एस्ट्रोसेज एआई के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको केतु का सिंह राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि केतु के गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर किस प्रकार से पड़ेगा। बता दें कि 18 मई, 2025 को केतु सिंह राशि में गोचर करने जा रहे हैं। केतु के गोचर से कुछ राशियों को बहुत अधिक लाभ होगा तो, वहीं कुछ राशि वालों को इस अवधि बहुत ही सावधानी से आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी क्योंकि उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।

इसके अलावा, इस ब्लॉग में केतु ग्रह को मजबूत करने के कुछ शानदार व आसान उपायों के बारे में भी बताएंगे और देश-दुनिया व शेयर मार्केट पर भी इसके प्रभाव के बारे में चर्चा करेंगे।
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केतु का ज्योतिषीय महत्व
केतु को राहु का दूसरा भाग माना जाता है। केतु कोई भौतिक ग्रह नहीं है, बल्कि एक छाया या गणना से निकला हुआ ऐसा बिंदु है जहां चंद्रमा की कक्षा और सूर्य के पथ आपस में काटते हैं। राहु और केतु मिलकर चंद्रमा के उत्तर और दक्षिण बिंदु बनाते हैं।
केतु आध्यात्मिकता, वैराग्य, पिछले जन्म के कर्म और मोक्ष (मुक्ति) का प्रतिनिधित्व करता है। यह हमारे अंदर की सोच, पुराने जन्मों में सीखी हुई चीज़ों और इस जन्म में जिन चीज़ों में हमें कम दिलचस्पी होती है, उनसे जुड़ा होता है। केतु का स्वभाव मंगल जैसा होता है, जोश में, तेज़ और क्रियाशील, लेकिन यह आत्मिक रूप से काम करता है। यानी, यह ग्रह इंसान को अंदर से बदलता है, उसे सोचने और खुद को समझने की ताकत देता है।
केतु हमेशा वक्री यानी उल्टी दिशा में चलता हुआ प्रतीत होता है। इसी वजह से जब बाकी ग्रह एक राशि से अगली राशि में जाते हैं, तब केतु और राहु पिछली राशि में चला जाता है। जैसे कि अगर केतु कन्या राशि में है, तो अगला गोचर वह सिंह राशि में करेगा, जो एक राशि पीछे है। केतु जिस राशि में होता है, वहां वह उस राशि के स्वामी जैसे प्रभाव देता है। इसके अलावा, केतु पर जो ग्रह दृष्टि डालते हैं या जो ग्रह केतु के साथ बैठे होते हैं , उनके प्रभाव भी केतु के फल में मिलते हैं। केतु को कुजवत नाम से भी जाना जाता है, जिसका मतलब है “मंगल जैसा”। यानी इसका स्वभाव मंगल ग्रह की तरह तेज, तीखा और कर्म प्रधान होता है।
सिंह राशि में केतु: विशेषताएँ
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, जब केतु सिंह राशि में होता है, तो इसका मतलब होता है कि व्यक्ति को जीवन में नाम मिल सकता है, वो चाहे अच्छा हो या बदनाम हो, लेकिन लोग उसे जानने लगते हैं। ये पहचान कभी साफ़ तरीके से नहीं होती, बल्कि कभी-कभी उलझी हुई या समझ से बाहर भी हो सकती है।
केतु सिंह राशि में होने से व्यक्ति का प्यार जताने का तरीका बहुत अलग और कभी-कभी अनोखा होता है। ऐसे लोग पूरी तरह समर्पण चाहते हैं या मानसिक रूप से थोड़े उलझे रह सकते हैं। उनके अंदर जन्मजात नेतृत्व करने की इच्छा और एक शाही अंदाज़ हो सकता है। लेकिन इसके साथ-साथ वे लोगों की तारीफ़ की परवाह भी नहीं करते।
केतु सिंह राशि में होने से जातक का आध्यात्मिकता की ओर झुकाव बढ़ता है। ऐसा व्यक्ति अपने पार्टनर या बच्चों के साथ आध्यात्मिक बातें बांट सकता है, या उसे अपने पिछले जन्म की यादें भी महसूस हो सकती हैं। वैदिक ज्योतिष में केतु को एक बहुत शुभ ग्रह भी माना जाता है, जो ज्ञान, सच्चाई और धन का कारक है। लेकिन अगर आप जीवन में सही राह से भटकते हैं या ब्रह्मांड के नियमों को तोड़ते हैं, तो यही केतु बहुत घातक नतीजे भी दे सकता है।
