धन-वैभव के दाता शुक्र करेंगे अपनी चाल में बदलाव, इन राशियों के बनेंगे नौकरी में तरक्की के योग!

धन-वैभव के दाता शुक्र करेंगे अपनी चाल में बदलाव, इन राशियों के बनेंगे नौकरी में तरक्की के योग!

शुक्र मीन राशि में मार्गी: वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को एक महत्वपूर्ण दर्जा प्राप्त है जिन्हें प्रेम, ऐश्वर्य, भोग-विलास एवं विवाह आदि के कारक माना गया है। सरल शब्दों में कहें तो, शुक्र महाराज के आशीर्वाद से किसी व्यक्ति का प्रेम जीवन सदैव प्रेमपूर्ण, सुखी और ख़ुशहाल बना रहता है। अब शुक्र देव अप्रैल के महीने में अपनी स्थिति में परिवर्तन करने जा रहे है और ऐसे में, यह राशियों के साथ-साथ देश-दुनिया में कुछ बड़े बदलाव लेकर आ सकते है। आपको बता दें कि शुक्र ग्रह के प्रभाव से ऐसे जातक जिनकी कुंडली में शुक्र मज़बूत स्थिति में होते हैं, उनकी लव लाइफ शानदार रहती है। वहीं, जिन लोगों की कुंडली में शुक्र कमज़ोर होते है, उन्हें अपने जीवन में अनेक तरह की समस्याओं का सामना करन पड़ता है। अब इस क्रम में, शुक्र की मार्गी चाल आपकी राशि को शुभ या अशुभ किस तरह से प्रभावित करेगी? क्या जीवनसाथी के साथ रिश्ते में आएगा उतार-चढ़ाव? आदि के जवाब हम आपको यहाँ प्रदान करेंगे। 

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एस्ट्रोसेज एआई का यह ख़ास आपको “शुक्र मीन राशि में मार्गी” से जुड़ी समस्त जानकारी प्रदान करेगा जैसे कि समय, तिथि आदि। हम अपने पिछले लेखों में आपको बताते आये हैं कि ग्रहों के गोचर और इनकी चाल, दशा या स्थिति में होने वाले बदलाव संसार समेत विश्व को प्रभावित करते हैं। ऐसे में, शुक्र मार्गी होने से मानव जीवन के महत्वपूर्ण पहलू जैसे व्यापार, करियर, वैवाहिक और प्रेम जीवन आदि अछूते नहीं रहेंगे इसलिए इस लेख के माध्यम से हम आपको राशि चक्र की सभी 12 राशियों पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में पहले से अवगत करवा रहे हैं जिससे आप बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकें। इसके अलावा, हमारे अनुभवी एवं विशेषज्ञ ज्योतिषियों द्वारा शुक्र से शुभ परिणाम पाने के लिए अचूक उपाय प्रदान किए जा रहे हैं। तो आइए आगे बढ़ते हैं और सबसे पहले जानते हैं शुक्र मीन राशि में मार्गी कब और किस समय होगा। 

शुक्र मीन राशि में मार्गी: तिथि एवं समय 

प्रेम, धन-संपदा और भोग-विलासिता के कारक के नाम से विख्यात शुक्र देव का गोचर लगभग हर महीने होता है और इसी क्रम में, शुक्र ग्रह की चाल एवं स्थिति में भी समय-समय पर बदलाव होता रहता है। हालांकि, अब शुक्र महाराज 13 अप्रैल 2025 की सुबह 05 बजकर 45 मिनट पर मीन राशि में अपनी वक्री अवस्था से बाहर आते हुए मार्गी हो जाएंगे। बता दें कि गुरु देव के स्वामित्व वाली राशि मीन शुक्र महाराज की उच्च राशि है। मीन राशि में शुक्र ग्रह 28 जनवरी 2025 से उपस्थित है जो 02 मार्च को इसी राशि में वक्री हो गए थे। अब लगभग एक महीने बाद यह पुनः मार्गी होंगे। ऐसे में, शुक्र देव की युति से बनने वाले योग दोबारा मज़बूती से परिणाम देने लगेंगे। इनका प्रभाव विभिन्न राशियों पर अलग-अलग तरह से नज़र आ सकता है। 

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किसे कहते हैं ग्रह का मार्गी होना?

ग्रह की मार्गी अवस्था को समझने के लिए सबसे पहले हमें वक्री चाल के बारे में जानना होगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब कोई ग्रह अपने परिक्रमा पथ पर चलते हुए उल्टा या पीछे की तरफ चलता हुआ प्रतीत होता है, तो इस अवस्था को ग्रह का वक्री होना कहा जाता है। इसके विपरीत, कुछ समय तक वक्री रहने के बाद जब ग्रह पुनः आगे की दिशा में या सीधा चलना शुरू कर देता है, तो इसको ग्रह का मार्गी होना कहा जाता है। अक्सर ऐसा होता है कि ग्रह वक्री अवस्था में पूरी क्षमता से परिणाम नहीं दे पाते हैं, लेकिन मार्गी होने पर जातक को शुभ फल देने में सक्षम होते हैं। आइए अब नज़र डालते हैं शुक्र ग्रह के ज्योतिषीय महत्व पर। 

