ज्योतिषिय दृष्टिकोण से आठवें भाव में चंद्र-केतु का संयोग एक रहस्यमय मानसिक रूप से अशांत करने वाला और कभी-कभी विनाशकारी

ज्योतिषिय दृष्टिकोण से आठवें भाव में चंद्र-केतु का संयोग एक रहस्यमय मानसिक रूप से अशांत करने वाला और कभी-कभी विनाशकारी
आपने अक्सर अपने माता-पिता या परिवार के अन्य सदस्यों को ज्योतिषियों से ‘विवाह का समय और विवाह की गुणवत्ता’ के
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में प्रत्येक ग्रह समय-समय पर एक निश्चित अवधि के दौरान अपनी राशि में परिवर्तन करते रहते हैं।
प्रत्येक ग्रह एक निश्चित समय के बाद अपनी राशि में परिवर्तन करते हैं। इसी क्रम में न्याय के देवता और
हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र पूर्णिमा के बाद वैशाख के महीने की शुरुआत होती है। सनातन धर्म में इस माह
हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त को अत्यधिक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है इसलिए हर मांगलिक एवं नए कार्य को शुभ मुहूर्त
वास्तु का हम सबके जीवन पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है। वास्तु शास्त्र के नियमों को अपनाकर जीवन में शुभ
सनातन धर्म में वास्तु शास्त्र को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है इसलिए लोग अपने घर से लेकर ऑफिस तक
सूर्य के सबसे नजदीक ग्रह बुध हैं और यह सौरमंडल का सबसे छोटा व चमकीला ग्रह भी है। बुध सूर्य
वैदिक ज्योतिष में शनि देव को एक क्रूर ग्रह माना गया है। शनि देव न्याय के देवता हैं जो मनुष्य