मंगल का सिंह राशि में गोचर: एस्ट्रोसेज एआई की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं और इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए हैं मंगल का सिंह राशि में गोचर से संबंधित यह खास ब्लॉग। 07 जून, 2025 को मंगल सिंह राशि में गोचर करने जा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं कि मंगल के इस गोचर का सभी राशियों और देश-दुनिया पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

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वैदिक ज्योतिष के अनुसार मंगल को ग्रहों के सेनापति की उपाधि दी गई है। मंगल का यह गोचर अनुकूल रहेगा क्योंकि वह अपनी नीच राशि कर्क से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। इससे मंगल मजबूत हो जाएंगे। मंगल रक्त, मज्जा, युद्ध, विवाद, ऊर्जा, तकनीक और साहस का कारक हैं। इसके अलावा मंगल ग्रह अग्नि तत्व वाला ग्रह है इसलिए जब वह जल तत्व की राशि से अग्नि तत्व की राशि में प्रवेश करेगा, तो उसकी स्थिति मजबूत होगी।
मंगल का सिंह राशि में गोचर: समय
07 जून, 2025 को रात 01 बजकर 33 मिनट पर मंगल सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। इस राशि में मंगल 28 जुलाई, 2025 तक रहेंगे।
मंगल का सिंह राशि में गोचर: विशेषताएं
सिंह राशि के स्वामी ग्रह सूर्य देव हैं जो कि पुरुष तत्व का ग्रह है और यह जातक को पुरुषत्व वाले गुण जैसे कि क्रोध, भारी आवाज़ और प्रभावशाली व्यवहार प्रदान करता है। सिंह राशि और मंगल ग्रह दोनों ही उग्र हैं और पित्त प्रवृत्ति के हैं जिससे बोन मैरो, पाचन, एसिडिटी और बालों के झड़ने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। वहीं दूसरी ओर, अगर यह स्थिति लाभकारी हो, तो जातक की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और वह कभी बीमार नहीं पड़ता है।
सिंह राशि में मंगल अहंकारी और दबंग स्वभाव को दर्शाता है। जिन जातकों की कुंडली में सिंह राशि में मंगल होता है, वे बहुत ज्यादा जोश से भरपूर होते हैं और जीवन में सफलता पाने के लिए दृढ़ निश्चयी होते हैं। चाहे कितनी भी कठिन परिस्थिति हो, ये जातक कभी भी हार नहीं मानते हैं। ये शेर की तरह होते हैं और इनमें योद्धा का गुण होता है। इसके साथ ही ये साहसी होते हैं।
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सिंह राशि में मंगल और केतु की युति: प्रभाव
सिंह राशि में मंगल और केतु की युति से उत्पन्न अस्थिर और उग्र ऊर्जा का असर रिश्तों, धन और महत्वाकांक्षाओं पर पड़ता है। इससे नकारात्मक और सकारात्मक दोनों तरह के ही प्रभाव मिलते हैं जैसे कि दृढ़ संकल्प में वृद्धि, साहसी कार्य करना और गलतफहमियों या विवाद की संभावना होना। आध्यात्मिकता और ज्ञान की चाहत एक खतरनाक और जटिल भावना है जो कि मंगल की आक्रामकता और सांसारिक सुख-सुविधाओं और लाभ पाने की इच्छा के विरुद्ध जाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि मंगल और केतु की युति से तीव्र ऊर्जा पैदा होती है। मंगल और केतु कुंडली में कितने मजबूत हैं, उस पर निर्भर करेगा कि किस हद तक इनका आपके जीवन पर प्रभाव है।
कुंडली में मंगल और केतु की मजबूत युति होने पर व्यक्ति अधिक दृढ़ निश्चयी और भौतिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में सक्रिय रहता है। हालांकि, केतु आपको जमीन से जुड़ा रखेगा और आपको अधीर नहीं होने देगा जिससे आप अपने अधिकांश लक्ष्यों को प्राप्त करना नहीं चाहेंगे। मंगल और केतु की युति को पिशाच योग भी कहते हैं । मंगल और केतु के कारण गंभीर समस्याएं और गंभीर व्यवहार सामने आता है। इससे संतान से संबंधित समस्याएं, संतान और निजी जीवन में संतुलन लाने के प्रयासों में दिक्कत आती है। ये अपने करियर को आगे बढ़ाने और पेशेवर जीवन में आने वाली अड़चनों को दूर करने एवं मांग को पूरा करने के लिए प्रयास कर सकते हैं।
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मंगल का सिंह राशि में गोचर: इन राशियों को होगा लाभ
मिथुन राशि