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केतु का सिंह राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए केतु का गोचर आपकी राशि से चौथे स्थान में होगा। केतु को विरक्ति का कारक ग्रह कहते हैं इसलिए यह जिस भाव में बैठता है, उस भाव से संबंधित फलों में कमी कर देता है। यही कारण है कि जब केतु आपके चौथे भाव में गोचर करेगा तो पारिवारिक जीवन में कुछ समस्याएं बढ़ सकती है। परिवार के लोगों में अकारण तनाव और गलतफहमी बढ़ने से परिवार का माहौल कलहपूर्ण हो सकता है।
आपको परिवार में शांति का अभाव महसूस होगा इसलिए घर में मन कम लगेगा और आप ज्यादा समय बाहर बिताना पसंद करेंगे। आपकी माता जी को भी स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं। इस दौरान आपको छाती अथवा फेफड़े का संक्रमण भी हो सकता है। ऐसी स्थिति में आपको अपने स्वास्थ्य का और अपने आसपास की स्थितियों और पारिवारिक संबंधों का ध्यान रखने की कोशिश करनी चाहिए जिससे कि आप अनुकूलता प्राप्त कर सकें और आपसी रिश्ते को भी संभाल सकें।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए केतु गोचर 2025 की बात करें तो यह आपकी राशि से दूसरे भाव में गोचर करने वाले हैं। दूसरा भाव आपके धन, वाणी और परिवार का भाव होता है। ऐसे में केतु का इस भाव में गोचर करना उतार-चढ़ाव से भरा जीवन देने वाला है। आप कई ऐसी बातें करेंगे जिनमें एक साथ दो अर्थ हो सकते हैं। अब यह सामने वाले पर निर्भर करेगा कि उसके अच्छे अर्थ को ले या बुरे को। ऐसे में कुछ लोग आपकी बातों का बुरा मान सकते हैं। इस दौरान आपको धन संचय करने में कुछ समस्याएं हो सकती हैं और आप परिवार से अलग हटने की कोशिश करेंगे।
आपको लगेगा कि यहां चारों और आपके अनुकूल स्थितियां नहीं हैं इसलिए आप सबसे दूर भागने की कोशिश करेंगे जिससे पारिवारिक संबंध बिगड़ सकते हैं अथवा लोग आपको कम पसंद करेंगे लेकिन आप दिल से खराब नहीं होंगे। आपको अपनी परिस्थितियों को संभालने पर ध्यान देना होगा। इस गोचर के दौरान आपके मुंह में छाले, दांतों में दर्द, जैसी समस्याएं परेशानी दे सकती हैं। इस दौरान आपके जीवनसाथी को भी स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं इसलिए उनका भी ध्यान रखें।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए राहु का गोचर आपकी राशि के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित होने वाला है क्योंकि यह आपकी राशि में ही यानी आपके पहले भाव में होने जा रहा है इसलिए इसका आपके जीवन पर विशेष प्रभाव पड़ेगा। केतु का गोचर स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ाने वाला साबित हो सकता है इसलिए आपको इस गोचर के दौरान अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति सावधानी बरतनी चाहिए। छोटी से छोटी समस्या या संक्रमण के प्रति आपको चिकित्सीय परामर्श की ओर बढ़ना चाहिए। इस दौरान आपके मन में विरक्ति का भाव जागेगा।
आप अपने आसपास के जीवन से थोड़ा परेशान हो सकते हैं। वैवाहिक संबंधों में भी परेशानियां बढ़ सकती हैं क्योंकि आपके विचार अलग होंगे और जीवनसाथी को वह समझ में नहीं आएंगे। इसके अतिरिक्त व्यावसायिक संबंधों के लिए भी यह गोचर अधिक अनुकूल नहीं कहा जा सकता है। आपको अपने व्यावसायिक कार्यों के लिए किसी अनुभवी व्यक्ति की सलाह अथवा मश्विरा लेना चाहिए।
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कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए केतु का यह गोचर सातवें भाव में होने जा रहा है जो कि लंबी रिश्ते और विवाह का भाव भी है। इस स्थिति में केतु का यह गोचर आपके दांपत्य जीवन के लिए अनुकूल रहने की संभावना नहीं है। आपको बहुत सावधानियां बरतनी होंगी क्योंकि इस गोचर के दौरान आप और आपके जीवनसाथी के मध्य कई बार कहासुनी, तनाव, टकराव और आपसी अहम भाव का टकराव हो सकता है। आपके जीवनसाथी के ऊपर आपको कुछ संदेह हो सकता है क्योंकि आपको लगेगा कि वे कई बातें आपसे छिपा रहे हैं और उन्हें लगेगा कि आप उनको समझना नहीं चाहते।
