सिंह राशि में बुधादित्‍य योग, इन राशि वालों की चमकने वाली है किस्‍मत!

सिंह राशि में बुधादित्‍य योग, इन राशि वालों की चमकने वाली है किस्‍मत!

सिंह राशि में बुधादित्‍य योग: एस्‍ट्रोसेज एआई की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं और इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए हैं सिंह राशि में बुधादित्‍य योग से संबंधित यह खास ब्लॉग। 30 अगस्‍त, 2025 को सिंह राशि में बुधादित्‍य योग बनने जा रहा है। इस ब्‍लॉग में हम आपको विस्‍तार से बताने जा रहे हैं कि बुधादित्‍य योग का सभी 12 राशियों पर क्‍या प्रभाव पड़ेगा।

वैदिक ज्‍योतिष के अनुसार जब सूर्य और बुध की एक ही भाव में युति होती है, तब बुधादित्‍य योग बनता है। चूंकि, सूर्य को आदित्‍य के नाम से भी जाना जाता है इसलिए सूर्य और बुध की युति से बनने वाले योग को बुधादित्‍य योग का नाम दिया गया है। इस योग को अत्‍यंत शुभ माना जाता है और यह बुद्धि, संचार एवं नेतृत्‍व करने की क्षमता का प्रतीक है। जिन लोगों की कुंडली में बुधादित्‍य योग बनता है, वे अपनी बात स्‍पष्‍टता से रख पाते हैं, वे बुद्धिमान और आत्‍मविश्‍वास से भरपूर होते हैं। ये मानसिक रूप से मज़बूत होने और स्‍पष्‍ट सोच के दम पर सफलता प्राप्‍त करते हैं। ये लेखन, शिक्षण, प्रशासनिक, पब्लिक स्‍पीकिंग या ऐसा कोई भी पेशा जिसमें बुद्धि और निपुणता से बोलने की जरूरत हो, उसमें उत्‍कृष्‍टता प्राप्‍त करते हैं।

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बुध और सूर्य, इन दोनों ग्रहों की गरिमा, जिस भाव में युति हो रही है और बुध अस्‍त हो रहा है या नहीं, ये सभी इस योग की प्रबलता को प्रभावित करते हैं। यदि बुधादित्‍य योग सही स्थिति में हो और कोई अशुभ ग्रह प्रभावित न कर रहा हो, तो ऐसे में यह योग लोकप्रियता, प्रसिद्धि और समाज में सकारात्‍मक छवि का आशीर्वाद देता है। वहीं अगर बुध अस्‍त हो रहा हो या इस अशुभ प्रभाव पड़ रहा हो, तो इससे अहंकार से संबंधित समस्‍याएं या गलतफहमियां हो सकती हैं।

सिंह राशि में बुधादित्‍य योग: समय

30 अगस्‍त, 2025 को शाम 04 बजकर 39 मिनट पर सिंह राशि में बुध और सूर्य की युति से बुधादित्‍य योग का निर्माण होगा। इस ब्‍लॉग में बताया गया है कि बुधादित्‍य योग का सभी 12 राशियों पर क्‍या प्रभाव पड़ेगा। बता दें कि यहां पर दिया गया राशिफल लग्‍न राशि के आधार पर है। अपना लग्‍न जानने के लिए एस्‍ट्रोसेज एआई लग्‍न कैलकुलेटर का उपयोग करें।

बुधादित्‍य योग और उसका प्रभाव

सकारात्‍मक प्रभाव

  1. बुद्धि तेज होती है
    ये जातक तेज दिमाग वाले और विश्‍लेष्‍णात्‍मक सोच के होते हैं। इनके अंदर जल्‍दी निर्णय लेने की क्षमता होती है।
  2. मजबूत संचार कौशल
    इनकी अपनी भावनाओं या विचारों को बोलकर और लिखकर व्‍यक्‍त करने की क्षमता बेहतर होती है। इससे व्‍यक्‍ति दूसरों को प्रेरित करने वाला, तार्किक और स्‍पष्‍टवादी बनता है।
  3. नेतृत्‍व करने का गुण
    आत्‍मविश्‍वास, आकर्षण और अपना कार्यभार संभालने की क्षमता बढ़ती है। मैनेजमेंट या प्रशासनिक पदों के लिए यह स्थिति उपयुक्‍त होती है।
  4. शिक्षा में प्रगति
    छात्रों की खासतौर पर गणित, कॉमर्स, लॉ और साहित्‍य जैसे विषयों में रुचि बढ़ती है।
  5. करियर में सफलता
    लेखन, शिक्षण, पब्लिक स्‍पीकिंग, मीडिया, मार्केटिंग, राजनीति और सरकारी सेवाओं से संबंधित पेशों को लाभ होता है।
  6. लोकप्रियता और पहचान
    यदि विशेष रूप से बुध सार्वजनिक या केंद्र भाव जैसे कि दशम भाव में बैठा हो, तो व्‍यक्‍ति की लोकप्रियता में वृद्धि होती है।

