अक्षय तृतीया पर रुद्राक्ष, हीरा समेत खरीदें ये चीज़ें, सालभर बनी रहेगी माता महालक्ष्मी की कृपा!

अक्षय तृतीया पर रुद्राक्ष, हीरा समेत खरीदें ये चीज़ें, सालभर बनी रहेगी माता महालक्ष्मी की कृपा!

अक्षय तृतीया को हिंदू धर्म में बेहद शुभ माना जाता है और यह एक अबूझ मुहूर्त है। इस दिन आप किसी भी कार्य को मुहूर्त की चिंता किए बिना कर सकते हैं। अक्षय तृतीया पर धन की देवी माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा विशेष रूप से की जाती है इसलिए यह पर्व सोना-चाँदी खरीदने के लिए सर्वश्रेष्ठ होता है। मान्यता है कि इस दिन किए गए दान-पुण्य और खरीदी गई कोई भी वस्तु आपके जीवन में अपार सफलता और धन-समृद्धि लेकर आती है। हालांकि, अक्षय तृतीया का पर्व बहुत शुभ और पुण्यकारी होता है इसलिए इस अवसर पर आप सोने-चांदी के अलावा कुछ ऐसी चीज़ें भी ख़रीद सकते हैं जो धार्मिक रूप से विशेष महत्व रखती हैं जैसे कि रुद्राक्ष, रत्न आदि।

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अक्षय तृतीया पर रुद्राक्ष और रत्न खरीदने से न सिर्फ़ आपको देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलेगा, बल्कि रत्न से जुड़े ग्रह आपसे प्रसन्न होकर आपके जीवन को धन-धान्य से भर देंगे। एस्ट्रोसेज एआई के इस ब्लॉग के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि अक्षय तृतीया 2025 पर आप सोने-चाँदी के अलावा किन चीज़ों को खरीद सकते हैं और किस मुहूर्त में इन्हें खरीदना शुभ रहेगा। तो आइए बिना देर किए आगे बढ़ते हैं और शुरुआत करते हैं अक्षय तृतीया स्पेशल इस ब्लॉग की। 

अक्षय तृतीया 2025: तिथि और शुभ मुहूर्त            

हिंदू पंचांग के अनुसार, अक्षय तृतीया को हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर मनाया जाता है। इस वर्ष अक्षय तृतीया का त्योहार 30 अप्रैल 2025, बुधवार को मनाया जाएगा। बता दें कि साल 2025 में अक्षय तृतीया पर कई शुभ राजयोगों का निर्माण हो रहा है जिनमें  शोभन योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, मालव्य और लक्ष्मी नारायण राजयोग शामिल हैं। ऐसे में, यह दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से विशेष हो जाता है। चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और नज़र डालते हैं अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर। 

अक्षय तृतीया की तिथि: 30 अप्रैल 2025, बुधवार 

पूजा का शुभ मुहूर्त: सुबह 05 बजकर 41 मिनट से दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक

अक्षय तृतीया पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त: शाम 05 बजकर 31 मिनट (29 अप्रैल को) से 30 अप्रैल की सुबह 06 बजकर 07 मिनट तक। 

तृतीया तिथि आरंभ: 29 अप्रैल की शाम 05 बजकर 34 मिनट से,   

तृतीया तिथि समाप्त: 30 अप्रैल की दोपहर 02 बजकर 15 मिनट तक 

जैसे कि हम आपको बता चुके हैं कि अक्षय तृतीया पर अनेक शुभ योग और राजयोग बन रहे हैं इसलिए यह तिथि ज्योतिषीय दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। ऐसे में, आप इस दिन सोने-चांदी के अलावा ग्रहों एवं देवी-देवताओं का आशीर्वाद पाने के लिए कुछ विशेष चीज़ों की खरीदारी भी कर सकते हैं जिनके बारे में हम नीचे विस्तार से बात करेंगे। 

अक्षय तृतीया 2025 पर सोना-चांदी नहीं, इन चीज़ों से जीवन में आमंत्रित करें धन-समृद्धि और ऐश्वर्य  

यहाँ हम आपको कुछ ऐसे रत्नों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका अपना आध्यात्मिक और ज्योतिषीय महत्व है और अक्षय तृतीया पर इन्हें खरीदने से उनके आध्यात्मिक गुणों में वृद्धि होगी। साथ ही, देवी-देवता भी आप पर मेहरबान होंगे। 

