एस्ट्रोसेज एआई का यह ब्लॉग विशेष रूप से हमारे पाठकों के लिए तैयार किया गया है जिसके माध्यम से आपको “बुध का मिथुन राशि में उदय” के बारे में समस्त जानकारी प्राप्त होगी। हम सभी भली-भांति जानते हैं कि बुध तेज़ गति से चलने वाले ग्रह हैं इसलिए बार-बार इनकी चाल, दशा और स्थिति में बदलाव होता रहता है। अब बुध महाराज अपनी अस्त अवस्था से बाहर आकर मिथुन राशि में उदित हो रहे हैं। बता दें कि बुध का मिथुन राशि में उदय 11 जून 2025 को होगा जिसका असर राशियों के साथ-साथ संसार पर भी दिखाई दे सकता है।

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रोमन पौराणिक कथाओं में बुध ग्रह को देवताओं के दूत कहा जाता है जो कि अपने तेज़ रफ़्तार और चंचलता के लिए जाने जाते हैं। वहीं, ज्योतिष में बुध देव बुद्धि, मानसिकता, संचार कौशल, तर्क और ग्रहण एवं सीखने की क्षमता का प्रतिनिधित्व करते हैं और यह सूर्य के सबसे नज़दीक स्थित हैं। हालांकि, कई विद्वान और अनुभवी ज्योतिषी ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह के महत्व के साथ-साथ इसके खगोलीय महत्व को जानने में भी रुचि रखते हैं। देवता के रूप में धरती से संबंधित होने के कारण इन्हें भाग्य का कारक माना जाता है। किसी व्यक्ति को तेज़ बुद्धि, सुंदरता और अच्छी शिक्षा बुध देव के आशीर्वाद से ही मिलती है।
लेकिन, एक बात जो आपको ध्यान में रखनी होगी कि इस राशि में बुध ग्रह गुरु और सूर्य देव के साथ युति का निर्माण करेंगे। ऐसे में, आपको नीचे प्रदान की जा रही भविष्यवाणी पूर्ण रूप से बुध उदित पर आधारित है इसलिए परिणामों में थोड़ा अंतर देखन मिल सकता है।
बुध का मिथुन राशि में उदय: समय
बुध महाराज ने अपनी स्वयं की राशि मिथुन में गोचर अस्त अवस्था में किया था, लेकिन अब यह पूरी तरह से उदित होने के लिए तैयार हैं। वर्तमान समय में बुध देव सूर्य से एक निश्चित दूरी पर आ जाने के कारण फिर से उदित हो जाएंगे। बता दें कि बुध ग्रह 11 जून 2025 की सुबह 11 बजकर 57 मिनट पर मिथुन राशि में उदित हो जाएंगे।
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बुध का मिथुन राशि में उदय: वैश्विक स्तर पर प्रभाव
सरकार और राजनीति
- इस अवधि में सरकार विभिन्न योजनाओं और नीतियों के माध्यम से जनता की मदद करने और उनका साथ देने का काम कर सकती है।
- बड़े राजनेता और उच्च पदों पर बैठे अधिकारी बुध उदित के दौरान जिम्मेदारी पूर्ण बयान देते हुए नज़र आ सकते हैं। साथ ही, लोग उन्हे सुनना और उनसे जुड़ना पसंद करेंगे।
व्यापार और कृषि
- बुध देव को व्यापार का कारक ग्रह माना जाता है। ऐसे में, इस अवधि में दुनियाभर में गिरावट के बाद अचानक से उछाल देखने को मिल सकता है।
- बुध ग्रह के उदित होने से पहले पब्लिक सेक्टर, फार्मा सेक्टर और सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री एक कठिन दौर से गुजरने के बाद इन क्षेत्रों में तेज़ी आ सकती है।
- यातायात, हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम्स आदि क्षेत्र पिछले कुछ महीनों में शानदार प्रदर्शन करने के बाद एक बार फिर से प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ेंगे।
- बुध का मिथुन राशि में उदय के दौरान भारत में कृषि और पशुपालन जैसे क्षेत्रों में मांग में बढ़ोतरी नज़र आ सकती है।
- इस अवधि में भी स्टॉक मार्केट और सट्टेबाजी में अस्थिरता का दौर जारी रह सकता है।
- देश में लोगों की रुचि धर्म-कर्म के कार्यों में बढ़ेगी।
- साथ ही, पब्लिक सेक्टर में काम करने वाले जातकों को इस अवधि में लाभ प्राप्ति के योग बनेंगे।
मीडिया और पत्रकारिता
- मीडिया पर काम करने वाले जातक अपनी शर्तों पर कार्य करने में सक्षम होंगे और साथ ही, आप पर काम का बोझ बढ़ सकता है।
- लेखक, पत्रकार, कंटेंट क्रिएटर आदि क बुध का मिथुन राशि में उदय के दौरान लाभ की प्राप्ति होगी।
