कब है अक्षय तृतीया? जानें सही तिथि, महत्व, पूजा विधि और सोना खरीदने का मुहूर्त!

कब है अक्षय तृतीया? जानें सही तिथि, महत्व, पूजा विधि और सोना खरीदने का मुहूर्त!

अक्षय तृतीया 2025: हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व अखा तीज और युगादि के नाम से भी जाना जाता है। अक्षय तृतीया पर खरीदारी और दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया पर किए जाने वाले शुभ कार्यों और दान-पुण्य का फल जन्म-जन्मांतर तक प्राप्त होता है। ऐसा कहा जाता है कि अक्षय तृतीया के शुभ फल के प्रभाव से ही एक गरीब वैश्य ने अगले जन्म में राजा और बाद में, चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के रूप में जन्म लिया। एस्ट्रोसेज एआई का यह विशेष लेख आपको “अक्षय तृतीया 2025” की विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही जानेंगे, इस पर्व की तिथि, महत्व, शुभ मुहूर्त और इन दिन की परंपराओं के बारे में। तो चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और जानते हैं अक्षय तृतीया के बारे में विस्तार से। 

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अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर जगत के संचालक भगवान विष्णु और उनके अवतारों का पूजन करना श्रेयस्कर होता है। इस दिन जल और नमक से भरे हुए घड़े का दान शुभ माना जाता है। साल 2025 में अक्षय तृतीया कब मनाई जाएगी और क्या रहेगा पूजा मुहूर्त? तो यहाँ हम आपको अक्षय तृतीया की तिथि के साथ-साथ शुभ मुहूर्त प्रदान कर रहे हैं।     

अक्षय तृतीया 2025: तिथि और पूजा मुहूर्त  

हिंदू पंचांग के अनुसार, अक्षय तृतीया का त्योहार प्रत्येक वर्ष वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस तिथि पर किसी भी चीज की खरीदारी, विशेष रूप से सोने की खरीदारी के साथ-साथ मुंडन, विवाह, जनेऊ आदि कार्यों को करना सर्वश्रेष्ठ और उत्तम होता है। अक्षय तृतीया पर विष्णु जी और माता लक्ष्मी का पूजन किया जाता है। इस साल अक्षय तृतीया 30 अप्रैल 2025 को मनाई जाएगी। क्या रहेगा इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त और कब शुरू होगी तृतीया तिथि, आइए जानते हैं। 

अक्षय तृतीया की तिथि: 30 अप्रैल 2025, बुधवार 

अक्षय तृतीया पर पूजा का शुभ मुहूर्त: सुबह 05 बजकर 41 मिनट से दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक

अवधि: 6 घंटे 36 मिनट

अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त: शाम 05 बजकर 31 मिनट (29 अप्रैल को) से 30 अप्रैल की सुबह 06 बजकर 07 मिनट तक। 

अवधि – 12 घंटे 36 मिनट 

तृतीया तिथि आरंभ: 29 अप्रैल की शाम 05 बजकर 34 मिनट से,   

तृतीया तिथि समाप्त: 30 अप्रैल की दोपहर 02 बजकर 15 मिनट तक 

नोट: हिंदू धर्म में सूर्योदय के आधार पर तिथि की गणना की जाती है और इस प्रकार, उदया तिथि के अनुसार, अक्षय तृतीया 30 अप्रैल 2025 को मनाई जाएगी। साथ ही, सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त 29 अप्रैल 2025 की शाम से शुरू हो रहा है, तो आप इस दिन की शाम को भी सोना ख़रीद सकते हैं।     

  

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अक्षय तृतीया पर बनेंगे दो बेहद शुभ योग  

अक्षय तृतीया 2025 बेहद ख़ास रहने वाली है क्योंकि इस दिन एक दुर्लभ शोभन योग का निर्माण हो रहा है। शोभन योग 30 अप्रैल 2025 की दोपहर 12 बजकर 01 मिनट तक रहेगा और साथ ही, इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। अक्षय तृतीया पर सर्वार्थ सिद्धि योग पूरे दिन बना रहेगा और इस दौरान की गई खरीदारी आपके लिए शुभ रहेगी। इसके अलावा, इस योग में किए गए शुभ कार्यों में आपको सफलता की प्राप्ति होगी। बता दें कि रात के समय रवि योग भी निर्मित हो रहा है और इसे भी जातकों को शुभ परिणामों की प्राप्ति होगी।

