शुक्र का कर्क राशि में गोचर: एस्ट्रोसेज एआई की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं और इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए हैं शुक्र का कर्क राशि में गोचर से संबंधित यह खास ब्लॉग। 21 अगस्त, 2025 को शुक्र का कर्क राशि में गोचर होने जा रहा है। इस ब्लॉग में हम आपको विस्तार से बताने जा रहे हैं कि शुक्र के इस गोचर का देश-दुनिया एवं राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

वैदिक ज्योतिष के अनुसार कर्क राशि में शुक्र का होना रिश्तों में सुरक्षा की भावना और भावनात्मक स्तर पर मजबूत संबंध की प्रबल इच्छा और दूसरों की देखभाल करने की क्षमता को दर्शाता है। जिन लोगों की कुंडली में शुक्र इस राशि में होता है, वे जातक प्रेम संबंधों, परिवार और घर को अत्यधिक महत्व देते हैं। ये दूसरों की देखभाल कर के और भावनात्मक रूप से करीब रह कर अपने प्यार को दर्शाते हैं। इन्हें रिश्ते में स्नेह और सुरक्षा की भावना चाहिए होती है। ये जातक अक्सर ऐसे लोगों के प्रति आकर्षित होते हैं जो इनकी प्रतिबद्धता और संवेदनशीलता की कद्र करते हैं।
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शुक्र का कर्क राशि में गोचर: समय
शुक्र ग्रह 21 अगस्त, 2025 को रात्रि 01 बजकर 08 मिनट पर कर्क राशि में गोचर करेंगे। तो चलिए जानते हैं कि शुक्र के कर्क राशि में गोचर करने के दौरान किन राशियों पर नकारात्मक और सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
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शुक्र का कर्क राशि में गोचर : इन राशि वालों को होगा लाभ
मेष राशि
मेष राशि के दूसरे और सातवें भाव का स्वामी शुक्र ग्रह हैं जो कि अब आपके चौथे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। आमतौर पर चौथे भाव में शुक्र के गोचर को लाभकारी माना जाता है और इससे शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं। शुक्र का कर्क राशि में गोचर कई तरह से आपकी सहायता कर सकता है और आपको अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा।
धन भाव यानी दूसरे भाव के स्वामी के अपने से तीसरे भाव में गोचर करने की वजह से आपको इस समय आर्थिक लाभ होने के संकेत हैं। आपको रियल एस्टेट या प्रॉपर्टी से संबंधित सुख-सुविधा मिल सकती हैं। इसके अलावा आपके अपने परिवारजनों और रिश्तेदारों से संबंध मजबूत होंगे। दूसरों के साथ आपके संबधों में प्रगाढ़ता आएगी।

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वृषभ राशि
वृषभ राशि के छठे और लग्न भाव के स्वामी शुक्र ग्रह हैं जो कि अब आपके तीसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। शुक्र के तीसरे भाव में गोचर करने को शुभ माना जाता है। शुक्र का कर्क राशि में गोचर करना आपकी मित्रता को मजबूत करेगा। आपके दोस्त आपकी मदद भी कर सकते हैं। इस समय आपका आत्मविश्वास उच्च रहेगा और आपको कहीं से कोई शुभ समाचार मिल सकता है। इस पूरी समयावधि में आप भाग्यशाली रहने वाले हैं। आपको अपने भाई-बहनों से सकारात्मक सहयोग और आनंद मिल सकता है। यदि आप किसी भी तरह से सरकार क्षेत्र से संबंधित कोई कार्य करते हैं, तो यह गोचर सफलता प्राप्त करने में मदद कर सकता है। कुल मिलाकर आपको शुक्र के इस गोचर से सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के दूसरे भाव में शुक्र का यह गोचर होने जा रहा है। शुक्र इस राशि के पांचवे और बारहवें भाव के स्वामी हैं। चूंकि, शुक्र का कर्क राशि में गोचर आपके दूसरे भाव में होने जा रहा है इसलिए इससे आपको उत्कृष्ट परिणाम मिलने के संकेत हैं। इस समय आपको सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। इस गोचर काल में आपके लिए नए वस्त्र या आभूषण खरीदना लाभकारी रहेगा। आपकी संगीत और गायन में रुचि बढ़ सकती है। जिन लोगों का साहित्य, कला या संगीत से संबंध है, उन्हें शुक्र के इस गोचर से सकारात्मक प्रभाव मिलने के संकेत हैं।
