एस्ट्रोसेज एआई के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको बुध का कर्क राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, इसका प्रभाव आपकी राशि पर कैसा पड़ेगा इस बारे में भी बताएंगे। बता दें कि बुध के गोचर का प्रभाव कुछ राशियों के लिए सकारात्मक साबित होगा, तो वहीं कुछ राशि के जातकों को नकारात्मक परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। जानकारी हो कि बुध 22 जून 2025 को कर्क राशि में गोचर कर रहे हैं।

तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं किन जातकों के लिए यह शुभ परिणाम लेकर आया है और किन जातकों के लिए अशुभ। लेकिन इससे पहले जान लेते हैं कर्क राशि में बुध किस प्रकार के परिणाम देते हैं।
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कर्क राशि में बुध का गोचर का परिणाम
कर्क राशि एक भावुक राशि मानी जाती है और यह चंद्रमा द्वारा शासित होता है। कर्क जल तत्व की राशि है। जब बुध जैसे तर्क और दिमाग से जुड़ा ग्रह भावुक राशि यानी कर्क राशि में आता है, तो दिमाग और दिल के बीच खींचतान शुरू हो जाती है। इस दौरान व्यक्ति थोड़ा ज्यादा भावुक हो सकता है। सोचने-समझने में दिल की बातें ज्यादा हावी हो सकती है। आप खुद के अंदर झांकने और आत्ममंथन करने में अच्छा कर सकते हैं यानी ये समय खुद को समझने के लिए अच्छा है।
लेकिन यदि आप आपने भावनाओं के बहाव में आकर कोई जल्दबाज़ी या बदले जैसी भावना से कदम उठाया, तो नुकसान भी हो सकता है। इसलिए ये समय सोच-समझकर चलने का है। इस गोचर का प्रभाव आपकी कुंडली में चंद्रमा की स्थिति पर भी निर्भर करेगा कि ये सामय आपके लिए कितना शुभ और चुनौतीपूर्ण रहेगा।
बुध का कर्क राशि में गोचर: समय
22 जून 2025 की रात 9 बजकर 17 मिनट पर बुध अपनी राशि मिथुन से कर्क राशि में गोचर करेगा, जहां वह लंबे समय तक रहेगा। जुलाई के आसपास यह लगभग 25 दिनों तक इस राशि में वक्री रहेंगे और फिर उदित होकर 30 अगस्त 2025 तक कर्क राशि में विराजमान रहेंगे।
बुध का कर्क राशि में गोचर: इन जातकों को मिलेंगे सकारात्मक परिणाम
मेष राशि
बुध आपके तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं और यह आपके चौथे भाव में गोचर करेंगे। वैसे तो चौथे भाव में बुध का गोचर लाभकारी माना जाता है, लेकिन कुल मिलाकर लाभ में थोड़ी कमी आ सकती है क्योंकि यह अपनी शत्रु राशि में विराजमान होगा। इसका अर्थ है कि आपको फायदों की संभावना तो होगी लेकिन उनकी ताकत थोड़ी कम हो सकती है।
इस समय आपकी माता की सेहत में सुधार हो सकता है और उनके साथ आपके रिश्ते और बेहतर बन सकते हैं। जिन लोगों को अपनी माता से संबंध थोड़े तनावपूर्ण थे, उनके लिए यह समय रिश्ते ठीक करने का अच्छा मौका हो सकता है। रियल एस्टेट या प्रॉपर्टी से जुड़ी कोई अच्छी खबर भी मिल सकती है। घर- परिवार के मामलों में ही चीज़ें आसानी से चलेंगी। इसके अलावा, इस समय आप किसी प्रभावशाली व्यक्ति से अच्छे संबंध बना सकते हैं, जो आगे चलकर आपके लिए मददगार साबित हो सकता है।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे भाव के स्वामी हैं और यह आपके दूसरे भाव में गोचर करेंगे। दूसरे भाव में बुध का गोचर लाभकारी माना जाता है। इसके अलावा, आपके स्वामी ग्रह का धन भाव में जाने से आर्थिक जीवन में अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। चौथे भाव के स्वामी का दूसरे भाव में अनुकूल स्थिति घर और परिवार से संबंधित क्षेत्रों में सफलता देगा।