नकारात्‍मक प्रभाव (यदि पीड़ित हो तो)

बुध अस्‍त

अगर बुध सूर्य के बहुत नज़दीक है तो यह अस्‍त हो सकता है। इससे व्‍यक्‍ति की मानसिक स्‍पष्‍टता में कमी आती है और उसे संचार से संबंधित समस्‍याएं देखनी पड़ सकती हैं।

अहंकार और घमंड

व्‍यक्‍ति घमंडी, दूसरों पर हावी रहने वाला या दूसरों की राय को नज़रअंदाज़ करने वाला बन सकता है।

बेचैनी या चिंता

यदि अशुभ भाव या राशि में युति हो रही हो, तो इससे व्‍यक्‍ति ज्‍यादा सोचने लगता है, निर्णय नहीं ले पाता है या तनाव में रहता है।

चालाक होता है

पीड़ित बुधादित्‍य योग के कारण व्‍यक्‍ति अपनी बुद्धि का प्रयोग स्‍वार्थ या कपट से भरे उद्देश्‍यों के लिए कर सकता है।

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बुधादित्‍य योग: कब होता है प्रभावशाली

कुंडली में बुधादित्‍य योग से संपूर्ण लाभ मिलने के लिए कुछ ज्‍योतिषीय स्थितियों का होना आवश्‍यक है। इन स्थितियों के बिना यह योग कमज़ोर, निष्क्रिय या अशुभ हो सकता है। तो चलिए जानते हैं कि बुधादित्‍य योग से लाभ प्राप्‍त करने के लिए कुंडली में किन स्थितियों का होना जरूरी है।

  1. सूर्य और बुध की उचित युति
    सूर्य और बुध कुंडली में एक ही राशि और भाव में होने चाहिए।
    सूर्य और बुध डिग्री (14 डिग्री के अंतर्गत) में एक-दूसरे के जितने ज्‍यादा नज़दीक होंगे, योग उतना ही ज्‍यादा प्रबल होगा लेकिन अत्‍यधिक नज़दीक होने पर बुध अस्‍त हो सकता है।
  2. बुध अस्‍त नहीं होना चाहिए
    बुध को अपनी शक्‍ति बनाए रखनी चाहिए और बुध सूर्य के बहुत ज्‍यादा नज़दीक (लगभग 4 डिग्री के भीतर) नहीं होना चाहिए वरना वह अस्‍त हो सकता है। इससे योग के परिणाम कमज़ोर हो सकते हैं।
  3. दोनों ग्रह मजबूत स्थिति में होने चाहिए
    दोनों ग्रहों की युति केंद्र यानी पहले, चौथे, सातवें, दसवें या त्रिकोण भावों यानी पहले, पांचवे और नौंवे भाव में होनी चाहिए।
    इस योग के लिए मिथुन, कन्‍या, सिंह और तुला राशि अनुकूल हैं।
  4. अशुभ प्रभाव नहीं होना चाहिए
    सूर्य और बुध पर राहु, केतु, शनि या मंगल जैसे किसी भी अशुभ ग्रह का प्रभाव नहीं होना चाहिए।
    मज़बूत अशुभ ग्रहों के साथ कोई युति या उनकी दृष्टि नहीं होनी चाहिए। इससे योग खराब हो सकता है।
  5. बुध मज़बूत होना चाहिए
    मज़बूत बुध (स्‍वराशि मिथुन या कन्‍या या उच्‍च का होने पर) बुद्धि, स्‍पष्‍टता और संचार कौशल में वृद्धि करता है।
    यदि बुध नीच का (मीन राशि में) हो या वक्री और कमज़ोर हो, तब यह योग अपनी शक्‍ति खो देता है।
  6. सूर्य अधिकार या शासन का समर्थन करना चाहिए
    शुभ स्थि‍ति में सूर्य का होना (स्‍वराशि सिंह या उच्‍च राशि मेष में होना) नेतृत्‍व करने की क्षमता, शक्‍ति और आत्‍मविश्‍वास में वृद्धि करता है।
    इन सभी स्थितियों के पूर्ण होने पर बुधादित्‍य योग बुद्धि, पहचान और नेतृत्‍व प्रदान करता है। व्‍यक्‍ति शिक्षा, करियर और ऐसे क्षेत्रों या कार्यों में सफल होता है, जहां पर संचार कौशल की आवश्‍‍यकता हो।