इस राशि के तीसरे भाव में मंगल का गोचर होने जा रहा है और मंगल मिथुन राशि के छठे और लाभ भाव के स्वामी हैं। आमतौर पर मंगल का सिंह राशि में गोचर के दौरान तीसरे भाव में आने को अनुकूल परिणाम देने वाला माना जाता है। राहु-केतु के प्रभाव के कारण मंगल की ऊर्जा कुछ हद तक असंतुलित रहेगी लेकिन अगर आप अपनी ऊर्जा और कौशल का समझदारी से प्रयोग करते हैं, तो यह गोचर आपके लिए अत्यधिक लाभकारी हो सकता है।
आत्मविश्वास के साथ काम करने से आपको अच्छे परिणाम मिलेंगे। आप अपने प्रतिद्वंदियों से बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे। आपके प्रभाव में वृद्धि होगी। सरकारी प्रशासन से जुड़े क्षेत्रों में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे और आपको कोई शुभ समाचार मिल सकता है। इसके अलावा आपको उनकी ओर से रचनात्मक तरीके से सहयोग मिलने की संभावना है।
तुला राशि
तुला राशि के ग्यारहवें भाव में मंगल का गोचर होने जा रहा है जो कि आपके दूसरे और सातवें भाव का स्वामी है। लाभ के भाव में मंगल के गोचर को सकारात्मक परिणाम देने वाला माना जाता है। चूंकि, मंगल आपके धन भाव के स्वामी हैं और अब वह आपके लाभ भाव में गोचर कर रहे हैं इसलिए आपको इस समय बड़ी वित्तीय सहायता मिलने के योग हैं।
जब सातवें भाव का स्वामी लाभ भाव में गोचर करता है, तो इसका मतलब है कि अब आपको अपनी मेहनत का बेहतर परिणाम प्राप्त होगा जिससे आप अच्छा मुनाफा कमा पाएंगे। स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं में सकारात्मक परिणाम मिलने के आसार हैं। भाई, जमीन और प्रॉपर्टी से संबंधित मामलों में अनुकूलता देखने को मिल सकती है। आप प्रतियोगी परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे।
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वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के दसवें भाव में मंगल गोचर करने जा रहे हैं। मंगल आपकी राशि के लग्न और छठे भाव के स्वामी हैं। आपके लग्न भाव का स्वामी दसवें भाव में अपनी मित्र राशि में रहेगा। हालांकि, यहां पर मंगल के गोचर को विशेष रूप से अनुकूल नहीं माना जाता है। ऐसे में आपको मंगल से सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।
इस समय आपको संयम रखना चाहिए लेकिन आपको सामाजिक परिस्थितियों में सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। यदि आप अपने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विनम्रता से पेश आते हैं, तो आपको उनका सहयोग मिल सकता है लेकिन आपको अपने काम को गंभीरता से लेना होगा। पिता से संबंधित मामलों में सावधानी बरतें और सरकारी प्रशासन से संबंधित प्रोजेक्ट पर व्यवस्थित तरीके से काम करें। यदि आप इन बातों का ध्यान रखते हैं, तो आपको अनुकूल परिणाम मिलने की संभावना है।
धनु राशि
धनु राशि के नौवें भाव में मंगल का सिंह राशि में गोचर होने जा रहा है। इस राशि के पांचवे और बारहवें भाव का स्वामी मंगल ग्रह है। भाग्य भाव में मंगल के गोचर को अनुकूल नहीं माना जाता है। इसके परिणामस्वरूप आपको मंगल से ज्यादा अच्छे परिणाम मिलने की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। इसके बावजूद पंचम भाव के स्वामी का नौवें भाव में जाना, संतान और शिक्षा से संबंधित मामलों पर लाभकारी प्रभाव डाल सकता है।
इसके साथ ही बारहवें भाव के स्वामी का नौवें भाव में गोचर करना अन्य चीज़ों के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय और लंबी दूरी की यात्रा से संबंधित परिस्थितियों में सकारात्मक परिणाम देने का काम करेगी। हालांकि, आपको अन्य मामलों में सावधानी बरतने की आवश्यकता है। सरकारी प्रशासन से जुड़े कामों में व्यवस्थित तरीका अपनाएं। आप ऐसा कोई काम न करें, जो आपकी मान्यताओं के ही विरुद्ध हो। इसके अलावा ऐसा कोई भी काम न करें जिससे किसी को ठेस पहुंचने का खतरा हो।
मंगल का सिंह राशि में गोचर: इन राशियों को होगा नुकसान
मेष राशि