आपको नए कपड़े या गहनों की खरीदारी करने का मौका मिल सकता है, चाहे खुद से खरीदें या कोई तोहफे में दे। इसके अलावा, बोलचाल, बातचीत और पढ़ाई से जुड़ी चीजों में भी सुधार होगा। आपकी बातचीत में मिठास आएगी और आप दूसरों को अपनी बातों से प्रभावित कर पाएंगे। इस समय आप स्वादिष्ट खाना भी खूब एंजॉय करेंगे।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध दसवें भाव यानी करियर के भाव के स्वामी हैं और यह लग्न भाव के स्वामी भी हैं। कर्क राशि में गोचर के दौरान बुध आपके ग्यारहवें भाव में रहेंगे, जिसे बहुत लाभकारी माना जा रहा है। इस गोचर के दौरान आपकी कमाई में बढ़ोतरी होगी। यदि आप व्यापार करते हैं, तो मुनाफा होने की पूरी संभावना है। नौकरीपेशा लोगों को भी अपने काम में तरक्की और मान-सम्मान प्राप्त होगा।
समाज में आपकी पहचान और इज्जत बढ़ेगी। साथ ही, रियल एस्टेट या प्रॉपर्टी से जुड़े मामलों में भी अच्छी खबर मिल सकती है। भाई-बहनों से आपके रिश्ते मधुर होंगे। इस समय आप किसी महत्वपूर्ण कार्य या लक्ष्य को पूरा करने में भी सफल होंगे। यदि संतान से जुड़ी कोई चिंता थी, तो उसमें भी राहत मिलेगी। कुल मिलाकर यह गोचर आपके लिए कई तरह से फलदायी साबित होगा।
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तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए बुध आपके बारहवें और नौवें भाव के स्वामी है। बुध का गोचर आपके करियर भाव में होगा। आमतौर पर ऐसा योग बहुत शुभ माना जाता है, क्योंकि भाग्य का स्वामी जब करियर भाव में आता है, तो भाग्य से जुड़ी मदद करियर में मिलती है। इस समय आपको प्रमोशन, नई जिम्मेदारी या कोई नई भूमिका मिल सकती है। यदि आप नौकरी कर रहे हैं, तो प्रतिस्पर्धा में आप दूसरों से आगे निकल सकते हैं।
बिज़नेस कर रहे लोगों के लिए यह समय फायदे का रहेगा। अच्छी कमाई के योग बनेंगे। इसके साथ ही, आपकी सोशल इमेज यानी समाज में पहचान और प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी।
धनु राशि
बुध आपके सातवें और दसवें दोनों भावों के स्वामी हैं और यह आपके आठवें भाव में गोचर करेंगे। आमतौर पर आठवें भाव को थोड़ा चुनौतीपूर्ण माना जाता है, लेकिन बुध का यहां गोचर कुछ अच्छा फल भी देगा। इस दौरान आपको कामकाज में थोड़ी मेहनत ज्यादा करनी पड़ सकती है, लेकिन मेहनत का अच्छा फल मिलेगा। आपकी प्रतिष्ठा और छवि समाज में सुधरेगी। रुकावटों पर विजय पाने के योग बनेंगे और कार्यस्थल पर आपका प्रदर्शन अच्छा रहेगा।
हालांकि, अपने जीवनसाथी की सेहत को लेकर थोड़ी सावधानी रखें क्योंकि सातवें भाव के स्वामी आठवें भाव में होने से हल्की-फुल्की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है लेकिन चिंता की बात नहीं है क्योंकि सुधार जल्द ही होगा। कुल मिलाकर. बुध का यह गोचर धनु राशि वालों के लिए सकारात्मक प्रगति, करियर में स्थिरता और सफलता देने वाला साबित हो सकता है, बस थोड़ी सतर्कता से आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी।
बुध का कर्क राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं और बुध का गोचर आपके तीसरे भाव यानी भाई-बहन, साहस और प्रयास के भाव में होगा। इस दौरान छोटे-भाई-बहनों से अनबन या मतभेद हो सकते हैं, इसलिए रिश्तों में संतुलन बनाए रखने की जरूरत होगी। योग या ध्यान करना मानसिक शांति बनाए रखने में मददगार रहेगा। करियर के मामले में भी यह समय कुछ चुनौतीपूर्ण हो सकता है। आपको अपने कार्यस्थल पर मान-सम्मान बनाए रखने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ सकती है। सहकर्मी आपके खिलाफ साजिश रच सकते हैं या आपकी छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं इसलिए सावधान रहें और सोच-समझकर लोगों पर भरोसा करें।
