मीन राशि में विष योग: एस्ट्रोसेज एआई की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं। इस ब्लॉग में हम आपको मीन राशि में विष योग के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि 12 अगस्त, 2025 को बनने जा रहा है। इस ब्लॉग में हम आपको विस्तार से बता रहे हैं कि इस योग के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए क्या उपाय कर सकते हैं। बता दें कि 12 अगस्त, 2025 को 06 बजकर 09 मिनट पर मीन राशि में इस योग का निर्माण होगा।

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क्या है विष योग
वैदिक ज्योतिष में विष योग को एक अशुभ योग माना जाता है जिससे मानसिक तनाव, भावनात्मक उतार-चढ़ाव, दुर्भाग्य या चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। विष शब्द का अर्थ होता है ज़हर और कुंडली में इस योग के बनने पर जीवन में विषाक्त परिस्थितियां या नकारात्मक ऊर्जाएं उत्पन्न हो सकती हैं।
आमतौर पर चंद्रमा और शनि की युति या इनकी एक-दूसरे पर दृष्टि पड़ने से कुंडली में विष योग का निर्माण होता है। चूंकि, चंद्रमा भावनाओं का कारक है और शनि की जिस भी चीज़ पर दृष्टि पड़ती है या वह जिसके साथ युति करता है, तो उसके प्रभाव को दबा देता है या खराब कर देता है। कुंडली के सबसे आम योगों में से एक विष योग भी है। जिन लोगों की कुंडली में यह योग होता है, उन्हें अपने रोज़मर्रा के जीवन में निम्न चीज़ों का सामना करना पड़ सकता है:
- भावनात्मक स्तर पर अलगाव या अवसाद
- मानसिक तनाव और भावनात्मक सहयोग की कमी
- नींद न आना और कुछ गंभीर मामलों में अनिद्रा की समस्या होना
- निजी जीवन या रिश्तों में मुश्किलें आना
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विष योग का सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव
चंद्रमा को अक्सर एक ऐसे बच्चे के रूप में देखा जाता है जो भावुक, हंसमुख और बच्चे की तरह एवं रचनात्मक हो और बड़ी तेजी से दुनिया को देखने की चाहत रखता हो। चंद्रमा हर ढ़ाई दिन में राशि परिवर्तन करता है। वहीं दूसरी ओर, शनि को एक वृद्ध पुरुष के रूप में दिखाया जाता है जिसे अनुशासन पसंद है, जो अनुभवी और सख्त है एवं उसे अलग रहना पसंद है।
शनि के साथ चंद्रमा की युति होने या चंद्रमा पर शनि की दृष्टि पड़ने पर चंद्रमा अक्सर एक लापरवाह बच्चे की तरह होता है जिसे जंजीर में जकड़ा गया हो और जिसे अनुशासन सिखाया जा रहा हो जबकि वो सभी बंधनों को तोड़कर आज़ादी से जीना चाहता है।
इसलिए यह युति गहराई से चंद्रमा को प्रभावित करती है और कुंडली में विष योग बनने पर व्यक्ति को इन समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। हालांकि, इसका प्रभाव निम्न चीज़ों पर निर्भर करता है:
- किस भाव में योग बन रहा है
- किस राशि में है
- बुध/शनि (या चंद्रमा/शनि) का बल और प्रतिष्ठा
- शुभ ग्रहों जैसे कि बृहस्पति की युति या दृष्टि
- दशा और गोचर
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कुंडली में विष योग दिखने पर सीधे किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहिए। कभी-कभी शुभ ग्रहों के प्रभाव में यही विष योग सकारात्मक परिणाम भी दे सकता है। वैसे तो यह योग ज्यादातर नकारात्मक प्रभाव ही देता है लेकिन कुछ जातकों के लिए यह सकारात्मक हो सकता है। जब यह योग सकारात्मक होता है, तब निम्न लाभ मिल सकते हैं:
- ये गहन विचारक होने के साथ-साथ तार्किक होते हैं।
- शोध और तकनीकी क्षेत्र में अच्छे होते हैं।
- कठिनाइयों का सामना कर के आध्यात्मिक विकास होना।