आपके परिवार में कोई महत्वपूर्ण अवसर आ सकता है या आपको अपने प्रियजनों के साथ अच्छा समय बिताने का मौका मिल सकता है। इस दौरान आपको वित्तीय लाभ होने के भी आसार हैं। प्रशासनिक या सकरार से संबंधित मामलों में सकारात्मक परिणाम मिलने की वजह से आप मानसिक रूप से संतुष्ट महसूस करेंगे। कुल मिलाकर आपको शुक्र का कर्क राशि में गोचर से सकारात्मक परिणाम मिलने की उम्मीद है।
कर्क राशि
कर्क राशि के पहले या लग्न भाव में शुक्र गोचर करने जा रहे हैं। इस राशि के चौथे और ग्यारहवें भाव पर शुक्र का आधिपत्य है। आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि शुक्र के पहले भाव में उपस्थित होने पर सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। शुक्र के कर्क राशि में गोचर करने पर आपको अधिक सुख-सुविधाएं और लग्ज़री मिलने के आसार हैं। शुक्र लाभ भाव का भी स्वामी है और अब वह आपके पहले भाव में गोचर कर रहा है, इसका मतलब है कि इससे आपको कई तरह से लाभ मिल सकता है। शुक्र के कर्क राशि में गोचर करने के दौरान आपको खासतौर पर वित्तीय मामलों में अनुकूल परिणाम मिलने के संकेत हैं।
यदि आप छात्र हैं और खासतौर पर साहित्य और कला में आपकी रुचि है, तो शुक्र के इस गोचर का आपकी शिक्षा पर लाभकारी प्रभाव पड़ेगा। प्रेम संबंधों के लिए भी शुक्र का यह गोचर अनुकूल रहने वाला है। इस गोचर से आपको अपनी वैवाहिक समस्याओं को सुलझाने में मदद मिल सकती है। इस गोचर काल में आपको मनोरंजन, आनंद और आराम करने का मौका मिलेगा। आपको अपने करियर या व्यवसाय में भी सफलता मिलने के योग हैं।
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कन्या राशि
कन्या राशि के नौवें और दूसरे भाव के स्वामी शुक्र ग्रह हैं। कुंडली का नौवां भाव भाग्य और दूसरा भाव धन का कारक होता है। शुक्र का कर्क राशि में गोचर के दौरान शुक्र आपके ग्यारहवें भाव में रहेंगे जो कि लाभ का भाव है। चूंकि, ज्यादातर ग्रह ग्यारहवें भाव में विराजमान होने पर सकारात्मक परिणाम ही देते हैं , इसलिए शुक्र के इस भाव में उपस्थित रहने से आपको अपने आप ही लाभकारी परिणाम मिलने शुरू हो जाएंगे। आप आर्थिक रूप से उन्नति करेंगे और आपको वित्तीय रूप से मजबूत होने के अवसर भी मिलेंगे। ऐसा दूसरे भाव के स्वामी के लाभ भाव में प्रवेश करने की वजह से हो सकता है। आपको अपने भाग्य का साथ मिलेगा। धन भाव के स्वामी का लाभ भाव में होना अत्यंत लाभकारी होता है।
आपको ये परिणाम लाभ धन के मामले में ही नहीं बल्कि जीवन के कई पहलुओं में देखने को मिल सकते हैं। आपको पारिवारिक और वित्तीय दोनों मामलों में सफलता मिलने के आसार हैं। शुक्र का कर्क राशि में गोचर करने के दौरान आपको अपने कार्यों में सफलता मिलेगी जिससे आपके धन एवं संपन्नता में वृद्धि होगी। आपको अपने दोस्तों और सहयोगियों से सहायता मिलने की उम्मीद है। कुल मिलाकर आपको इस गोचर से अनुकूल परिणाम मिलने की संभावना है।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के सातवें और बारहवें भाव का स्वामी शुक्र देव हैं और अब इस गोचर के दौरान वह आपके नौवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली का नौवां भाव लंबी यात्राओं, धर्म, भाग्य और संपन्नता का कारक होता है। शुक्र के नौवें भाव में गोचर करने को शुभ माना जाता है इसलिए शुक्र के कर्क राशि में गोचर से आपको अनुकूल परिणाम मिलने की संभावना है। सप्तमेष के भाग्य के भाव में प्रवेश करने से आप अपने व्यावसायिक और पेशेवर गठबंधनों का विस्तार करेंगे। यदि आप व्यापारी हैं या अपनी खुद की कंपनी चलाते हैं, तो इस गोचर से आपको उन्नति और सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।