अक्षय तृतीया का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व 

हिंदू वर्ष और सनातन धर्म में अक्षय तृतीया की गिनती साल के सबसे शुभ दिनों में होती है। बात करें अक्षय तृतीया के अर्थ की, तो अक्षय का मतलब जिसका क्षय न हो और तृतीया तिथि यानी कि हिंदू कैलेंडर में माह के तीसरे दिन से है। माना जाता है कि इस तिथि पर किए हुए कार्यों के शुभ फलों का क्षय नहीं होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया से ही सतयुग और त्रेतायुग का आरंभ हुआ था और इस दिन ही भगवान विष्णु नर-नारायण के रूप में अवतरित हुए थे। अक्षय तृतीया पर भगवान परशुराम का भी जन्म हुआ था। कहते हैं कि इस पावन अवसर पर ही भगवान श्री गणेश ने महाभारत ग्रंथ को लिखना शुरू किया था।

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ऐसा कहते हैं कि अक्षय तृतीया के दिन किए गए मांगलिक और धार्मिक कार्यों से अक्षय फल की प्राप्ति होती है। ज्योतिष के अनुसार, इस तिथि पर सूर्य और चंद्रमा दोनों ग्रह अपनी अपनी उच्च राशि वृषभ में विराजमान होते हैं इसलिए इन दोनों की कृपा से मिलने वाला फल अक्षय बन जाता है। ऐसी मान्यता है कि अक्षय तृतीया पर भगवान परशुराम, नर-नारायण और हयग्रीव का अवतार हुआ था। इसके अलावा, अक्षय तृतीया के दिन ही चार धामों में से एक बद्रीनाथ के कपाट खुलते हैं  और मथुरा के वृंदावन में स्थित बांके-बिहारी मंदिर में भक्तों को भगवान बांके बिहारी जी के चरणों के दर्शन साल में एक बार होते हैं। वैशाख शुक्ल की तृतीया तिथि को अखा तीज के रूप में भी मनाया जाता है। 

अक्षय तृतीया 2025 पर अबूझ मुहूर्त 

अक्षय तृतीया को हिंदू धर्म में अबूझ मुहूर्त माना गया है। सामान्य शब्दों में कहें तो, अक्षय तृतीया पर किसी भी शुभ या मांगलिक कार्य के लिए अलग से मुहूर्त देखने की आवश्यकता नहीं होती है और आप बिना मुहूर्त के भी कार्य कर सकते हैं। अक्षय तृतीया पर आप शादी-विवाह, नए व्यापार की शुरुआत, घर या नया वाहन खरीदना, मुंडन संस्कार करवाना, निवेश करना जैसे सभी प्रकार के शुभ कार्य कर सकते हैं। यदि आपके लिए सोना खरीदना संभव नहीं है, तो आप पीली सरसों या मिट्टी का मटका खरीद सकते हैं क्योंकि इसकी खरीदारी भी अच्छी मानी जाती है।

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अक्षय तृतीया 2025 पर होंगे बांके बिहारी के चरण दर्शन    

अक्षय तृतीया को अलग-अलग नामों से जाना जाता है और इस दिन अनेक तरह की परंपराओं का पालन किया जाता है जिनमें से एक है बांके बिहारी के चरणों के दर्शन। हर साल वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि अर्थात अक्षय तृतीया पर भक्तों को अपने आराध्य बांके बिहारी जी के चरणों के दर्शन मिलते हैं जो कि साल में सिर्फ़ एक बार होते हैं। बता दें कि ठाकुर जी के चरण पूरे वर्ष पोशाक में छिपे रहते हैं और केवल अक्षय तृतीया के अवसर पर भक्तों को दर्शन देते हैं। उनके चरणों के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से भक्त वृंदावन पहुंचते हैं।

अक्षय तृतीया पर क्यों की जाती है सोने की खरीदारी?

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया पर सोने की खरीदारी शुभ मानी जाती है। लेकिन, वर्तमान समय में अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने की परंपरा का तेज़ी से प्रचार-प्रसार हुआ है। बता दें कि इस तिथि पर लोग इस धारणा के साथ सोना खरीदते हैं कि उनकी धन-संपत्ति में अपार वृद्धि होगी क्योंकि अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने से धन का क्षय नहीं होता है। हालांकि, बहुत कम लोग जानते हैं कि इस तिथि पर सोना खरीदने से ज्यादा महत्व सोना दान करने और धारण करने का होता है। जो लोग सोना खरीद नहीं सकते हैं, वह इस दिन गरीबों की सहायता करके अपार पुण्य कमा सकते हैं। इस दिन अगर आप सोना खरीदते हैं, तो उस सोने का प्रयोग किसी जरूरतमंद को कुछ दान करके और फिर सोने को भगवान के चरणों में रखने के पश्चात ही करें।         