रुद्राक्ष

रुद्राक्ष धारण करने के लिए अक्षय तृतीया का दिन सबसे शुभ होता है क्योंकि यह मनका भगवान शिव का प्रतिनिधित्व करता है। अध्यात्म और ज्योतिष के जानकार रुद्राक्ष धारण करने के लिए वर्ष भर अक्षय तृतीया का इंतज़ार करते हैं। यह आपके जीवन में धन-समृद्धि के मार्ग में उत्पन्न बाधाओं को दूर करता है और नकारात्मक ऊर्जा से आपको सुरक्षा प्रदान करता है। इस दिन सात मुखी, उन्नीस मुखी और दस मुखी रुद्राक्ष पहनना विशेष रूप से फलदायी होता है। रुद्राक्ष पहनने से आपको स्वास्थ्य समस्याओं के साथ-साथ बुरी शक्तियों से भी सुरक्षा मिलती है। इसके अलावा, आपके ज्ञान में भी वृद्धि होती है। वर्तमान समय में असली और नकली रुद्राक्ष में अंतर करना मुश्किल हो गया है इसलिए सकारात्मक परिणाम पाने के लिए रुद्राक्ष को हमेशा विश्वसनीय वेबसाइट से ही खरीदना चाहिए। 

रुद्राक्ष खरीदने के लिए क्लिक करें: रुद्राक्ष 

पुखराज

पुखराज का संबंध देवताओं के गुरु बृहस्पति से है और यह रत्न उन शक्तिशाली रत्नों में से एक है जो जातक के जीवन में धन-समृद्धि, सौभाग्य और आर्थिक स्थिरता लेकर आता है। पुखराज को अक्षय तृतीया 2025 पर धारण करने से जातक को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही, इस रत्न की सहायता से व्यक्ति जीवन में चल रहे आर्थिक संकट से भी बाहर आने में सक्षम होता है और आपको धन से जुड़ी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है। यह रत्न विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी होता है जिनका अपना व्यापार होता है। करियर के क्षेत्र में पुखराज सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है। अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर अगर आप पुखराज धारण करना चाहते हैं, तो आप एस्ट्रोसेज से यह रत्न खरीद सकते हैं क्योंकि हमारा हर रत्न लैब द्वारा प्रमाणित और वास्तविक होता है।

पुखराज खरीदने के लिए क्लिक करें: पुखराज

हीरा

अक्षय तृतीया पर हीरा पहनना बहुत शुभ और लाभकारी रहेगा क्योंकि हीरा का संबंध शुक्र ग्रह से है जिन्हें धन-समृद्धि और ऐश्वर्य के कारक माना जाता है। ऐसे में, अक्षय तृतीया पर हीरा धारण करने या खरीदने से इसके गुणों में वृद्धि होगी और आपको धन से जुड़ी समस्याएं परेशान नहीं कर पाएंगी। साथ ही, शुक्र देव और माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके अलावा, यह रत्न आपके जीवन को सुख-सुविधाओं से पूर्ण बनाता है। 

वैवाहिक जीवन की समस्याओं को दूर करके प्रेम और मधुरता में वृद्धि करता है। अगर किसी व्यक्ति के विवाह में देरी हो रही है या फिर बार-बार समस्या आ रही है, तो आप अक्षय तृतीया पर हीरा अवश्य धारण करें क्योंकि इससे कुंडली में शुक्र ग्रह मज़बूत होते हैं। लेकिन, इसका लाभ आपको तब ही प्राप्त होगा जब आप वास्तविक हीरा खरीदते हैं। ऐसे में, आप एस्ट्रोसेज से वास्तविक और उच्च गुणवत्ता वाला हीरा खरीद सकते हैं। 

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ओपल

ओपल व्यक्ति के जीवन में धन-धान्य और समृद्धि लेकर आता है। इसका संबंध शुक्र ग्रह से माना गया है जो धन, वैभव और विलासिता के कारक हैं इसलिए अक्षय तृतीया पर देवी लक्ष्मी, भगवान विष्णु और शुक्र ग्रह को प्रसन्न करने के लिए ओपल पहनना सर्वश्रेष्ठ रहेगा। साथ ही, जिन लोगों का संबंध फैशन, फिल्म, कला, मीडिया और डिजाइनिंग से है, उनके लिए इस दिन ओपल पहनना सफलता के मार्ग खोलेगा और आपके सुख-सौभाग्य में भी वृद्धि होगी। 