यदि आपका किसी अधिकारी से संपर्क है या आप सरकारी क्षेत्र में काम करते हैं, तो आपको अच्छा सहयोग मिल सकता है। धार्मिक या आध्यात्मिक यात्रा की योजना बनाने के लिए यह समय उत्तम रहेगा। ये यात्राएं आपके लिए फलदायी और लाभकारी सिद्ध होंगी। इसके अलावा परिवार और रिश्तेदारों के साथ घर या परिवार में कोई शुभ कार्यक्रम हो सकता है।
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मीन राशि
इस राशि के तीसरे और आठवें भाव के स्वामी शुक्र ग्रह हैं जो कि अब आपके पांचवे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। माना जाता है कि शुक्र का पांचवे भाव में गोचर करना अत्यंत सकारात्मक परिणाम प्रदान करता है। जो लोग कला और साहित्य के क्षेत्र में काम करते हैं, उन्हें इस गोचर से अत्यंत लाभ मिलने की संभावना है। इस समय इनकी रचनात्मकता में वृद्धि हो सकती है। मनोरंजन से संबंधित मामलों में भी सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
छात्रों को अपने विचारों को नियंत्रित करने और पढ़ाई पर ध्यान देने की जरूरत है। ऐसा कर के उन्हें उत्कृष्ट परिणाम मिल सकते हैं। इस गोचर का प्रेम संबंधों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। भाग्य का साथ मिलने की वजह से आप उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं।
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शुक्र का कर्क राशि में गोचर: इन राशियों को होगा नुकसान
मकर राशि
मकर राशि के सातवें भाव में शुक्र का यह गोचर होने जा रहा है। शुक्र इस राशि के पांचवे और दसवें भाव के स्वामी हैं। काल पुरुष की कुंडली में सातवे भाव को शुक्र का ही माना जाता है। इसका मतलब है कि शुक्र सातवें भाव का कारक है। आमतौर पर इस भाव में शुक्र के गोचर को अनुकूल नहीं माना जाता है। इस गोचर की वजह से यात्रा में असुविधा और प्रजनन अंगों से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। इसके परिणामस्वरूप महिलाओं को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। महिलाओं के साथ मनमुटाव होने की आशंका है।
शुक्र का कर्क राशि में गोचर होने के दौरान आपको अपने जीवन की हर तरह की परिस्थिति को लेकर जागरूक और सतर्क रहने की जरूरत है। आपकी आय में समय-समय पर उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। यदि आप प्रेम विवाह करने की सोच रहे हैं, तो पंचमेश का सातवें भाव में आना आपके लिए उपयोगी साबित हो सकता है। इसके अलावा, चूंकि दशमेश सातवें भाव में आ गया है इसलिए कला, साहित्य या मनोरंजन के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। भले ही यह गोचर बहुत लाभकारी न हो, फिर भी शासन की दृष्टि से यह सकारात्मक परिणाम दे सकता है। इस प्रकार शुक्र का कर्क राशि में गोचर विभिन्न प्रकार के प्रभाव लेकर आएगा।
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कुंभ राशि
