मंगल का मिथुन राशि में गोचर: जानें क्‍या होगा देश-दुनिया और स्‍टॉक मार्केट का हाल!

मंगल गोचर 2025: एस्ट्रोसेज एआई की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं और इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए हैं मंगल के गोचर से संबंधित यह खास ब्लॉग। मंगल कार्य करने और उत्‍साह के कारक हैं और इस ग्रह का संबंध साहस एवं दृढ़ता से भी है।

गहरे लाल रंग के होने की वजह से मंगल को ‘लाल ग्रह’ भी कहा जाता है। मंगल के मिथुन राशि में गोचर करने पर दुनिया के बड़े नेता ठोस या बड़े कदम उठाते हुए नज़र आएंगे जो कि जनता और लोगों की भलाई के लिए होंगे। हालांकि, मंगल की वक्री चाल कभी-कभी अनिश्चित परिणाम भी दे सकती है।

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मंगल का मिथुन राशि में गोचर: समय

मंगल लगभग 40 से 45 दिनों में एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं। कुछ मामलों में मंगल एक ही राशि में पांच महीने तक भी रह सकते हैं। इस बार मंगल 21 जनवरी, 2025 को सुबह 08 बजकर 04 मिनट पर बुध की राशि मिथुन में गोचर करने जा रहे हैं। इस ब्‍लॉग में आगे बताया गया है कि मंगल के मिथुन राशि में गोचर करने पर देश-दुनिया और स्‍टॉक मार्केट पर इसका क्‍या प्रभाव पड़ेगा।

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मिथुन राशि में मंगल: विशेषताएं

मंगल के मिथुन राशि में होने पर ऊर्जा, बुद्धि और संचार का अनूठा मिश्रण देखने को मिलता है। मंगल क्रियाशीलता और दृढ़ता का कारक हैं और मिथुन राशि जिज्ञासा, बदलाव को स्‍वीकार करने एवं मानसिक रूप से मज़बूत होने को दर्शाती है। मंगल का मिथुन राशि में होना, इस बात को प्रभावित करता है कि कोई व्‍यक्‍ति अपनी ऊर्जा का किस तरह से प्रयोग करता है एवं उसका दृढ़ता और चुनौतियों का सामना करने को लेकर क्‍या दृष्टिकोण है।

तेज गति से आगे बढ़ते हैं

जिन लोगों की कुंडली में मंगल ग्रह होता है, वे जातक तेज़-तर्रार और तेजी से आगे बढ़ने वाले होते हैं। इनके कार्यों और निर्णयों में आवेग दिख सकता है। ये बिना किसी झिझक के एक काम से दूसरे काम पर चले जाते हैं।

ये बुद्धिमान होते हैं और एकसाथ कई काम करने में निपुण होते हैं लेकिन इन्‍हें लंबे समय तक एक ही चीज़ पर फोकस बनाए रखने में दिक्‍कत आ सकती है। ये अपनी ऊर्जा को शारीरिक कार्यों के बजाय मानसिक कामों में लगाना पसंद कर सकते हैं।

बातें करने में माहिर

ये जातक दूसरों के सामने अपनी वाणी या शब्‍दों के माध्‍यम से अपने विचारों को प्रकट करना चाहते हैं। मिथुन राशि में मंगल के होने पर व्‍यक्‍ति अपनी भावनाओं को व्‍यक्‍त करने वाला होता है और ये अपने शब्‍दों का इस्‍तेमाल अपनी शक्‍ति के रूप में करते हैं।

इन्‍हें बहस करने और बौद्धिक चुनौतियों का सामना करने में बहुत मज़ा आता है। ये अपने विचारों का बचाव करने या वाद-विवाद करने में देर नहीं करते हैं। ये जातक बहस करने में अच्‍छे हो सकते हैं और दूसरों को प्रेरित कर सकते हैं लेकिन ये बातचीत करने में तर्कशील या बेचैन भी हो सकते हैं।

जिज्ञासु और बेचैन

मंगल के मिथुन राशि में होने को बेचैनी या व्‍याकुलता के लिए भी जाना जाता है। इन जातकों को जीवन के हर क्षेत्र या पहलू में विविधता, बदलाव और उत्‍साह चाहिए होता है। इनका जिज्ञासु स्‍वभाव इन्‍हें अलग-अलग विचारों, शौक और अनुभवों के बारे में जानने के लिए प्रेरित करता है।