ओपल को पहनने से कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति मज़बूत होती है जिससे जीवन में विलासिता और धन लाभ में बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा, शुक्र ग्रह से जुड़ी समस्याओं से आपको राहत की प्राप्ति होगी और जीवनसाथी के साथ भी रिश्ते बेहतर होंगे। अक्षय तृतीया पर आप ओपल को सोने या चांदी की अंगूठी में धारण कर सकते हैं।  

ओपल खरीदने के लिए क्लिक करें: ओपल  

माणिक्य (रूबी)

अक्षय तृतीया के अवसर पर माणिक्य या रूबी धारण करना या फिर खरीदना उन लोगों के लिए सबसे अच्छा रहेगा जिनकी कुंडली में सूर्य महाराज की स्थिति मज़बूत होती है। इस दिन माणिक्य पहनने से आपको मान-सम्मान, करियर में तरक्की और आर्थिक जीवन में सफलता की प्राप्ति होगी। यह रत्न जातक को हड्डियों और हृदय रोग से सुरक्षा प्रदान करता है। साथ ही, माणिक्य आपके भीतर रचनात्मकता और आत्मविश्वास को बढ़ाता है। 

अक्षय तृतीया पर माणिक्य धारण करना विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी रहेगा जिन्हें लगता है उनकी बात को महत्व नहीं दिया जाता है। आत्मा के कारक सूर्य से संबंधित होने के कारण माणिक्य लोगों की राय बदलने में सहायक साबित होता है। ऐसे में, यदि आप भी अक्षय तृतीया पर माणिक्य पहनने की सोच रहे हैं, तो आप हमारी वेबसाइट एस्ट्रोसेज से इस रत्न को प्राप्त कर सकते हैं। हमारे रत्न 100% वास्तविक और शुद्ध होते हैं जिससे आप ज्यादा से ज्यादा लाभ प्राप्त कर पाते हैं।

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मोती 

अक्षय तृतीया के अवसर पर मोती खरीदना शुभ होता है क्योंकि इस दिन चंद्रमा उच्च का होता है। मोती का संबंध चंद्र देव से है जो कि मन के कारक माने गए हैं। ऐसे जातक जिनकी कुंडली में चंद्रमा कमज़ोर या अशुभ होता है, उनके लिए इस त्योहार पर चांदी की अंगूठी में मोती पहनना फायदेमंद रहेगा। आपको कार्यों में सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति होगी। यह रत्न मानसिक समस्याओं को दूर करता है और आपको मानसिक शांति के साथ-साथ धन-संपदा भी प्रदान करता है। यह आपके मन में उठने वाली उलझनों और सवालों को शांत करता है। मोती को पहनने से सर्दी-जुकाम से परेशान लोगों को राहत मिलती है और मन में सकारात्मकता का संचार होता है। क्रोध को नियंत्रित करने में भी चांदी और मोती दोनों ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।   

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पीतल नर्मदेश्वर शिवलिंग

सोने-चांदी के अलावा अक्षय तृतीया पर पीतल से बनी चीज़ें जैसे यंत्र, मूर्ति या फिर आप एस्ट्रोसेज द्वारा बनाया गया पीतल नर्मदेश्वर शिवलिंग भी खरीद सकते हैं। उच्च गुणवत्ता के पीतल से बना यह शिवलिंग भगवान शिव को समर्पित है और अक्षय तृतीया के अवसर पर घर या कार्यस्थल पर पीतल नर्मदेश्वर शिवलिंग की स्थापना करने से आपको भगवान शिव के साथ-साथ माता लक्ष्मी और विष्णु जी का भी आशीर्वाद मिलेगा। 

पीतल धातु की सहायता से बने नर्मदेश्वर शिवलिंग से जुड़ी मान्यता है कि इस शिवलिंग में भगवान शिव स्वयं वास करते हैं। यह जातक के जीवन में शांति और समृद्धि लेकर आता है। जहाँ भी पीतल नर्मदेश्वर शिवलिंग स्थापित होता है, वहां सदैव सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। लेकिन, इन सब परिणामों को पाने के लिए नर्मदेश्वर शिवलिंग का वास्तविक होना आवश्यक होता है और एस्ट्रोसेज द्वारा हमेशा से अपने यूज़र्स को सर्वोच्च गुणवत्ता वाला और 100% वास्तविक उत्पाद ही प्रदान किए जाते हैं। ऐसे में, आप यह शिवलिंग हमसे प्राप्त कर सकते हैं।  

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।