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सिंह राशि में बुधादित्‍य योग का राशियों पर प्रभाव

मेष राशि

बुध मेष राशि के तीसरे और छठे भाव के स्‍वामी हैं और सूर्य इस राशि के पांचवे भाव के स्‍वामी हैं। अब दोनों ग्रह सिंह राशि में बुधादित्‍य योग का निर्माण कर रहे हैं। यह पूरी तरह से सकारात्‍मक युति नहीं है क्‍योंकि मेष राशि के लोगों के लिए बुध एक शुभ ग्रह नहीं है। आपको या आपकी संतान को स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याएं होने का डर है। कार्यस्थल पर आपका विरोध किया जा सकता है और व्‍यापारियों को अपने व्‍यवसाय में कुछ हद तक और कुछ समय के लिए मंदी देखनी पड़ सकती है।

हालांकि, तीसरे भाव के स्‍वामी का पांचवे घर में होना अच्‍छा माना जाता है। इससे निजी जीवन और करियर दोनों में ही वो कार्य करने का साहस मिलता है, जिसे आप करना चाहते हैं। प्रेम संबंध में सावधानी बरतें क्‍योंकि इस समय ब्रेकअप और दिल टूटने की संभावना बनी हुई है।

वृषभ राशि

बुध वृषभ राशि के दूसरे और पांचवे भाव का स्‍वामी है और सूर्य का इस राशि के चौथे भाव पर आधिपत्‍य है। कुल मिलाकर वृषभ राशि के लोगों के जीवन पर बुधादित्‍य योग का सकारात्‍मक पभाव देखने को मिलेगा। बुध और सूर्य के चौथे भाव में होने पर, यदि आप अपने करियर में नौकरी बदलने की सोच रहे हैं, तो आपको अच्‍छे अवसर मिल सकते हैं क्‍योंकि इन दोनों ही ग्रहों की आपके दसवें भाव पर दृष्टि पड़ेगी। इस योग से आपके घर-परिवार में सुख-शांति और सकारात्‍मकता आएगी और पारिवारिक संबंधों के साथ-साथ रिश्‍तेदारों के साथ भी बेहतस संबंध बनेंगे।

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मिथुन राशि

बुधादित्‍य राजयोग 2025 से मिथुन राशि के लोगों को अत्‍यंत अनुकूल परिणाम मिलने वाले हैं और इससे इनकी आर्थिक स्थिति में काफी सुधार आएगा। आप विभिन्‍न स्रोतों से धन कमा सकते हैं और आपको अपने निवेश से अच्‍छा लाभ होने के आसार हैं। इसके अलावा आप अपनी वित्तीय समस्‍याओं को आसानी से पार कर पाएंगे।

इस समयावधि में आपके लिए शादी का प्रस्‍ताव आ सकता है। सिंगल जातकों के लिए विवाह के योग बन रहे हैं। वहीं शादीशुदा जातकों और जिनका प्रेम संबंध चल रहा है, वे अपने पार्टनर के करीब आ सकते हैं। आपको अपने भाग्‍य का साथ मिलेगा और आप अपने कार्यक्षेत्र में खूब धन कमाएंगे। आप करियर के क्षेत्र में प्रगति करेंगे और आपके प्रयास फलदायी साबित होंगे।