अक्षय तृतीया से संबंधित रीति-रिवाज़     

शास्त्रों में वर्णित है कि अक्षय तृतीया के दिन मनुष्य को अपनी क्षमता और सामर्थ्य के अनुसार दान-पुण्य अवश्य करना चाहिए। इस शुभ तिथि पर सत्तू, जौ, घड़ा, जल, अन्न, स्वर्ण, मिष्ठान, जूता, छाता, फल और वस्त्र आदि का दान करना कल्याणकारी होता है। मान्यता है कि अक्षय तृतीया 2025 पर आपके द्वारा किया गया दान, धर्म, स्नान, जप और हवन के पुण्य की समाप्ति कभी नहीं होती है और जातक को लोक-परलोक में इस पुण्य के शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं। 

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अक्षय तृतीया 2025 की पूजन विधि   

  • अक्षय तृतीया 2025 पर व्रती प्रातःकाल स्नानादि से निवृत होकर पीले रंग के कपड़े पहनें। 
  • पूजा स्थान पर भगवान विष्णु की मूर्ति को गंगाजल छिड़ककर शुद्ध करें।
  • इसके बाद विष्णु जी को तुलसी, पीले फूलों की माला या फिर पीले रंग के फूल चढ़ाएं।
  • अब भगवान विष्णु के सामने दीपक जलाएं और धूप-अगरबत्ती दिखाएं।
  • इसके पश्चात विष्णु सहस्त्रनाम या विष्णु चालीसा का पाठ करें और अंत में विष्णु जी की आरती करें।  
  • संभव हो, तो अक्षय तृतीया पर भगवान विष्णु के नाम से गरीबों को भोजन कराएं या दान करें। 

अक्षय तृतीया 2025 पर राशि अनुसार करें इन चीज़ों का दान  

मेष राशि: मेष राशि वाले अक्षय तृतीया पर सत्तू, गेहूं, जौ या जौ से बनी चीज़ों का दान करें। 

वृषभ राशि: वृषभ राशि के जातक इस दिन गर्मी में आने वाले फल, जल से भरे तीन मटके और दूध का दान करें। 

मिथुन राशि: मिथुन राशि वालों को अक्षय तृतीया 2025 पर खीरा, ककड़ी, हरी मूंग और सत्तू  का मंदिर में दान करना चाहिए। 

कर्क राशि: अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर कर्क राशि के लोग किसी साधु को जल से भरी एक मटकी, दूध और मिश्री दान करें। 

सिंह राशि: सिंह राशि वाले इस दिन मंदिर में सत्तू और जौ का दान करें। 

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कन्या राशि: कन्या राशि वालों को अक्षय तृतीया के दिन खीरा, तरबूज और ककड़ी का दान करना चाहिए।.

तुला राशि: तुला राशि के जातक इस शुभ तिथि पर मजदूरों या राहगीरों को पानी पिलाएं। साथ ही, आप जरूरतमंदों को जूते-चप्पल भी दान कर सकते हैं। 

वृश्चिक राशि: अक्षय तृतीया 2025 पर वृश्चिक राशि वाले जरूरतमंद को छाता, पंखा या फिर जल से भरा पात्र दान करें। 

धनु राशि: धनु राशि के जातक इस दिन बेसन से बनी मिठाई, मौसमी फल, सत्तू और चने की दाल का दान कर सकते हैं। 

मकर राशि: मकर राशि के जातक अक्षय तृतीया पर दूध, मिठाई या जल से भरी मटकी गरीबों को दान करें। 

कुंभ राशि: अक्षय तृतीया 2025 पर कुंभ राशि वाले मौसमी फल, गेहूं और जल से भरा मटका आदि जरूरतमंद को दान करें। 

मीन राशि: मीन राशि वाले अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर ब्राह्मण को दान के रूप में चार हल्दी की गांठ दें। 

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. साल 2025 में अक्षय तृतीया कब है? 

इस वर्ष अक्षय तृतीया 30 अप्रैल 2025, बुधवार को मनाई जाएगी। 

2. अक्षय तृतीया पर क्या करना चाहिए?  

अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदना शुभ होता है।

3. अक्षय तृतीया पर किसकी पूजा की जाती है?  

अक्षय तृतीया पर भगवान विष्णु की पूजा का विधान है।