इस गोचर के परिणामस्वरूप आपके और आपके जीवनसाथी के बीच बहुत सारे तर्क, तनाव, संघर्ष और पारस्परिक अहंकार के मुद्दे हो सकते हैं, इसलिए आपको बहुत सावधान रहने की आवश्यकता है। यह विरोधाभास आपके बीच दूरियां बढ़ा सकता है इसलिए आपको संतुलित रूप से जीवनचर्या का पालन करना चाहिए और अपने जीवन साथी को भी समझना चाहिए। व्यवसाय करने वाले जातकों के लिए भी यह गोचर अधिक अनुकूल नहीं है। ऐसे में अपनी गतिविधियों को नियंत्रित रूप से रखते हुए अपने कार्य व्यवसाय को आगे बढ़ाएं और किसी विशेष अनुभवी व्यक्ति की सलाह लेकर काम करने से आपको लाभ मिल सकता है। इस गोचर के दौरान आपके जीवनसाथी ज्यादा पूजा पाठ करने वाले बन सकते हैं।
केतु का सिंह राशि में गोचर: इन राशियों पर होगा सकारात्मक प्रभाव
मिथुन राशि
मिथुन राशि के लिए केतु का गोचर आपकी राशि से तीसरे भाव में होगा। आमतौर पर तीसरे भाव में केतु का गोचर करना अनुकूल माना जाता है। ऐसी स्थिति में आपके साहस और पराक्रम की वृद्धि होगी। आप हर काम को पूरी ईमानदारी और मेहनत के साथ करेंगे। धार्मिक क्रियाकलापों में आपके मन की इच्छाएं जागृत होंगी। आप अपने दोस्तों को, रिश्तेदारों, भाई – बहनों के साथ धार्मिक स्थानों की यात्रा करने पर ज्यादा जोर देंगे और छोटी-छोटी धार्मिक यात्राएं करेंगे। आपका मन एक रमणीय स्थल पर ज्यादा लगने की संभावना है।
इस दौरान आपके मन में अनेक अच्छे विचार भी आएंगे। कार्यक्षेत्र में भी आपका मन लगेगा और आपके सहकर्मी आपको सहयोग देंगे। हालांकि इस दौरान भाई-बहनों को कुछ शारीरिक समस्याएं परेशान कर सकती हैं इसलिए यदि आवश्यक हो तो आपको इस दौरान उनकी मदद करनी चाहिए। इस गोचर के प्रभाव से आप कोई संपत्ति खरीदने में सफल हो सकते हैं। आप व्यापार से संबंधित जोखिम उठाने के लिए भी तत्पर दिखेंगे।
केतु का सिंह राशि में गोचर: विश्वव्यापी प्रभाव
विदेशी व्यापार, यात्रा और अध्ययन
- केतु का सिंह राशि में गोचर अध्ययन के लिए विदेश यात्रा करने के लिए अच्छा समय साबित होगा।
- छात्रों का ध्यान पढ़ाई में पहले से ज़्यादा लगेगा और वे क्रिएटिव या अलग हटकर चीज़ें पढ़ने में रुचि दिखा सकते हैं।
- लोगों की रुचि आध्यात्म की तरफ बढ़ सकती है या कुछ लोग इसे पैसा कमाने का जरिया भी बना सकते हैं।
- अध्यात्म के नाम पर धोखाधड़ी के मामलों में भी बढ़ोतरी हो सकती है।
- आपको विदेशों से जुड़े व्यापार के अच्छे मौके मिल सकते हैं, जिनसे आपको आर्थिक फायदा और प्रोफेशनल पहचान मिलेगी।
सामाजिक कल्याण और आध्यात्मिकता
- इस गोचर के प्रभाव से लोग समाज के प्रति ज्यादा जागरूक होंगे और सामाजिक कार्यों व जनकल्याण में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे।
- ज्योतिष, वास्तु या हीलिंग से जुड़े लोगों के लिए यह समय अच्छा रहेगा, उन्हें नए मौके मिल सकते हैं और वे सफलता पा सकते हैं।
केतु का सिंह राशि में गोचर: शेयर बाजार रिपोर्ट
केतु का गोचर सबसे महत्वपूर्ण गोचरों में से एक है और यह शेयर बाजार को भी प्रभावित करेगा। आइए देखें कि शेयर बाजार की भविष्यवाणियां क्या कहती हैं।
- सार्वजनिक क्षेत्र, सीमेंट उद्योग, ऊनी मिलें, लोहा, इस्पात और आवास सभी में वृद्धि देखी जा सकती है।
- यह अनुमान लगाया जा रहा है कि दवा, मोटर वाहन, ट्रैक्टर, उर्वरक और बीमा उद्योग, साथ ही सौंदर्य प्रसाधन, परिवहन, कपास मिलें, फिल्म, मुद्रण और अन्य उद्योग सभी का विस्तार होगा।
- यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कानूनी और चिकित्सा फर्म भी बहुत समृद्ध होंगी।
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