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कर्क राशि

बुध ग्रह कर्क राशि के तीसरे और बारहवें भाव के स्‍वामी हैं और सूर्य देव दूसरे भाव के स्‍वामी हैं। अब बुधादित्‍य योग दूसरे भाव यानी परिवार, आय और वाणी के भाव में बन रहा है। चूंकि, बुध आपके लिए नकारात्‍मक भावों का स्‍वामी है, इसलिए अगर आप पहले से ह‍ी आंखों से संबंधित किसी समस्‍या से जूझ रहे हैं, तो इस समय आपकी परेशानी बढ़ सकती है इसलिए सावधान रहें। अगर आप मनचाही सफलता पाने के लिए अपने घर और काम से दूर किसी अन्‍य जगह पर यात्रा कर रहे हैं, तो इससे आपको लाभ होने की उम्‍मीद है।

इस दौरान आपकी अपने परिवार के लोगों या रिश्‍तेदारों से लड़ाई भी हो सकती है। इस समय आर्थिक उतार-चढ़ाव भी देखने पड़ सकते हैं। दूसरे भाव में बुध तीसरे और बारहवें भाव का स्‍वामी होने के कारण अधिक खर्चा करने की प्रवृत्ति दे सकता है। हालांकि, सूर्य के स्‍वराशि में होने से आपको धन कमाने के अवसर मिलते रहेंगे। 

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सिंह राशि

सिंह राशि के लोगों को बुधादित्‍य राजयोग 2025 से अपने निजी जीवन में अनुकूल परिणाम मिलने की उम्‍मीद है। इस समयावधि में आपकी अध्‍यात्‍म की ओर रुचि बढ़ सकती है जिससे आपको शांति और स्‍पष्‍टता मिलेगी एवं आपका जीवन बेहतर होगा। आपको अपनी कड़ी मेहनत के लिए करियर में सफलता और संपन्‍नता प्राप्‍त होगी। इसके साथ ही अगर आपको कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, तो उसमें अब आपको अनुकूल परिणाम मिल सकते हैं।

आपको अपने भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा जिससे परिवार में रिश्‍ते बेहतर एवं मज़बूत होंगे। सिंह राशि के बच्‍चों को सूर्य और बुध के प्रभाव के कारण अपने जीवन में प्रगति मिल सकती है। इससे आपकी सफलता और विकास का मार्ग प्रशस्‍त होगा। इस समयावधि में आप अपनी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं से उबर सकते हैं और कई तरह के कामों को करने के लिए प्रेरित रहेंगे।

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कन्या राशि

कन्‍या राशि के लोगों को साल 2025 में शानदार सफलता मिलने के योग हैं। चूंकि, बुध पहले और दसवें भाव का स्‍वामी है और अब वह सूर्य के साथ मिलकर बुधादित्‍य योग बना रहा है इसलिए इस समय आपको कई क्षेत्रों में सफलता मिल सकती है। आपका वैवाहिक संबंध सफल होगा और आप दोनों एक-दूसरे का सम्‍मान करेंगे एवं एक-दूसर के प्रति जिम्‍मेदार बनेंगे। इसके अलावा, जमीन या प्रॉपर्टी से संबंधित सभी लंबित मामले सुलझ सकते हैं। इससे आपको भौतिक और भावनात्‍मक रूप से संतुष्टि प्राप्‍त होगी।

यदि आप काम करते हैं, तो आपको कार्यक्षेत्र में सफलता मिलने के आसार हैं और आपको अपने करियर में प्रग‍ति करने के कई अवसर मिल सकते हैं। इस समय आपकी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याएं ठीक हो जाएंगी और आप आसानी से वित्तीय अड़चनों को पार कर पाएंगे।

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तुला राशि

तुला राशि के नौवें और बारहवें भाव के स्‍वामी बुध ग्रह हैं और अब वह सूर्य के साथ आपके ग्‍यारहवें भाव में विराजमान रहेंगे जिससे बुधादित्‍य योग का निर्माण होगा। इस योग से आपकी आमदनी में स्थिरता आएगी और आप अधिक धन कमा सकते हैं और भौतिक इच्‍छाओं को अपने प्रयासों, बुद्धि एवं प्रभाव से पूरा कर पाएंगे। आप ग्रुप, सामाजिक संगठन या ऑनलाइन कम्‍युनिटी में लीडर बन सकते हैं। व्‍यापारियों, समाज की बड़ी हस्तियों या पीआर/कम्‍युनिकेशन में काम करने वाले लोगों के लिए अनुकूल समय है।