इन्‍हें कई चीज़ों में रुचि हो सकती है लेकिन इनकी बार-बार आने वाली या स्थिर परिस्थितियों में रुचि बहुत जल्‍दी खत्‍म हो जाती है और इस वजह से अक्‍सर इन्‍हें लंबे समय तक किसी एक चीज़ पर टिके रहने में दिक्‍कत आ सकती है।

बदलाव को स्‍वीकार करने वाले और प्रतिभाशाली

चूंकि, मिथुन राशि का गुण है बदलाव को आसानी से स्‍वीकार कर लेना इसलिए मंगल के मिथुन राशि में होने पर जातक बदलावों को लेकर अधिक सकारात्‍मक दृष्टिकोण रख सकता है। ये लोग ज़रूरत पड़ने पर बहुत जल्‍दी अपना रास्‍ता बदल सकते हैं और अप्रत्‍याशित बदलावों को आसानी से संभाल सकते हैं।

ये ऐसे माहौल में काम कर सकते हैं जहां पर नम्रता, लगातार सीखने या दूसरों के साथ बातचीत करने की ज़रूर‍त होती है। हालांकि, मुश्किल सा ऊबाऊ दिनचर्या होने पर ये बहुत जल्‍दी निराश या उससे विमुख हो सकते हैं।

शब्‍दों के ज़रिए खुद को व्‍यक्‍त करना

वैसे तो मंगल का संबंध शारीरिक कार्यों से होता है लेकिन मिथुन राशि में होने पर ये मानसिक रूप से मज़बूती प्रदान करने के साथ-साथ संचार कौशल को प्रभावी बनाते हैं। साथ ही शारीरिक गतिविधि का अभाव होने की वजह से ये बेचैन महसूस कर सकते हैं।

इन जातकों को लिखने, बोलने या ऐसे शारीरिक कार्यों को करने में मज़ा आता है जिसमें दिमाग का इस्‍तेमाल करना हो जैसे कि कोई ऐसा खेल जिसमें रणनीति या आपसी तालमेल की ज़रूरत होती है।

आकर्षक होते हैं

मिथुन राशि में मंगल के होने पर जातक चंचल स्‍वभाव और हंसी-मज़ाक करने वाले हो सकते हैं। ये अपनी बुद्धि के बल पर लोगों से आसानी से जुड़ने में सक्षम होते हैं।

ये रिश्‍तों में भावनात्‍मक स्‍तर पर बहुत ज्‍यादा नहीं जुड़ते हैं लेकिन ये आकर्षक होते हैं और हंसी-मज़ाक करने एवं चीज़ों को ज्‍यादा गंभीर होने से रोकने की क्षमता रखते हैं। 

फोकस को लेकर चुनौतियां

मंगल के मिथुन राशि में होने पर व्‍यक्‍ति को फोकस बनाए रखने और लगातार एक ही काम को करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। हो सकता है कि ये किसी प्रोजेक्‍ट पर बड़े उत्‍साह के साथ काम करना शुरू करें लेकिन अगर ये उससे ऊब जाते हैं या वो काम इन्‍हें बौद्धिक रूप से उत्तेजित नहीं करता है, तो उसमें से बहुत जल्‍दी इनकी रुचि खोने लगते हैं।

ऊर्जा की कमी कभी-कभी आपको रास्‍ते से भटकाने का काम कर सकती है। इन्‍हें दीर्घकालिक लक्ष्‍यों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है।

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ज्‍योतिष में वक्री मंगल

वैदिक ज्‍योतिष में मंगल का वक्री होना एक महतवपूर्ण घटना है क्‍योंकि यह हर 26 महीनों में एक बार होती है और लगभग दो से ढ़ाई महीने तक रहती है। इस दौरान क्रियाशीलता, ऊर्जा और आक्रामकता के कारक मंगल आकाश में उल्‍टे चलते हुए प्रतीत होते हैं जबकि असल में ऐसा होता नहीं है। मंगल के वक्री होने की समयावधि खासतौर पर कार्य, ऊर्जा और दृढ़ता के मामले में चिंतन करने, दोबारा काम या प्रयास करने और मतभेदों को सुलझाने के लिए होती है।

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मंगल का मिथुन राशि में गोचर: विश्‍व पर असर