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बुध का मिथुन राशि में उदय: इन राशियों के लिए रहेगा शुभ
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए बुध महाराज आपके पांचवें और दूसरे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके दूसरे भाव में उदित होने जा रहे हैं। ऐसे में, यह आपको शुभ परिणाम देने का काम करेंगे जैसे कि आपके रिश्ते अपने प्रियजनों के साथ पहले की तुलना में मज़बूत होंगे। वह आपकी समस्याओं को सुलझाने में आपकी सहायता करेंगे। आप उनसे बेझिझक होकर अपनी बात उनके सामने रखें और वह आपकी समस्याओं का हल आपको प्रदान करेंगे। आप लोगों से इतनी मधुरता और कोमलता से बात करेंगे कि वह आपको रोक नहीं पाएंगे और ऐसे में, सबको ऐसा महसूस होगा कि वह आपको पहले से जानते हैं और आप उनके अपनों में से एक है।
साथ ही, इस अवधि में घर-परिवार में चल रहे मतभेद भी दूर होंगे और आपको स्वादिष्ट भोजन खाने के भी अवसर प्राप्त होंगे। बुध के उदित होने से आपको लाभ होगा और ऐसे में, आप पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगे। धन लाभ के साथ में आपकी बुद्धि में भी वृद्धि होगी। आय में बढ़ोतरी होने से आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके लग्न/पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके लग्न भाव में उदित होने जा रहे हैं। कुंडली के पहले भाव में बुध ग्रह को दिग्बल प्राप्त होता है जिसके चलते जातक अत्यंत बुद्धिमान बनता है। यह आपको निर्णय लेने के संबंध में सकारात्मक परिणाम देंगे। बुध के मिथुन राशि में उदित होने की अवधि को नौकरी में बदलाव करने या फिर नई नौकरी ढूंढ़ने के लिए अच्छा कहा जाएगा।
लग्न भाव में बुध की उदित अवस्था एथलीट या खिलाड़ियों के लिए अनुकूल रहेगी। यह समय मिथुन राशि के लोगों के लिए शुभ रहेगा, विशेष रूप से जो नई-नई चीज़ों को सीखने की इच्छा रखते हैं। आर्थिक जीवन के लिए भी बुध का मिथुन राशि में उदय होना अच्छा रहेगा जो आपकी आर्थिक स्थिति को सुधारने का काम करेगा। धन के कारक ग्रह के रूप में बुध महाराज आपकी ज्यादा से ज्यादा बचत करने में सहायता करेंगे।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपकी कुंडली में दूसरे भाव और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके ग्यारहवें भाव में उदित होने जा रहे हैं। बुध की यह स्थिति आपके संचार कौशल को प्रभावशाली बनाएगी और आप अपने दोस्तों के बीच लोकप्रिय बनेंगे। इस अवधि में आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी और इस बात की भी प्रबल संभावना है कि बुध उदित के दौरान आपको अपनी मेहनत के फल के रूप में वेतन वृद्धि या बोनस की प्राप्ति हो सकती है। ग्यारहवें भाव के स्वामी के रूप में आपके सामाजिक जीवन का दायरा बढ़ेगा और ऐसे में, आपको अपने नेटवर्क के माध्यम से लाभ की प्राप्ति होगी। मीडिया और लेखन से जुड़े जातकों को सफलता की प्राप्ति होगी।
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कन्या राशि
कन्या राशि वालों की कुंडली में बुध देव आपके दसवें भाव में विराजमान हैं जो आपके कर्म भाव और लग्न भाव के भी स्वामी हैं। ऐसा माना जाता है कि दसवें भाव में बुध ग्रह की उपस्थिति समानता को बढ़ावा देती है। साथ ही, बुध ग्रह इस समय अपनी ही राशि मिथुन में बैठे होंगे। सामान्य रूप से लग्न भाव के स्वामी का दसवें भाव में और अपनी राशि में गोचर आपके करियर के लिए फलदायी साबित होगा।