ग्‍यारहवां भाव इच्‍छाओं का होता है। यदि यह भाव पीडित हो, तो व्‍यक्‍ति बहुत ज्‍यादा भौतिक चीज़ों से मोह रखने वाला, बिखरा हुआ या असंतुष्‍ट हो सकता है। वह लोकप्रियता या लग्‍ज़री के पीछे भाग सकता है। चूंकि, बुध का संबं‍ध मोक्ष यानी बारहवें भाव से भी है, इसलिए इसके अस्‍त या पीडित होने पर व्‍यक्‍ति बाहरी लाभ के चक्‍कर में आंतरिक विकास को अनदेखा कर सकता है। यदि खासतौर पर मंगल, शनि या राहु की इस योग पर दृ‍ष्टि पड़ रही हो, तो आपके अपने बड़े भाई-बहनों के साथ अहंकार को लेकर टकराय या संचार संबंधित समस्‍याएं होने का डर रहता है।

तुला साप्ताहिक राशिफल

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के लिए बुधादित्‍य राजयोग 2025 लाभकारी सिद्ध होगा। आपकी समृद्धि बढ़ेगी और आर्थिक स्थिति मज़बूत होगी। आपको अचानक से वित्तीय लाभ होने के संकेत हैं और आपको अपना पैसा वापस भी मिल सकता है। निवेश से होने वाले धन लाभ से आपके जीवन में स्थिरता आने की संभावना है।

नौकरीपेशा जातकों की समाज में स्थिति बेहतर होगी और उनके पास काम के कई अवसर हो सकते हैं। इसके अलावा पारस्‍परिक संबंधों के बेहतर होने के कारण अपने करीबियों से आपके रिश्‍ते मजबूत होंगे। इस समयावधि में आपकी सेहत अच्‍छी रहेगी और आप अपने सभी लक्ष्‍यों को प्राप्‍त कर पाएंगे।

वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

धनु राशि

धनु राशि के सातवें और दसवें भाव के स्‍वामी बुध ग्रह हैं जो कि अब सूर्य के साथ आपके नौवें भाव में रहेंग जिससे बुधादित्‍य योग का निर्माण होगा। इस योग से धनु राशि वालों को असीम लाभ मिलने की संभावना है क्‍योंकि इस समय उन्‍हें अपने भाग्‍य का पूरा साथ मिल पाएगा। आपका वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा। आपके अपने जीवनसाथी के साथ रिश्‍ते बेहतर होंगे और इस समय आपको अपनी संतान के जन्‍म लेने की खबर मिल सकती है।

इस समयावधि में आपको अपने पिता और गुरुजनों का सहयोग मिलेगा। इसके अलावा आप अपने निजी एवं पेशेवर जीवन में प्रगति करेंगे। इस दौरान आपकी वित्तीय स्थिति भी स्थिर रहेगी और आप प्रॉपर्टी खरीदने या बेचने की सोच सकते हैं। आपको ऑफिस में प्रमोशन भी मिल सकता है।

धनु साप्ताहिक राशिफल

मकर राशि

मकर राशि के छठे और नौवें भाव के स्‍वामी बुध अब इस राशि के आठवें भाव में सूर्य के साथ उपस्थित रहेंगे। इस तरह मकर रा‍शि के आठवें भाव में सिंह राशि में बुधादित्‍य योग बनने से शोधकर्ताओं और विद्वानों को लाभ मिलेगा और इस योग से उन्‍हें अपने शोध में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। ये दोनों ग्रह आठवें भाव में रहेंगे जिससे आपको असीम बुद्धि प्राप्‍त होगी और आप दीर्घकालिक बीमारियों से सुरक्षित रहेंगे।

हालांकि, सूर्य और बुध की इस युति से आपको त्‍वचा से संबंधित कुछ बीमारियां और रैशेज़ आदि परेशान कर सकते हैं। इस दौरान आपको अचानक आर्थिक लाभ होने के भी संकेत हैं और आपकी वित्तीय स्थिति मज़बूत होगी। व्‍यापारियों और नौकरीपेशा जातकों दोनों को ही पेशेवर लाभ होने के आसार हैं।

