ज्योतिषशास्त्र में मंगल ग्रह को सेनापति की उपाधि दी गई है। मंगल को भूमि का कारक भी कहा जाता है। मंगल हर 45 दिनों में एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं और अब 28 जुलाई को भी मंगल का एक गोचर होने जा रहा है। सेनापति होने के साथ-साथ मंगल ग्रह रक्त, मज्जा, लड़ाई-झगड़े और युद्ध एवं बिजली के भी कारक हैं। तकनीकी क्षेत्र पर भी मंगल का प्रभाव देखने को मिलता है।

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एस्ट्रोसेज द्वारा इस ब्लॉग में बताया गया है कि मंगल 28 जुलाई, 2025 को किस राशि, किस तिथि एवं समय पर गोचर करने जा रहे हैं। इसके साथ ही मंगल के गोचर करने का आपके जीवन पर भी सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह का प्रभाव देखने को मिलेगा। इस ब्लॉग के ज़रिए हम आपको उन राशियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें मंगल के इस गोचर से दुष्प्रभाव मिलने के संकेत हैं।
तो चलिए अब बिना देर किए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि मंगल का गोचर कब होने जा रहा है।
कब होगा मंगल का गोचर
मंगल ग्रह, 28 जुलाई 2025 को शाम 07 बजकर 02 मिनट पर कन्या राशि में प्रवेश कर रहे हैं। मंगल ग्रह यहां पर 13 सितंबर 2025 तक रहने वाले हैं। इस बार मंगल बुध की राशि कन्या में गोचर कर रहे हैं। आगे जानिए कि मंगल के कन्या राशि में आने पर किन राशि वाले जातकों को सावधान रहने की जरूरत है।
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मंगल के गोचर से किसे रहना होगा सावधान
वृषभ राशि
वृषभ राशि के सातवें तथा द्वादश भाव के स्वामी मंगल ग्रह हैं। इस बार मंगल आपके पंचम भाव में गोचर कर रहे हैं। इस भाव में मंगल का गोचर अच्छा नहीं माना जाता है। इस समय आपको अपने प्रेम संबंध और दोस्तों को लेकर किसी भी तरह का कोई जोखिम नहीं उठाना चाहिए। छात्रों को अधिक मन लगाकर पढ़ाई करने की जरूरत है। इस समयावधि में विद्यार्थियों की अपने साथी छात्रों से किसी बात पर विवाद होने का डर है। उनका ध्यान अपने लक्ष्य से भटक सकता है आपको अपने खानपान पर ध्यान देने की सलाह दी जाती है। अपनी संतान के साथ अपने रिश्ते को बेहतर बनाने का प्रयास करें। आप नीम की जड़ में जल अर्पित करें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के छठे तथा लाभ भाव के स्वामी मंगल ग्रह हैं। अब वर्तमान में मंगल आपके चौथे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार चौथे भाव में मंगल के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता है, ऊपर से मंगल ग्रह पर शनि की दृष्टि रहेगी। ऐसे में इस गोचर के दौरान मिथुन राशि वालों की घर-गृहस्थी में परेशानियां आ सकती हैं। इस दौरान आपको अत्यंत सावधान रहने की सलाह दी जाती है। आपका अपने प्रियजनों से किसी बात पर झगड़ा हो सकता है। जिन लोगों को हार्ट या सीने से संबंधित कोई स्वास्थ्य समस्या है, आपको उसे अनदेखा नहीं करना चाहिए। प्रॉपर्टी से जुड़े मसलों को टाल देना ही बेहतर होगा। अपनी मां के साथ सकारात्मक संबंध बनाकर रखें। यदि आपकी मां का स्वास्थ्य ठीक नहीं है, तो आप उनका अच्छे से इलाज करवाएं और समय पर दवा दें। आप बरगद की जड़ों पर मीठा दूध चढ़ाएं।
सिंह राशि
सिंह राशि के चौथे और भाग्य भाव के स्वामी मंगल ग्रह हैं। यहां पर मंगल योगकारक भी हैं। वैसे तो सिंह राशि के लिए मंगल को अच्छा ग्रह माना गया है लेकिन मंगल का दूसरा भाव में होना अच्छा नहीं माना जात है। इस दौरान आपके जीवन में कोई बड़ी नकारात्मकता देखने को तो नहीं मिलेगी लेकिन शनि मंगल का दूसरे भाव पर संयुक्त प्रभाव होने के कारण आपको पारिवारिक जीवन में अशांति का सामना करना पड़ सकता है। आप लोगों से सौम्यता से बात करें। अपनी कीमती चीज़ों को संभालकर रखें क्योंकि उनके चोरी होने का डर है। स्वस्थ रहने के लिए अपने खानपान पर भी ध्यान दें। छात्रों को मन पर संयम रखने की सलाह दी जाती है। आप रोज़ हनुमान चालीसा का पाठ करें।
कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर
कन्या राशि
कन्या राशि के तीसरे तथा आठवें भाव के स्वामी मंगल हैं। अब वर्तमान में मंगल आपके पहले भाव में गोचर कर रहे हैं। पहले भाव में मंगल के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता। ऊपर से शनि के प्रभाव के चलते मंगल की नकारात्मकता अपेक्षाकृत और अधिक बढ़ सकती है। इस समय कन्या राशि के लोगों को वाहन चलाते समय सावधानी बरतनी चाहिए। आप ज्यादा चटपटा खाना खाने से बचें। किसी पर भी गुस्सा न करें और खुद को शांत रखने का प्रयास करें। आपको अपने वैवाहिक जीवन में भी संभलकर रहने की सलाह दी जाती है। आप अपने जीवनसाथी के साथ अपने तालमेल को बेहतर बनाने की कोशिश करें।