ज्योतिष की दृष्टि से शुक्र ग्रह 

  • शुक्र देव को स्त्री ग्रह माना जाता है और यह व्यक्ति को जीवन में हर तरह की सुख-सुविधा, ऐश्वर्य और शांतिपूर्ण प्रेम जीवन प्रदान करते हैं। 
  • ज्योतिष में शुक्र को शुभ और लाभदायक ग्रह कहा जाता है जबकि सनातन धर्म में यह शुक्राचार्य के नाम से प्रसिद्ध हैं जो असुरों के गुरु माने गए है।
  • राशि चक्र में इनको वृषभ और तुला राशि पर स्वामित्व प्राप्त हैं। वहीं, 27 नक्षत्रों में शुक्र ग्रह भरणी, पूर्वाफाल्गुनी और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्रों के अधिपति देव हैं। 
  • शुक्र महाराज के संबंध कर्म के कारक ग्रह शनि और बुद्धि के ग्रह बुध के साथ मित्रवत हैं। इसके विपरीत, सूर्य और चंद्रमा के प्रति शुक्र शत्रुता का भाव रखते हैं। 
  • ज्योतिषियों द्वारा प्रेम भाव का विश्लेषण करने के लिए सबसे पहले कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति को देखा जाता है। इसकी वजह यह है कि जातक की कुंडली में शुक्र के शुभ और बलवान होने से आपका जीवन प्रेम, रोमांस और खुशियों से पूर्ण रहता है। 
  • वहीं, ऐसे जातक जिनकी कुंडली में शुक्र ग्रह दुर्बल या कमज़ोर होते हैं, उन्हें प्रेम  एवं वैवाहिक जीवन में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। 
  • कुंडली में मज़बूत शुक्र होने से जातक सिंगिंग, एक्टिंग,  पेंटिंग, संगीत आदि में लोकप्रियता हासिल करता है। 

आइए अब जानते हैं शुक्र शुभ होने पर आपके जीवन में किस तरह के बदलाव लेकर आते हैं।

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इन संकेतों से पहचानें शुक्र का शुभ प्रभाव 

वर्तमान समय में हमारे जीवन पर किस ग्रह का आशीर्वाद है, यह पहचानना मुश्किल हो गया है। ऐसे में, अगर आप जानना चाहते हैं कि क्या शुक्र देव आप पर मेहरबान हैं या नहीं? तो आप इन संकेतों से पता कर सकते हैं।

  •  जिन लोगों पर शुक्र ग्रह का शुभ प्रभाव होता है, उनके जीवन में कभी भी भौतिक सुख-सुविधाओं का अभाव नहीं होता है।
  • कुंडली में शुक्र देव अनुकूल स्थिति में होने पर जातक महंगी और लक्ज़री वस्तुओं का शौक़ीन होता है। 
  • शुक्र बलवान होने पर जातक को नौकरी के क्षेत्र में पदोन्नति प्राप्त होती हैं। साथ ही, वह व्यापार में भी ख़ूब लाभ कमाता है।
  • ऐसे लोग जिनके ऊपर शुक्र देव मेहरबान होते हैं, उनका व्यक्तित्व बेहद आकर्षक होता है और वह काफ़ी सुंदर होते हैं। 
  • अगर आपकी कुंडली में शुक्र शुभ हैं, तो आप अपने पहनावे को लेकर बहुत सतर्क रहते हैं। 
  • शुक्र देव की अनुकूल स्थिति आपके प्रेम और वैवाहिक जीवन मधुरता से भर देती है और जीवनसाथी के साथ आपसी तालमेल शानदार होता है। 
  • मज़बूत शुक्र के प्रभाव से जातक एंटरटेनमेंट और मीडिया जगत में प्रसिद्धि प्राप्त करता है। साथ ही, यह एविएशन इंडस्ट्री से भी जुड़े हो सकते हैं।

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कमज़ोर शुक्र इस तरह करते हैं परेशान

जहाँ एक तरफ शुक्र की शुभ स्थिति जीवन को धन-संपदा से भर देती है, तो वहीं इनका अशुभ प्रभाव आपके जीवन को बाधाएं और परेशानियां देने का काम करता है।