मकर साप्ताहिक राशिफल

कुंभ राशि

कुंभ राशि के पांचवे और आठवें भाव के स्‍वामी बुध ग्रह हैं और आपके सातवें भाव के स्‍वामी सूर्य ग्रह हैं। अब ये दोनों ग्रह एकसाथ सातवें भाव में रहेंगे जिससे बुधादित्‍य योग का निर्माण हाोगा। वैवाहिक संबंध मज़बूत होगा और हो सकता है कि आपके और आपके पार्टनर के बीच उम्र का बड़ा फासला हो। कंसल्‍टेंसी, कानूनी परामर्श, संचार, शिक्षण या पार्टनरशिप या साझेदारी में किए गए व्‍यवसायों में नेतृत्‍व से संबंधित भूमिकाओं में शानदार संभावनाएं मौजूद हैं।

आप एक प्रभावशाली पार्टनर को अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं या फिर खुद अपने रिश्‍ते में पार्टनर पर हावी होने की कोशिश कर सकते हैं। सातवां भाव सामाजिक लेन-देन और कानूनी मामलों को दर्शाता है। यदि यह योग अशुभ ग्रहों जैसे कि शनि, राहु या मंगल से पीडित हो, तो शादीशुदा जिंदगी में कलह या कानूनी विवाद उत्‍पन्‍न हो सकता है। यह योग व्‍यक्‍ति को खासतौर पर व्‍यक्‍तिगत लेन-देन और जिम्‍मेदारियों को लेकर अपने ज्ञान और शक्‍ति का समझदारी से उपयोग करने के लिए प्रेरित कर रहा है।

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मीन राशि

मीन राशि के छठे भाव के स्‍वामी सूर्य देव हैं और अब वह आपके छठे भाव में ही प्रवेश करने जा रहे हैं। बुध आपके चौथे और सातवें भाव के स्‍वामी हैं जिससे आपके छठे भाव में सिंह राशि में बुधादित्‍य योग बनने जा रहा है। इस योग के कारण आप एक मज़बूत प्रतिद्वंदी के रूप में सामने आ सकते हैं। आप प्रतियोगी परीक्षाओं, कानूनी मामलों और कार्यक्षेत्र में शत्रुता के मामले में उत्‍कृष्‍ट प्रदर्शन करेंगे। इन जातकों में अधिक दबाव या मतभेद की स्थिति में विश्‍लेषण करने, तर्क करने और मानसिक स्‍पष्‍टता अधिक रहती है।

कानून, मेडिसिन, सरकारी सेवा, रक्षा, अकाउंटिंग या आपदा प्रबंधन जैसे पेशों के लिए लाभकारी समय है। ये जातक अपने विरोधियों पर विजय प्राप्‍त करेंगे, अपने कर्ज को जल्‍दी चुका पाएंगे और विवादों को कुशलता से सुलझाते हुए नज़र आएंगे। अगर यह योग शनि, राहु या मंगल से पीडित हो, तो तंत्रिका तंत्र, पाचन या त्‍वचा से संबंधित मामूली समस्‍याएं हो सकती हैं। सूर्य का छठे भाव में होने से आप दूसरों पर हावी होने या उन्‍हें नियंत्रण करने की कोशिश कर सकते हैं जिससे आपके निजी जीवन और करियर में मतभेद उत्‍पन्‍न हो सकते हैं।

सिंह राशि में बुधादित्‍य योग: उपाय

  • आप रोज़ सुबह आदित्‍य हृदयम स्रोत का पाठ करें।
  • गरीब लोगों को गुड़, चना और लाल रंग के वस्‍त्र दान करें।
  • नियमित रूप से विष्‍णु सहस्‍त्रनाम का पाठ करें।
  • हर बुधवार को गणेश अभिषेक करें।
  • गाय को हरा चारा खिलाएं और किसी भी तरह से उनकी सेवा करें।

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

प्रश्‍न 1. किन दो ग्रहों की युति से बुधादित्‍य योग बनता है?

उत्तर. सूर्य और बुध की युति से।

प्रश्‍न 2. इन दोनों ग्रहों द्वारा अलग-अलग बनने वाले योग कौन से हैं?

उत्तर. भद्रा योग, वाशी योग और वेशी योग।

प्रश्‍न 3. किन दो ग्रहों से गजकेसरी योग बनता है?

उत्तर. बृहस्‍पति और चंद्रमा से।