जन्माष्टमी का त्योहार भारत के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक है जिसे भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस पर्व की खुशियों, उत्साह और आनंद को बढ़ाने के लिए एस्ट्रोसेज एआई आपके लिए जन्माष्टमी स्पेशल ऑफर्स लेकर आया है, जिससे यह त्योहार आपके लिए और भी ख़ास बन सकें।

आइए बिना देर किए आगे बढ़ते हैं और जन्माष्टमी स्पेशल इन ऑफर्स के बारे में जानते हैं।
मनी मैग्नेट ब्रेसलेट
जन्माष्टमी 2025 के लिए एस्ट्रोसेज एआई के स्पेशल ऑफर्स
80% के बंपर डिस्काउंट से पाएं ये ब्रेसलेट सिर्फ़ ₹499 में।
मनी मैग्नेट ब्रेसलेट खरीदने के लिए क्लिक करें!
लव एंड प्रोस्पेरिटी
₹2099 नहीं, 80% की छूट के साथ पाएं मात्र ₹449 में।

लव एंड प्रोस्पेरिटी खरीदने के लिए क्लिक करें!
राजयोग रिपोर्ट
कुंडली में मौजूद शक्तिशाली राजयोग के बारे में जानें, सिर्फ़ ₹299 में।
राजयोग रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए क्लिक करें!
वार्षिक रिपोर्ट
मात्र ₹299 में पाएं वर्ष की विस्तृत भविष्यवाणी।
वार्षिक रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए क्लिक करें!
बृहत् कुंडली
बृहत् कुंडली से जानें जीवन के छिपे रहस्य, सिर्फ़ ₹399 में।
बृहत् कुंडली प्राप्त करने के लिए क्लिक करें!
लव गुरु
केवल ₹5/मिनट में करें हमारे अनुभवी ज्योतिषियों से बात और पाएं प्रेम जीवन से जुड़े हर सवाल का जवाब।
लव गुरु से बात करने के लिए क्लिक करें!
एस्ट्रोसेज एआई इन सभी स्पेशल ऑफर्स को आपके लिए लेकर आया है, जो सीमित समय के लिए उपलब्ध हैं, इसलिए अभी इनका लाभ उठाएं और जन्माष्टमी 2025 पर अपने जीवन में लाएं सकारात्मक बदलाव।
जन्माष्टमी 2025: तिथि, मुहूर्त एवं योग
जन्माष्टमी 2025 तिथि: 16 अगस्त 2025
निशीथ काल पूजा मुहूर्त: रात 12 बजकर 03 मिनट से रात 12 बजकर 47 मिनट तक
अवधि: 47 मिनट
जन्माष्टमी 2025 पारण मुहूर्त: 17 अगस्त 2025 की सुबह 05 बजकर 50 मिनट के बाद
जन्माष्टमी का ज्योतिषीय महत्व
हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है। ज्योतिषीय दृष्टि से इस तिथि का विशेष महत्व है। जगत के पालनहार श्रीहरि विष्णु के आठवें अवतार भगवान कृष्ण को ज्ञान, धर्म और नकारात्मकता से सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है। वहीं, जन्माष्टमी की रात आसमान में दिखाई देने वाले चांद का संबंध मानसिक शांति और भावनात्मक संतुलन से होता है इसलिए कुछ भक्त जन्माष्टमी की रात ध्यान और जप आदि करते हैं।
भगवान कृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र में हुआ था और यह वैदिक ज्योतिष में चौथा नक्षत्र है जिसके अधिपति देव चंद्र ग्रह हैं। इस नक्षत्र का प्रतीक रथ है जो सौंदर्य और धन-समृद्धि को दर्शाता है। बता दें कि सभी 27 नक्षत्रों में रोहिणी नक्षत्र को सबसे शुभ माना जाता है और इसके संबंध रचनात्मकता, आकर्षण और सकारात्मक ऊर्जा से है। ऐसे में, भगवान कृष्ण का रोहिणी नक्षत्र में जन्म होना बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि ऐसी मान्यता है कि इस नक्षत्र के अंतर्गत जन्म लेने वाले जातक बेहद आकर्षक, मज़बूत संचार कौशल वाले और दैवीय कृपा से पूर्ण होते हैं।
रोहिणी नक्षत्र वैभव और रचनात्मकता से जुड़ा है जो श्रीकृष्ण के मनोहर व्यक्तित्व और लीलाओं का भी प्रतिनिधित्व करता है। इसी प्रकार, चंद्रमा के वृषभ राशि में उच्च का होने से सामंजस्य और भावनात्मक गहराई में वृद्धि होती है और ऐसे में, यह नक्षत्र सांसारिक और आध्यात्मिक क्षेत्र में सफलता के लिए अनुकूल होता है। कई ज्योतिषी भगवान कृष्ण के मंत्रों का जाप करते हुए उनकी पूजा करने की सलाह देते हैं क्योंकि ऐसा कहते हैं कि श्रीकृष्ण की पूजा से कुंडली में गुरु और शुक्र ग्रह की स्थिति मज़बूत होती है। जन्माष्टमी की तिथि आध्यात्मिकता के साथ-साथ व्यक्तिगत प्रगति और मानसिक शांति के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है।
जन्माष्टमी 2025 पर एस्ट्रोसेज एआई ही क्यों चुनें?
एस्ट्रोसेज एआई ज्योतिष की कोई साधारण ऐप नहीं है, बल्कि इस ऐप को आपकी कुंडली का गहराई से विश्लेषण करके आपको सही मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए बनाया गया है। जन्माष्टमी के दिन दैवीय ऊर्जा बहुत मज़बूत होती है और ऐसे में, एस्ट्रोसेज एआई के अनुभवी ज्योतिषियों से सलाह लेकर आप अपने कार्यों को शुभ समय में संपन्न करके ग्रहों की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। इस प्लेटफ़ॉर्म पर आपको दैनिक राशिफल, कुंडली विश्लेषण, रत्न, पर्सनलाइज्ड कुंडली और ज्योतिष में रुचि रखने वालों को मार्गदर्शन की प्राप्ति होती है। सामान्य शब्दों में कहें तो, यहां आपको हर त्योहार की जानकारी से लेकर जीवन में मार्गदर्शन और परामर्श तक मिल जाएगा।
एस्ट्रोसेज एआई पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक जरूरतों को आपस में जोड़ता है। एआई और ज्योतिष के संगम के माध्यम से एस्ट्रोसेज यह सुनिश्चित करता है कि जन्माष्टमी 2025 आप सिर्फ़ भक्ति नहीं, बल्कि विचारों की स्पष्टता और लक्ष्यों को पाने की दृढ़ता के साथ मनाएं। यह सर्वश्रेष्ठ समय होता है अपनी आंतरिक शक्ति को जानने-समझने और बेहतर भविष्य की तरफ कदम बढ़ाने के लिए।
भक्ति के पर्व जन्माष्टमी को ख़ास बनाएं एस्ट्रोसेज एआई के साथ, और पाएं जीवन में सही मार्गदर्शन!