बुध का मिथुन राशि में गोचर इन राशि वालों पर पड़ेगा भारी, गुरु के सान्निध्‍य से मिल सकती है राहत!

बुध का मिथुन राशि में गोचर इन राशि वालों पर पड़ेगा भारी, गुरु के सान्निध्‍य से मिल सकती है राहत!

ज्‍योतिषशास्‍त्र में बुध ग्रह को अत्‍यंत महत्‍वपूर्ण ग्रह बताया गया है। बुध का प्रभाव हमारे बात करने के तरीके यानी संचार कौशल पर होता है। हम दूसरों से किस तरह से बात करते हैं और अपने विचारों को किस तरह से व्‍यक्‍त करते हैं, यह सब बुध ग्रह पर ही निर्भर करता है। बुध सूर्य की परिक्रमा 88 दिनों में पूरा कर लेता है।

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार चंद्रमा और बुध ग्रह के बीच शत्रुता का संबंध नहीं है बल्कि चंद्रमा बुध के साथ कोई शत्रुता नहीं रखता है लेकिन बुध की ओर से चंद्रमा के लिए शत्रुता का भाव है। बुध सभी ग्रहों में श्रेष्‍ठ हैं क्‍योंकि उनकी कृपा से व्‍यक्‍ति को बुद्धि और धन की प्राप्‍ति‍ होती है। बुधवार के दिन बुध ग्रह की पूजा की जाती है और व्‍यापार पर बुध का सबसे अधिक प्रभाव देखा जाता है। बुध का मिथुन एवं कन्‍या राशि पर आधिपत्‍य है। बात करें, बुध के गोचर की तो वह लगभग एक महीने के अंतराल में एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करता है। अब जून महीने की शुरुआत में ही बुध का मिथुन राशि में गोचर होने जा रहा है।

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बुध का मिथुन राशि में गोचर : कब

बुध ग्रह 06 जून, 2025 को सुबह 09 बजकर 15 मिनट पर मिथुन राशि में गोचर करने जा रहे हैं। इस राशि में बुध ग्रह 22 जून तक रहने वाले हैं। बुध का यह गोचर व्‍यतिपत योग में होने जा रहा है जिसे वैदिक ज्‍योतिष में अशुभ माना जाता है। बुध के मिथुन राशि में प्रवेश करने से कुछ राशि के जातकों को अपने जीवन में समस्‍याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस ब्‍लॉग में आगे उन्‍हीं राशियों के बारे में बताया गया है जिन्‍हें बुध के राशि परिवर्तन करने पर नकारात्‍मक प्रभाव झेलने पड़ सकते हैं।

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मेष राशि 

इस राशि के तीसरे और छठे भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं जो कि अब आपके तीसरे भाव में गोचर करने जा रहें हैं। तीसरे भाव में बुध के गोचर के कारण आपके अपने भाई-बंधुओं से विवाद हो सकता है। आपके मन में कभी-कभी भय के भाव आ सकते हैं। आपको धन की हानि होने की भी आशंका है। आपको सौम्‍य होकर बात करने की सलाह दी जाती है। इस समय आपको नए दोस्‍त बनाने का मौका मिलेगा। आप पक्षियों को दाना दें।

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कर्क राशि 

बुध ग्रह आपके तीसरे और द्वादश भाव के स्वामी हैं और बुध का मिथुन राशि में गोचर आपके द्वादश भाव में होगा। यदि आप अच्‍छा व्‍यवहार करते हैं और धर्म का साथ देते हैं, तो आप इस समयावधि में बुध के नकारात्‍मक प्रभावों से बच सकते हैं। बुध के प्रभाव के कारण आप व्‍यर्थ के खर्चों में फंस सकते हैं। आपको शारीरिक और मानसिक कष्‍ट झेलना पड़ सकता है। आपको इस समय ध्‍यान, योग और मेडिटेशन करने की सलाह दी जाती है। आप अपने माथे पर केसर का तिलक रोज़ लगाएं।

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तुला राशि

तुला राशि के भाग्य तथा द्वादश भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं जो कि आपके नौवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। सामान्य तौर पर बुध ग्रह को नवम भाव में गोचर करने की स्थिति में अनुकूल परिणाम देने वाला नहीं माना गया है। संभव है कि आपको अपने भाग्‍य का साथ न मिल पाए। आपके मार्ग में बाधाएं आ सकती हैं। आपको धन और सम्‍मान की हानि हो सकती है। अगर आप इस समय सही मार्ग पर चलते हैं और दूसरों के प्रति अच्‍छा भाव रखते हैं, तो बुध के नकारात्‍मक प्रभाव में कमी आ सकती है। दान-पुण्‍य करने में धन खर्च करने से लाभ होगा।

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धनु राशि 

बुध आपकी कुंडली में सातवें तथा दशम भाव के स्वामी होते हैं और वर्तमान में यह आपके सप्तम भाव में गोचर कर रहे हैं। सप्तम भाव में बुध के गोचर को स्त्री से विवाद करवाने वाला माना गया है। शारीरिक पीड़ा देने वाला माना गया है। शासन प्रशासन से संबंधित मामलों में नकारात्मक परिणाम देने वाला माना गया है। यात्रा और व्यवसाय में हानि करवाने वाला माना गया है और कभी-कभी चिंता देने वाला भी माना गया है लेकिन आपके मामले में इस तरह के परिणाम शायद नहीं मिलेंगे या बहुत कम मात्रा में मिलेंगे। फिर भी आपको अपने साथी के साथ सम्‍मानजनक व्‍यवहार करना चाहिए। अगर आपको नकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही हो तो स्वयं को शांत रखने की कोशिश करें। योग-व्यायाम करने से शारीरिक पीड़ा से मुक्‍ति मिल सकती है। शासन-प्रशासन से संबंधित कामों में नियम व अनुशासन का पालन करना नकारात्मकता को दूर करने में सहायक बनेगा। 

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कुंभ राशि

कुंभ राशि के पांचवें तथा आठवें भाव के स्वामी बुध ग्रह अब आपके पंचम भाव में गोचर कर रहे हैं। पंचम भाव में बुध का गोचर मन को अशांत करता है। ऐसे में संतान से संबंधित मामलों में कुछ परेशानियां आ सकती हैं लेकिन बुध के बृहस्‍पति ग्रह के साथ होने की वजह से आपकी परेशानियां जल्दी ही दूर हो जाएंगी। आप गाय को चारा जरूर खिलाएं।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्रश्‍न 1. बुध ग्रह सूर्य की परिक्रमा कितने दिनों में करते हैं?

उत्तर. बुध 88 दिनों में सूर्य का एक चक्‍कर लगाते हैं।

प्रश्‍न 2. बुध ग्रह किस राशि में उच्‍च का होता है?

उत्तर. बुध के लिए कन्‍या उच्‍च राशि है।

प्रश्‍न 3. बुध की नीच राशि कौन सी है?

उत्तर. मीन राशि बुध ग्रह की नीच राशि है।