  • ज्योतिष का मानना है कि शुक्र ग्रह के कमज़ोर होने पर घर में दरिद्रता आने लगती है।
  • कुंडली में अगर शुक्र अशुभ होता है, तो जातक को संतान प्राप्ति की राह में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। 
  • प्रतिकूल शुक्र का प्रभाव आपको जीवन में आर्थिक समस्याएं देने का काम करता हैं। ऐसे में, आप धन की कमी की वजह से परेशान रह सकते हैं।
  • कमज़ोर या पापी शुक्र आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करते है और ऐसे मे, आपको शुगर, किडनी, आंत, मूत्र आदि रोगों की शिकायत हो सकती है। 
  •  अगर किसी जातक की कुंडली में शुक्र दुर्बल होता है, तो उसे अपने हर काम में असफलता हाथ लगती है। साथ ही, कड़ी मेहनत करने के बाद भी तरक्की पाने में बाधाओं से दो-चार होना पड़ता है। 
  • शुक्र की स्थिति कुंडली में नकारात्मक होने के कारण आपके शादीशुदा जीवन में परेशानियां या मतभेद बने रहते हैं और धीरे-धीरे समस्याएं बढ़ने लगती हैं।
  • शुक्र की अशुभ स्थिति का असर सिर्फ़ वैवाहिक जीवन पर नहीं पड़ता है, बल्कि प्रेम जीवन में भी साथी के साथ रिश्ते में खटास आने लगती है।

चलिए अब बात करते हैं ऐसे जातकों के बारे में जिनका जन्म मीन राशि में शुक्र के अंतर्गत हुआ है। 

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मीन राशि में शुक्र: विशेषताएं

ऐसे जातक जिन लोगों का जन्म मीन राशि में शुक्र के तहत हुआ है, उनके अंदर कुछ विशेषताएं देखने को मिलती हैं जो कि इस प्रकार हैं:

  • ऐसे जातक प्रेम जीवन में पार्टनर के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ना पसंद करते हैं और यह लोग रिश्ते में बेहद रोमांटिक और भावुक होते हैं। 
  • मीन राशि में शुक्र के अंतर्गत पैदा होने वाले जातक अत्यंत भावुक और दयालु होते हैं। साथ ही, यह दूसरों के दर्द को गहराई से समझते हैं और यह अपने साथी की भावनाओं का ख्याल रखते हैं। 
  • इन लोगों की रुचि कला, संगीत, नृत्य या कविता आदि में होती है और इसी क्षेत्र में यह जातक महारत हासिल करते हैं। 
  • शुक्र के मीन राशि में पैदा होने वाले जातक साथी की कमियों को नज़रअंदाज़ कर सकते हैं। ऐसे लोगों के व्यवहार में सबसे बड़ी कमी होती है कि यह मुश्किलें आते ही उससे दूर भागने के रास्ते ढूंढ़ने लगते हैं।

शुक्र मीन राशि में मार्गी के दौरान करें ये उपाय

  • प्रतिदिन सुबह गाय को रोटी खिलाएं।
  • कुंडली में शुक्र देव को बलवान करने के लिए शुक्रवार के दिन सफेद वस्तुओं जैसे कि दूध, दही, चीनी, आटा, घी आदि का दान करें।
  • शुक्र ग्रह से सकारात्मक परिणाम पाने के लिए शुक्रवार के दिन व्रत करें।
  • प्रतिदिन शुक्र देव के बीज मंत्र “ॐ शुं शुक्राय नम:” का 108 बार जाप करना शुभ रहेगा।
  • शुक्र ग्रह को हीरा रत्न अत्यंत प्रिय है इसलिए कुंडली में शुक्र देव को बलवान करने के लिए आप हीरा रत्न धारण कर सकते हैं। लेकिन, ऐसा करने से पहले किसी अनुभवी एवं विद्वान ज्योतिषी से परामर्श अवश्य करें।

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शुक्र मीन राशि में मार्गी: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय 

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में दूसरे तथा सातवें भाव के स्वामी हैं जो… (विस्तार से पढ़ें) 

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में लग्न या राशि के स्वामी होने के साथ-साथ…(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में पंचम भाव और द्वादश भाव के… (विस्तार से पढ़ें)

कर्क राशि

कर्क राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में चौथे भाव और लाभ भाव के स्वामी हैं जो अब…(विस्तार से पढ़ें)

सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में तीसरे भाव और दशम भाव के स्वामी हैं। अब…(विस्तार से पढ़ें) 

कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए शुक्र ग्रह आपकी कुंडली में दूसरे और भाग्य भाव के… (विस्तार से पढ़ें)

तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए शुक्र आपकी लग्न या राशि के स्वामी होने के… (विस्तार से पढ़ें) 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में सातवें भाव और द्वादश… (विस्तार से पढ़ें) 

धनु राशि 

धनु राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में छठे भाव और लाभ भाव… (विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि

मकर राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में पांचवें भाव और दशम भाव के… (विस्तार से पढ़ें)

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में चौथे तथा भाग्य भाव के स्वामी… (विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि

मीन राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में तीसरे तथा आठवें भाव के स्वामी हैं जो… (विस्तार से पढ़ें)

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. शुक्र मीन राशि में मार्गी कब होंगे?

साल 2025 में शुक्र मीन राशि में मार्गी 13 अप्रैल 2025 को होने जा रहे हैं। 

2. मीन राशि का स्वामी कौन है?

गुरु ग्रह को मीन राशि का स्वामी माना जाता है।  

3. ग्रह का मार्गी होना किसे कहते हैं?  

जब कोई ग्रह अपनी वक्री अवस्था से बाहर आकर सीधा चलने लगता है, तो इसे ग्रह का मार्गी होना कहा जाता है।