर सकते हैं।
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सूर्य का मिथुन राशि में गोचर: आसान उपाय
- रविवार को तांबा, गेहूं और गुड़ दान करें।
- रविवार को छोड़कर, हर दिन तुलसी के पौधे को जल दें।
- हर दिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
- अक्सर नारंगी और लाल रंग के कपड़े पहनें।
- हर दिन तांबे के लोटे में जल भरकर उसमें लाल गुलाब की पंखुड़ियां डालकर सूर्य को जल दें।
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