बुध का मिथुन राशि में उदय के दौरान व्यापार करने वाले जातक अपने सभी कामों को सही तरीके से करने में सक्षम होंगे। ऐसे में, आप अच्छा ख़ासा लाभ प्राप्त कर सकेंगे। हालांकि, बुध की यह स्थिति सामाजिक जीवन के लिए अनुकूल कही जाएगी क्योंकि इस दौरान आप नौकरी में तरक्की प्राप्त कर सकेंगे। इस अवधि में आप अपने प्रतिद्वंदियों को पछाड़ते हुए आगे बढ़ेंगे। बुध आपको करियर और व्यापार में पैसा कमाने के साथ-साथ आपको लोकप्रिय बनाने का काम भी करेंगे।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके आठवें भाव में उदित होने जा रहे हैं। बता दें कि आपकी कुंडली में बुध ग्रह आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। हालांकि, बुध का आठवें भाव में उदित होना आपके लिए सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा। लेकिन, आठवें भाव में ज्यादातर ग्रहों के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है। बुध देव अपनी राशि में विराजमान होंगे और यहाँ वह आपके धन भाव के स्वामी हैं। इसके परिणामस्वरूप, बुध का मिथुन राशि में उदय आपके लिए अप्रत्याशित रूप से आर्थिक लाभ लेकर आ सकता है। साथ ही, करियर के क्षेत्र में भी आपको कार्यों में सफलता की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होगा।
सोशल मीडिया पर अपने विचार शेयर करके आप मान-सम्मान प्राप्त करने में सक्षम होंगे। आपके पास अच्छी नौकरी होने के बावजूद आपको अपनी वाणी को नियंत्रित करने की सलाह दी जाती है क्योंकि आपका वाणी का भाव शनि ग्रह से प्रभावित रहेगा। बता दें कि बुध और गुरु ग्रह की युति आपको अपनी वाणी को नियंत्रित करने में सहायता करेगी, भले ही दूसरे भाव के स्वामी गुरु ग्रह अपने दूसरे भाव पर भी दृष्टि डालेंगे। ऐसे में, आपको मधुर और उचित शब्दों का उपयोग करने की सलाह दी जाती है।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं। वर्तमान समय में अब यह आपके छठे भाव में उदित होने जा रहे हैं। सामान्य रूप से, बुध के छठे भाव में गोचर को अनुकूल परिणाम देने वाला माना जाता है। इसके परिणामस्वरूप, बुध महाराज अपने छठे भाव में और अपनी राशि में बैठकर अच्छे परिणाम देंगे। आर्थिक जीवन में आपको मिलने वाले परिणाम सकारात्मक रहेंगे। हालांकि, बुध और ग्रह की युति के कारण आपके सामने कुछ खर्चें आ सकते हैं। बुध ग्रह के अलावा बारहवें भाव में बैठे गुरु ग्रह का प्रभाव भी आपके दूसरे भाव पर दिखाई दे सकता है। ऐसे में, आप बेकार की चीज़ों पर धन खर्च करते हुए नज़र आ सकते हैं।
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बुध का मिथुन राशि में उदय: इन राशियों को मिलेंगे नकारात्मक परिणाम
कर्क राशि
कर्क राशि राशि वालों की कुंडली में बुध देव आपके तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके बारहवें भाव में उदित होने जा रहे हैं। इस अवधि में आप सही तरीके से कार्यों को कर सकते हैं क्योंकि आपमें ईमानदारी की कमी रह सकती है (ऐसा तभी होगा कि जब कुंडली में बुध पीड़ित अवस्था में होगा)। बता दें कि अगर आप ईमानदारी से काम करेंगे और धर्म में विश्वास करते हैं, तो आप बुध ग्रह से मिलने वाले अशुभ परिणामों को रोकने में सक्षम होंगे।
बुध का प्रभाव धन का सही प्रबंधन न होने वाली समस्याओं जैसे कि धन की कमी, आर्थिक संकट की तरफ आपको लेकर जा सकता है। ऐसे में, आप शारीरिक के साथ-साथ मानसिक समस्याओं से परेशान नज़र आ सकते हैं इसलिए आपको योग और ध्यान करने की सलाह दी जाती है।
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बुध का मिथुन राशि में गोचर: सरल एवं प्रभावी उपाय
- मस्तक पर केसर का तिलक करें।
- प्रत्येक बुधवार के दिन बुध देव के मंत्र “ॐ बुधाय नमः” का जाप करें।
- प्रतिदिन भगवान विष्णु का पूजन करें।
- गरीब और जरूरतमंदों को हरे फल और सब्जियों का दान करें।
- संभव हो, तो गरीबों के लिए भंडारे का आयोजन करें।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
ज्योतिष में बुध देव का शत्रु मंगल ग्रह को माना जाता है।
नहीं, चंद्रमा को बुध का मित्र माना जाता है, लेकिन बुध चंद्र ग्रह को अपना शत्रु मानता है।
नहीं, गुरु और बुध ग्रह दोनों एक-दूसरे से तटस्थ संबंध रखते हैं।