कुंभ राशि के छठे भाव में शुक्र का यह गोचर होने जा रहा है। शुक्र आपकी राशि के चौथे और नौवें भाव का स्वामी है। शुक्र के छठे भाव में गोचर करने को लाभकारी नहीं माना जाता है इसलिए इस गोचर के दौरान आपको सावधान रहने की सलाह दी जाती है। इस समयावधि में आपको अपने शत्रुओं पर नज़र रखनी चाहिए। अगर आपका किसी से मतभेद या शत्रुता है, तो उनकी हर एक गतिविधि पर पैनी नज़र रखें। इस समय आपको अपनी सेहत पर भी ध्यान देना चाहिए।
इस गोचर के दौरान चौथे भाव के स्वामी के छठे भाव में प्रवेश करने से आपके घर और पारिवारिक जीवन में कुछ समस्याएं आ सकती हैं। इसी तरह नवम भाव के स्वामी के छठे भाव में आने से भाग्य का साथ कम मिल पाता है। इसलिए इस गोचरकाल में आपको अपने भाग्य पर निर्भर नहीं रहना चाहिए बल्कि अधिक प्रयास करने चाहिए और अपने कार्यों पर ध्यान देना चाहिए।
शुक्र का कर्क राशि में गोचर: उपाय
- हर शुक्रवार को मां लक्ष्मी की पूजा करें।
- मां लक्ष्मी को लाल रंग के पुष्प अर्पित करें।
- आप शुक्रवार के दिन उपवास रखें।
- शुक्र को मजबूत करने के लिए सफेद और गुलाबी रंग के वस्त्र पहनें।
- छोटी कन्याओं को घी, वस्त्रों, चावल, चीनी और दूध का दान करें।
- महिलाओं का सम्मान करें और उन्हें कॉस्मेटिक का सामान भेंट करें।
- आप ‘ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:’ मंत्र का जाप करें।
शुक्र का कर्क राशि में गोचर: विश्व पर प्रभाव
फूड और बिज़नेस
- पूरे विश्व में होटल के व्यवसाय में वृद्धि देखने को मिल सकती है जिससे सारे होटल व्यापारी प्रसन्न रहेंगे।
- फूड बिज़नेस में अचानक से वृद्धि देखने को मिलेगी और कई लोग फूड बिज़नेस को अपना पेशा बना सकते हैं।
- खाद्य पदार्थों, पैकेज्ड फूड या सूखे मेवों के आयात और निर्यात के काम में बढ़ोतरी होगी और इससे सरकार को अधिक राजस्व मिल सकता है।
रचनात्मक कला और फैशन बिज़नेस
- दुनियाभर में फैशन इंडस्ट्री और फैशन बिज़नेस में तेजी देखने को मिल सकती है।
- शुक्र का कर्क राशि में गोचर कॉस्मेटोलॉजिस्ट, प्लास्टिक सर्जन जैसे पेशों को सहयोग मिल सकता है।
- ब्यूटी ट्रीटमेंट से जुड़ी तकनीकों और मशीनरी एवं उपकरणों में प्रगति आएगी।
राजनीति और सरकार
- सरकार, रेशम और पशमीना आदि कपड़ों के आयात-निर्यात से जुड़ी कुछ नीतियां लेकर आ सकती है जिससे लोगों को वस्त्र उद्योग से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
- भारत और विश्व स्तर पर परिवहन और ऑटामोबाइल इंडस्ट्री खूब फल-फूलेगी।
- सरकार एयरलाइंस, शिपिंग और रेलवे का समर्थन करने वाले मुक्त व्यापार के कानूनों का लाभ उठा सकती है।
- कलात्मक क्षेत्र जैसे कि डिज़ाइनिंग, इंटीरियर डेकोरेशन और ग्लास उत्पादों से संबंधित काम में ज्यादा लोग शामिल हो सकते हैं।
शुक्र का कर्क राशि में गोचर: स्टॉक मार्केट रिपोर्ट
अब 21 अगस्त, 2025 को शुक्र कर्क राशि में गोचर करने जा रहे हैं और इस गोचर का स्टॉक मार्केट पर भी प्रभाव पड़ेगा। तो चलिए जानते हैं कि इस गोचर के दौरान स्टॉक मार्केट में किस तरह के उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे।
- शुक्र का कर्क राशि में गोचर से वस्त्र उद्योग और हैंडलूम मिलों को फायदा होगा।
- परफ्यूम और गारमेंट उद्योग के साथ-साथ फैशन एसेसरीज़ इंडस्ट्री में भी तेजी देखी जा सकती है।
- व्यावसायिक सलाहकार और लेखन या मीडिया विज्ञापन से संबंधित कपंनियों और प्रिंट, दूरसंचार एवं प्रसारण उद्योग के सभी बड़े नामों को सकारात्मक परिणाम मिलने की उम्मीद है।
- आर्किटेक्चर, इंटीरियर डिज़ाइनिंग और फाइनेंस से जुड़ी कंपनियों को इस गोचर से फायदा होगा।
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