तुला राशि
तुला राशि के दूसरे और सातवें भाव के स्वामी मंगल ग्रह हैं। इस बार मंगल आपके द्वादश भाव में गोचर कर रहे हैं। इस भाव में मंगल के गोचर को अनुकूल परिणाम देने वाला नहीं माना गया है। इस समय आपके खर्चों के बढ़ने की आशंका है। यह समय आपके पारिवारिक और आर्थिक जीवन दोनों के लिए ही अनुकूल नहीं है। सप्तम भाव के स्वामी का द्वादश भाव में जाना शादीशुदा जिंदगी के लिए ठीक नहीं है। अगर आप विदेश से संबंधित कोई काम कर रहे हैं या आप विदेश में रहकर ही काम कर रहे हैं तो आपको अपने काम में सावधानी बरतने की जरूरत है। आप ज्यादा तनाव लेने से बचें वरना आपकी सेहत बिगड़ सकती हैं। गलत कार्यों से भी खुद को दूर रखें। आप हनुमान जी को लाल रंग की मिठाई चढ़ाएं।
धनु राशि
धनु राशि के पांचवें तथा द्वादश भाव के स्वामी मंगल ग्रह हैं और वर्तमान में वह आपके दशम भाव में गोचर कर रहे हैं। मंगल के इस गोचर से आपको अधिक सकारात्मक परिणाम पाने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। धनु राशि के पांचवें तथा द्वादश भाव के स्वामी मंगल ग्रह हैं और वर्तमान में वह आपके दशम भाव में गोचर कर रहे हैं। मंगल के इस गोचर से आपको अधिक सकारात्मक परिणाम पाने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। आप अपने पारिवारिक जीवन पर भी ध्यान दें। अपने करियर और व्यवसाय को लेकर किसी भी तरह की कोई लापरवाही न बरतें। आप नि:संतान लोगों की सेवा करें।
मकर राशि
मकर राशि के चौथे तथा लाभ भाव के स्वामी मंगल ग्रह हैं जो कि अब आपके भाग्य भाव में गोचर कर रहे हैं। भाग्य भाव में मंगल के गोचर को सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम देने वाला नहीं माना गया है लेकिन इस गोचर से आपको अधिक प्रतिकूल परिणाम भी प्राप्त नहीं होंगे। शनि के प्रभाव के कारण आपको शांत रहना होगा। आपको अपनी संतान के साथ तालमेल बिठाने का प्रयास करना चाहिए। शासन-प्रशासन से जुड़े लोगों को सम्मान दें। आपको चोट लगने का डर है इसलिए सावधान रहें। शिवलिंग पर दूध और जल का अभिषेक करें।
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कुंभ राशि
कुंभ राशि के तीसरे और दसवें भाव के स्वामी मंगल ग्रह हैं। अब मंगल इस गोचर के दौरान आपके आठवें भाव में रहेंगे। इस भाव में मंगल की उपस्थिति को अनुकूल नहीं माना जाता है। वहीं मंगल के ऊपर शनि की दृष्टि भी रहने वाली है। ऐसे में आपको बहुत ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। अपने बिज़नेस में किसी भी तरह की कोई भी लापरवाही करने से बचें। अपने से बड़ों को सम्मान दें। अपने भाई-बहनों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखें। सेहत को बिलकुल भी अनदेखा न करें। डाइट कंट्रोल में रखें और गाड़ी चलाते समय सावधानी बरतें। आग, बिजली या धारदार एवं नुकीली चीज़ों का काम करने वाले लोगों को एक-एक कदम संभलकर रखना है।। आपको गुदा से संबंधित कोई रोग घेर सकता है। इस समय आपको अपनी प्रकृति के अनुरूप ही भोजन करना चाहिए। आप मंदिर में चने की दाल का दान करें।
मीन राशि
मीन राशि के दूसरे तथा भाग्य भाव के स्वामी मंगल ग्रह हैं जो कि अब आपके सप्तम भाव में गोचर कर रहे हैं। सामान्य तौर पर इस भाव में मंगल के गोचर को अच्छा नहीं माना गया है, ऊपर से मंगल पर शनि ग्रह की दृष्टि भी रहेगी। इस दौरान आपको अपने निजी जीवन में समस्याएं आने की आशंका है। पति-पत्नी के बीच विवाद हो सकता है। आप दोनों एक-दूसरे की भावनाओं का पूरा ख्याल रखें। अपने साथी एवं खुद की सेहत को नज़रअंदाज़ न करें। यात्रा करने से बचने में ही समझदारी है। आपको अगर पहले से ही मुंह से संबंधित कोई बीमारी है, तो आप उसकी जांच जरूर करवा लें। खानपान पर ध्यान दें और समय पर दवा लें। व्यवसाय में किसी भी तरह का कोई भी जोखिम उठाने से बचें। धार्मिक कार्यों पर ध्यान दें। कन्याओं को मिठाई खिलाएं।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तर. मंगल ग्रह 28 जुलाई 2025 को कन्या राशि में प्रवेश कर रहे हैं।
उत्तर. पन्ना स्टोन।
उत्तर. हनुमान जी की उपासना करें।