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कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं। बुध आपके पहले भाव में गोचर करेंगे। बुध शत्रु राशि में होगा इसलिए इस अवधि आपको सोच-समझकर आगे बढ़ने की आवश्यकता होगी। पहले भाव में बुध की स्थिति अक्सर अनुकूल नहीं मानी जाती है। ऐसे में, बोलते समय खास ध्यान रखें। आपकी बातों से किसी की भावनाएं न हों इस बात का ध्यान दें। गॉसिप, अफवाहों या दूसरों की बुराई में शामिल होने से बचें। इस समय आपकी वाणी से ही आपको परेशानी हो सकती है।
पारिवारिक संबंधों में भी सामंजस्य बनाए रखना जरूरी होगा। छोटी-छोटी बातें बड़ी बन सकती है, इसलिए धैर्य रखें और दूसरों की बातों को भी समझने का प्रयास करें। वित्तीय मामलों में जोखिम लेने से बचें । किसी को पैसे उधार न दें और नया निवेश फिलहाल के लिए टाल दें। अनावश्यक खर्चों पर काबू रखें। कुल मिलाकर बुध का गोचर आपके लिए ज्यादा लाभदायक नहीं रहेगा लेकिन यदि आप समझदारी से चलें, वाणी पर नियंत्रण रखें और सावधानी बरतें, तो बड़ी समस्याओं से बच सकते हैं।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी है। बुध का गोचर आपके नौवें भाव में होगा। आठवें भाव के स्वामी का नौवें भाव में अनुकूल नहीं माना जाता है क्योंकि इसमें आपकी सफलता में बाधा आ सकती है और हो सकता है कि भाग्य का साथ भी न मिले। यदि आप किसी प्रमोशन या बोनस की उम्मीद कर रहे हैं, तो उसमें देरी या निराशा हो सकती है, जिससे उत्साह में कमी और निराशा महसूस हो सकती है।
आर्थिक रूप से थोड़ी तंगी का अनुभव हो सकता है, जैसे कि ईएमआई भरने में मुश्किलें आ सकती हैं या अचानक पैसों की जरूरत पड़ सकती है। इस समय बॉस या वरिष्ठ अधिकारियों से गलतफहमी भी हो सकती है इसलिए दफ्तर में सोच-समझकर बोलें और राजनीति से दूर रहें। इस समय भाग्य पर निर्भर रहने की बजाय अपने कार्यों पर ध्यान दें। आपकी सामाजिक छवि भी प्रभावित हो सकती इसलिए उसे बनाए रखने के लिए सतर्क रहें।
मीन राशि
बुध आपके चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं और बुध का गोचर आपके पांचवें भाव में होगा। हालांकि पांचवें भाव में बुध की स्थिति बहुत अधिक अनुकूल प्रतीत नहीं हो रही है क्योंकि यह चंद्रमा की राशि में होगा, जो इसकी शत्रु राशि। इस दौरान मानसिक बेचैनी या चिंता बढ़ सकती है, खासकर यदि आप माता-पिता हैं, तो संतान को लेकर तनाव हो सकता है। उनकी पढ़ाई, स्वास्थ्य या व्यवहार को लेकर मन चिंतित रह सकता है। यदि आप कोई योजना बना रहे हैं, तो उसमें बिलंब या अड़चनें आ सकती है।
ऐसे में जरूर है कि कोई भी कदम ठोस सोच-समझकर विचार करने के बाद ही उठाएं। वित्तीय मामलों में भी सावधानी बरतें। जल्दबाजी में निवेश न करें और अनावश्यक खर्चों से बचें। कोई भी योजना यदि पूरी तरह स्पष्ठ नहीं है, तो उसे टालना बेहतर रहेगा। कुल मिलाकर यह समय भावनाओं में बहने की बजाय संतुलन बनाकर चलने का है। सोच-समझकर किए गए फैसले ही आपको आगे नुकसान से बचा सकते हैं।
बुध का कर्क राशि में गोचर: उपाय
- बुध को प्रसन्न करने के लिए हर बुधवार को हवन करें।
- भगवान गणेश की पूजा करें और हर सुबह पूजा के दौरान उन्हें दूर्वा घास अर्पित करें।
- युवाओं का सम्मान करें और उनकी शिक्षा का समर्थन करने के लिए गरीब और जरूरतमंद को यूनिफॉर्म या स्टेशनरी दान करें।
- रुद्राभिषेक करें क्योंकि बुध वर्तमान में चंद्रमा की राशि में है और भगवान शिव की पूजा करना चंद्रमा को प्रसन्न करने का सबसे आसान तरीका है।
- अपनी भावनाओं को संतुलित रखने और शांति प्राप्त करने के लिए ध्यान और नाड़ी शोधन अभ्यास में शामिल हों।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
नहीं
चंद्रमा
चंद्रमा-बुध पिता और पुत्र हैं।