मीडिया, नेता और सलाहकार

  • मंगल मिथुन राशि में होने पर व्‍यक्‍ति को आलोचनात्‍मक और तेज बद्धि के साथ कार्य करने वाला बनाता है। मंगल का वक्री होना दुनियाभर के लेखकों, पत्रकारों, शिक्षकों और आलोचकों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
  • इस समयावधि में दुनियाभर के नेताओं की बुद्धिमानी से बात करने और नेतृत्‍व करने के गुणों में इज़ाफा देखने को मिलेगा जिससे कुछ जाने-माने नेता बेहतरीन उदाहरण पेश कर सकते हैं।
  • इस दौरान सरकार भविष्‍य की परियोजनाओं के लिए सकारात्‍मक रणनीतियां और योजना बना सकती है।

विज्ञान, चिकित्‍सा और प्रकाशन

  • इस दौरान चिकित्‍सा या अन्‍य किसी क्षेत्र में विज्ञान पर आधारित अध्‍ययनों और प्रयोगों में वृद्धि देखने को मिल सकती है।
  • मंगल के मिथुन राशि में गोचर करने पर सॉफ्टवेयर इंडस्‍ट्री में तकनीकी प्रगति आने के संकेत हैं।
  • अध्‍ययन कार्यों, विज्ञान के क्षेत्र में नई खोज या शोध पत्र या थीसिस को प्रकाशित करने वाले लोगों और कंपनियों के लिए यह समय बहुत महत्‍वपूर्ण साबित होगा।
  • इसके अलावा ट्रैवल ब्‍लॉगर, ऑनलाइन ट्रैवल कंपनियों और ट्रैवलिंग के क्षेत्र में नौकरी कर रहे जातकों को इस समयावधि में बड़ा मुनाफा हो सकता है। हालांकि, इस दौरान बीच-बीच में कुछ रुकावटें आने के भी संकेत हैं।

खेल, बिज़नेस और मार्केटिंग

  • दुनियाभर के एथलीटों या खिलाड़ियों या खेल से संबंधित कपंनियों में काम करने वाले लोगों को लाभ होगा। इनमें से कुछ लोगों को बड़ी उपलब्धियां और पुरस्‍कार मिल सकते हैं जो कि उनकी कुंडली और ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करता है।
  • इस समय कई लोग व्‍यापार के क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं और बड़ा मुनाफा कमाने में सफल हो सकते हैं। हालांकि, शुरुआत में इन्‍हें थोड़ी दिक्‍कतें आ सकती हैं।
  • मार्केटिंग एजेंसी, फर्म और विज्ञापन के क्षेत्र में काम करने वाले जातकों को मंगल के मिथुन राशि में गोचर करने से लाभ मिलेगा लेकिन मंगल के वक्री अवस्‍था में होने की वजह से इन्‍हें काम में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं।

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मंगल का मिथुन राशि में गोचर: स्‍टॉक मार्केट पर असर

अब मंगल बुध की राशि मिथुन में गोचर करने जा रहे हैं। आगे जानें कि मंगल मिथुन राशि में प्रवेश करने पर स्‍टॉक मार्केट  को किस तरह से प्रभावित करेंगे।

  • मंगल के मिथुन राशि में गोचर करने पर केमिकल फर्टिलाइज़र उद्योग, चाय और कॉफी उद्योग, स्‍टील इंडस्‍ट्री, हिंडाल्‍को और ऊनी मिलें खूब फल-फूलेंगी।
  • इस समयावधि में फार्मास्‍यूटिकल इंडस्‍ट्री अच्‍छा प्रदर्शन करेंगी लेकिन मंगल के गोचर करने की वजह से कुछ रुकावटें भी आ सकती हैं।
  • सर्जिकल उपकरण बनाने और इनका व्‍यापार करने वाले उद्योग भी अच्‍छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
  • रिलायंस इंडस्‍ट्रीज़, विज्ञापन एजेंसियां, कंप्‍यूटर सॉफ्टवेयर टेक्‍नोलॉजी, सूचना प्रौद्योगिकी और अन्‍य क्षेत्रों में महीने के अंत तक मंदी जारी रह सकती है।
  • मीडिया कपंनियों, शैक्षणिक संस्‍थानों और पीआर कपंनियों को फायदा होगा।

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अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न 1. मंगल की किन ग्रहों के साथ मित्रता है?

उत्तर. सूर्य, बृहस्‍पति और चंद्रमा।

प्रश्‍न 2. मंगल के लिए कौन सी राशियां उत्तम रहती हैं?

उत्तर. मेष, वृश्चिक और मकर राशि।

प्रश्‍न 3. मंगल के लिए कौन सा रत्‍न पहन सकते हैं?

उत्तर. मूंगा मंगल का रत्‍न है।

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