मेष राशि के लग्न और आठवें भाव के स्वामी मंगल ग्रह हैं जो कि अब आपके पांचवे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। आपके लग्न भाव का स्वामी मंगल हमेशा आपके साथ अच्छा व्यवहार करता है लेकिन पंचम भाव और केतु के साथ युति होने की वजह से मानसिक तनाव हो सकता है। आपको किसी बात से बेचैनी हो सकती है।
कभी-कभी आपको पेट से जुड़ी समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं। मंगल और केतु की युति के कारण आपको अपने छोटे भाई-बहनों के साथ रिश्ते बेहतर करने के लिए थोड़ी अधिक मेहनत करने की जरूरत है। छात्रों को पढ़ाई पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। आपको बहस करने से बचने की सलाह दी जाती है। आप सकारात्मक सोचें और अपने साथी छात्रों के साथ सकारात्मक संबंध बनाए रखें। यदि आप ऐसा करते हैं, तो मंगल का सिंह राशि में गोचर के दौरान आपको सकारात्मक परिणाम मिलने के संकेत हैं।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के सातवें और बारहवें भाव के स्वामी मंगल ग्रह हैं जो कि अब आपके चौथे भाव में गोचर करने वाले हैं। ऐसा माना जाता है कि चौथे भाव में मंगल का गोचर अनुकूल परिणाम नहीं देता है। इसके अलावा मंगल पर राहु और केतु जैसे ग्रहों का भी प्रभाव रहेगा। मंगल का सिंह राशि में गोचर प्रतिकूल प्रभाव दे सकता है।
जमीन, बिल्डिंग और वाहन आदि से संबंधित मामलों को लेकर चिंता या परेशानियां हो सकती हैं। अगर आपको पहले से ही छाती या हृदय से जुड़ी कोई समस्या है, तो उसे लेकर आपको अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है। आपको पारिवारिक विवाद से भी बचने की सलाह दी जाती है। आप अपने रिश्तेदारों से कोई विवाद न करें। अपनी मां के साथ सकारात्मक संबंध बनाए रखने का प्रयास करें।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए मंगल को लाभकारी ग्रह माना जाता है। मंगल आपके पांचवे और दसवें भाव के स्वामी हैं जो कि अब आपके दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। ज्योतिषीय भाषा में इसे योगकारक ग्रह कहा जाता है। भले ही आपकी कुंडली में मंगल को सबसे उत्तम ग्रहों में से एक माना जाता हो लेकिन दूसरे भाव में इसका गोचर करना आपके लिए अनुकूल साबित नहीं होगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि मंगल पर राहु और केतु का प्रभाव रहेगा जिससे आपको धन और पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इसके अलावा यह कहा जाता है कि मंगल के दूसरे भाव में प्रवेश करने से व्यक्ति को आग और शत्रुओं से डर लग सकता है। ऐसे में जितना हो सके मतभेद उत्पन्न होने से बचने की कोशिश करें। बिजली या आग का काम करने वाले लोग सावधान रहें। अब आपको पहले से ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। आपको अपने खानपान पर नज़र रखनी चाहिए।
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मंगल का सिंह राशि में गोचर: उपाय
- आप मंगलवार के दिन 108 बार ‘ॐ कुं कुजाय नमः’ मंत्र का जाप करें।
- आप लाल रंग का मूंगा, जैस्पर, हेमेटाइट या तांबा धारण करें। इससे आपकी कुंडली में मंगल मजबूत होगा। इनमें से कोई भी रत्न पहनने से पहले किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श जरूर कर लें।
- मंगल ग्रह को प्रसन्न करने के लिए आप रक्त दान कर सकते हैं।
- मंगलवार के दिन हनुमान मंदिर जाएं, हनुमान चालीसा का पाठ करें और हनुमान जी को वस्त्र, सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें।
- रोज हल्का व्यायाम करने से आपको मंगल की ऊर्जा को नियंत्रित करने और क्रोध एवं सुस्ती जैसे नकारात्मक लक्षणों को दूर करने में मदद मिल सकती है।
मंगल का सिंह राशि में गोचर: विश्व पर प्रभाव
सरकार और राजनीति
- मंगल के अपनी मित्र राशि में गोचर करने से सरकार और उसके कार्यों को सहयोग मिलेगा। इसके अलावा सरकार अपने अधिकार और तर्क को बनाए रखने के लिए थोड़ी उग्र नज़र आ सकती है।
- भारतीय सरकार के प्रवक्ता और महत्वपूर्ण पदों पर बैठे अन्य राजनेता सोच-समझकर और व्यवहारिक रूप से योजना बनाकर कार्य करेंगे।