नकारात्मक प्रभाव
- मानसिक बेचैनी, अधिक सोचना और चिंता।
- कड़वा बोलना और गलतफहमियां होना।
- शिक्षा या करियर में देरी होना।
- विश्वास से संबंधित समस्याएं आना और मनोवैज्ञानिक समस्याएं आना।
- निराशावादी बनने की प्रवृत्ति।
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मीन राशि में विष योग: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव
कर्क राशि
कर्क राशि के नौंवे भाव में विष योग बनने जा रहा है कि जो भाग्य, पिता और अध्यात्म का कारक है। भले ही शुभ भाव में हो लेकिन फिर भी लग्न भाव के स्वामी चंद्रमा का शनि के साथ होना एक अशुभ युति मानी जाती है। इस समय कर्क राशि के लोगों को किसी को भी पैसे उधार देने से बचना चाहिए। इसके अलावा इस दौरान किसी बड़े निवेश से भी बचना चाहिए क्योंकि इस समय वित्तीय संकटों का सामना करना पड़ सकता है।
आपके खुद के स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है। आपके और आपके सहकर्मियों के बीच गलफहमियां होने की वजह से आपका मैनेजर आपके काम से असंतुष्ट हो सकता है या आपके उद्देश्य को गलत समझ सकता है। ऑफिस पॉलीटिक्स से दूर रहें या बात आपसे जुड़ी नहीं है, तो आप किसी के बीच में न बोलें वरना आप परेशानी में फंस सकते हैं।
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वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लोगों को इस समय किसी को भी पैसे उधार देने या कोई बड़ा निवेश करने से बचना चाहिए क्योंकि उन्हें वित्तीय अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है। अपनी मां की सेहत का ध्यान रखें। आपकी खुद की सेहत भी खराब होने की आशंका है। हो सकता है कि आपका बॉस आपके काम से संतुष्ट न हो या फिर अधिकारियों या सहकर्मियों के साथ गलफहमियों की वजह से आपको गलत समझा जा सकता है। आप सावधान रहें और सोच-समझकर बोलें और अपने बात करने के तरीके पर भी ध्यान दें।
यह विष योग आपके पांचवे भाव में बनने जा रहा है इसलिए इस समय आपको अपने बच्चों या उनके स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा रचनात्मक लोगों को नए विचार के बारे में सोचने में बाधा हो सकती है। जिन जातकों का प्रेम संबंध चल रहा है, उन्हें अपने रिश्ते में उतार-चढ़ाव देखना पड़ सकता है।
धनु राशि
धनु राशि के चौथे भाव में विष योग बनने जा रहा है। चौथे भाव में विष योग बनने से मां के साथ समस्याएं या अहंकार का टकराव देखना पड़ सकता है। इससे आपके लिए कार्यक्षेत्र में परेशानियां भी खड़ी हो सकती हैं। ऑफिस में शांत रहें और किसी से ज्यादा बात न करें। आपको ऑफिस पॉलीटिक्स से दूर रहने की सलाह दी जाती है।
आपको नींद की कमी की शिकायत हो सकती है। इस दौरान आप अपनी मां की सेहत का ख्याल रखें। कुछ समय के लिए घर की सुख-शांति के भंग होने का डर है। घर-परिवार में शांति और प्यार भरा माहौल बनाए रखने के लिए आपको अधिक प्रयास करने की जरूरत है।
मीन राशि में विष योग: उपाय
- बुध या शनि के मंत्रों का जाप करें (जैसे कि ॐ नमो भगवते वासुदेवाय या ॐ शं शनैश्चराय नम:)
- किसी अनुभवी ज्योतिषी के परामर्श से रत्न धारण करें।
- शनिवार के दिन काले तिल, लोहे और उड़द की दाल का दान करें।
- मानसिक रूप से शांत रहने के लिए ध्यान, मंत्र जाप और योग कर सकते हैं।
- चंद्रमा को मजबूत करने के लिए चंद्र के मंत्र का जाप करें, मूनस्टोन धारण कर सकते हैं और गाय का दान कर सकते हैं।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तर. शनि और चंद्रमा से।
उत्तर. चंद्रमा।
उत्तर. शनि ग्रह।