- सरकारी अधिकारी जल्दबाज़ी में लेकिन बहुत बुद्धिमानी से अपने कार्यों और योजनाओं का विश्लेषण करते हुए नज़र आएंगे।
- सरकार की ओर से भविष्य के लिए आक्रामक योजना देखी जा सकती है।
- मंगल का सिंह राशि में गोचर होने के दौरान भारतीय सरकार का काम और नीतियां ज्यादा से ज्यादा लोगों को आकर्षित करने में सक्षम होंगी।
- इस समय सरकार बड़ी आक्रामकता के साथ विभिन्न क्षेत्रों में बड़ी संख्या में लोगों को सहायता देने वाली योजनाओं को लागू कर सकती है। इसमें चिकित्सा और मैकेनिक्स शामिल हैं।
- देश के नेता आक्रामक लेकिन सोच-समझकर और समझदारी से काम करते हुए नज़र आएंगे।
इंजीनियरिंग और रिसर्च
- मंगल का सिंह राशि में गोचर खासतौर पर मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल क्षेत्रों के इंजीनियरों और शोधकर्ताओं के लिए फायदेमंद साबित होगा। इस दौरान कुछ महत्वपूर्ण शोध किए जा सकते हैं।
- मंगल का यह गोचर रिसर्च और डेवलपमेंट क्षेत्र के लिए लाभकारी सिद्ध होगा क्योंकि इन क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों में मंगल की ही तरह दृढ़ता होगी।
रक्षा बल, खेल और अन्य क्षेत्र
- मेडिकल क्षेत्र में काम करने वाले लोग इस गोचर के दौरान तरक्की करेंगे।
- चिकित्सा और नर्सिंग क्षेत्र में कुछ विकास देखने को मिल सकता है जिससे जनता को लाभ होगा। इस दौरान सर्जन को भी फायदा होने की उम्मीद है।
- इस गोचर काल में वकील और न्यायधीश अपने करियर में नई ऊंचाईयां छू सकते हैं।
- आईटी और सॉफ्टवेयर उद्योग को भी कुछ हद तक लाभ होने के आसार हैं।
- योग सिखाने वाले शिक्षकों, फिजिकल कोच आदि भी इस दौरान प्रगति करेंगे।
- मंगल का सिंह राशि में गोचर होने से खिलाड़ी नई ऊंचाईयां छू सकते हैं।
- इस समय भारतीय सेना खूब फल-फूलेगी और अपना बेहतरीन प्रदर्शन देते हुए नज़र आएगी।
- हथियारों और अन्य नुकीले उपकरणों से जुड़ी रिसर्च में तेजी आएगी और वे सफल हो सकते हैं।
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मंगल का सिंह राशि में गोचर: स्टॉक मार्केट रिपोर्ट
अब मंगल सूर्य की राशि सिंह में प्रवेश करने जा रहा है जो कि मंगल ग्रह के लिए मित्र राशि है। शेयर मार्केट भविष्यवाणी 2025 के ज़रिए आप जान सकते हैं कि मंगल का सिंह राशि में गोचर स्टॉक मार्केट को किस तरह से प्रभावित करेगा।
- चूंकि, मंगल का सिंह राशि में गोचर हो रहा है, इससे केमिकल फर्टिलाइज़र उद्योग, चाय उद्योग, कॉफी उद्योग, स्टील उद्योग, हिंडाल्को, ऊनी मिलों सहित अन्य उद्योगों को लाभ होने की उम्मीद है।
- मंगल के सिंह राशि में प्रवेश करने के दौरान फार्मास्यूटिकल उद्योग अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
- सर्जरी के उपकरण बनाने और उनका व्यापार करने वाले उद्योग भी बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
- रिलायंस इंडस्ट्रीज़, परफ्यूम और कॉस्मेटिक इंडस्ट्रीज़, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी, तकनीकी प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में महीने के अंत तक मंदी जारी रह सकती है।
मंगल का सिंह राशि में गोचर: मौसम रिपोर्ट
- मंगल के सिंह राशि में प्रवेश करने पर दुनियाभर में मौसम में कुछ अप्रत्याशित बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
- विश्व के कुछ हिस्सों खासतौर पर पश्चिमी हिस्से में कम बारिश होने से सूखे की स्थिति बन सकती है।
- यूरोप और अमेरिका में लू की वजह से काम और दिनचर्या बाधिक हो सकती है।
- कुछ दक्षिण-पूर्वी देशों में प्राकृतिक आपदाएं जैसे कि सुनामी आ सकती है। अन्य देशों में भूस्खलन या सूखा पड़ने की आशंका है।
- भारतीय उपमहाद्वीप में भी मानसून की कमी देखी जा सकती है और मौसम में अनिश्चितता देखी जा सकती है।
- कई देशों में खाद्यान्न की कमी की वजह से कृषि पर बहुत बुरा असर पड़ सकता है। इससे कई मौसमी फल और सब्जियों के दाम आसमान छू सकते हैं।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तर. हां, ये दोनों ग्रह एक-दूसरे के मित्र हैं।
उत्तर. मेष और वृश्चिक राशि के।
उत्तर. मंगल अग्नि तत्व का ग्रह है।