50 साल बाद सूर्य गोचर से बनेगा शुभ योग, ये राशि वाले जरूर पढ़ लें अपने बारे में!

50 साल बाद सूर्य गोचर से बनेगा शुभ योग, ये राशि वाले जरूर पढ़ लें अपने बारे में!

सूर्य का गोचर मतलब सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में जाना। सूर्य हर महीने लगभग 30 दिनों में एक राशि से दूसरी में प्रवेश करता है। वैदिक ज्योतिष में सूर्य ग्रह को आत्मा, आत्मविश्वास, पिता, मान-सम्मान, और नेतृत्व का प्रतीक माना जाता है। यह अग्नि तत्व का भी ग्रह है जो तेज, ऊर्जा और जीवनी शक्ति का मुख्य स्रोत है। सूर्य की स्थिति कुंडली में यह दर्शाती है कि व्यक्ति का आत्मबल, प्रतिष्ठा और प्रशासनिक क्षेत्र में कैसा प्रभाव रहेगा। यह सिंह राशि के स्वामी हैं, मेष राशि में उच्च और तुला राशि में नीच का होता है। 

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जन्म कुंडली में सूर्य की शुभ स्थिति व्यक्ति को साहसी, प्रसिद्ध और नेतृत्व में कुशल बनाती है, जबकि अशुभ स्थिति में अहंकार, गुस्सा और पिता से तनाव उत्पन्न हो सकता है। सूर्य 14 अप्रैल 2025 को मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश कर चुके हैं। सूर्य के मेष राशि में प्रवेश करते ही बेहद शुभ योग चतुर्ग्रही योग का निर्माण हुआ है। इस योग का प्रभाव सभी राशियों में देखने को मिलेगा लेकिन कुछ राशियों के जातक को इस योग से सकारात्मक परिणाम की प्राप्ति होगी।

तो आइए बिना देरी किए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं सूर्य का मेष राशि में गोचर से बनने वाले चतुर्ग्रही योग किन जातकों के लिए शुभ परिणाम लेकर आया है।

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सूर्य का मेष राशि में गोचर से ये जातक होंगे मालामाल

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों इस योग से हर क्षेत्र में बेहतरीन परिणाम मिलेंगे। आपके लिए यह समय नई संभावनाओं और अवसरों से भरा हुआ रहेगा। आपकी वाणी की मधुरता और संवाद कौशल से आप लोगों का दिल जीतने में सफल रहेंगे। शिक्षा, लेखन, मीडिया, मार्केटिंग और कंसल्टिंग जैसे क्षेत्रों में सफलता मिलेगी। व्यापार के क्षेत्र में नए संबंध बनेंगे और नौकरी में पदोन्नति या नई ज़िम्मेदारियां मिलने की संभावना है। मित्रों और परिवार का सहयोग बना रहेगा और सामाजिक मान-सम्मान में वृद्धि होगी। यात्रा के योग भी बन सकते हैं, जो लाभकारी सिद्ध होंगे। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और रुके हुए कार्यों में गति आएगी। कुल मिलाकर, यह समय आपकी प्रतिभा को निखारने और जीवन को एक नई दिशा देने वाला साबित हो सकता है।

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धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए यह समय आत्मविश्वास, उत्साह और विस्तार का प्रतीक बनकर आया है भाग्य आपका साथ देगा और आपके अधूरे कार्य पूरे होंगे। शिक्षा, विदेश यात्रा, उच्च अध्ययन और अध्यात्म से जुड़े क्षेत्रों में प्रगति के योग बनेंगे। आप अपनी ईमानदार सोच के कारण दूसरों का भरोसा जीतने में सफल होंगे। कार्यस्थल पर सराहना मिलेगी और नए अवसर द्वार खटखटाएंगे। यह समय आपके विचारों और जीवन दर्शन को विस्तार देने वाला रहेगा। संतान पक्ष से शुभ समाचार मिल सकता है और परिवार में आनंद का माहौल बनेगा। नए संपर्क लाभदायक सिद्ध होंगे और आपकी सोच सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ेगी। कुल मिलाकर, यह समय आपके आत्म विकास और सौभाग्य की वृद्धि का संकेत है, जहां आपकी मेहनत और सच्चाई आपको सफलता की ऊंचाइयों तक ले जा सकती है।

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कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों के लिए यह योग कई नए अवसर लेकर आएगा। आपकी रचनात्मकता और अलग सोच आपको भीड़ से अलग पहचान दिलाएगी। करियर में उन्नति के योग बन रहे हैं, विशेषकर तकनीकी, शोध, लेखन, शिक्षा और सामाजिक कार्यों से जुड़े क्षेत्रों में विशेष सफलता मिल सकती है। आपकी योजनाएं धीरे-धीरे फलीभूत होंगी और लोग आपके विचारों से प्रभावित होंगे। मित्रों और शुभचिंतकों का साथ मिलेगा, जिससे आत्मबल बढ़ेगा। आर्थिक स्थिति में सुधार के संकेत हैं और निवेश से लाभ हो सकता है। जीवन में कोई नई दिशा या उद्देश्य मिलने की संभावना है, जिससे आप और अधिक प्रेरित महसूस करेंगे। कुल मिलाकर, यह समय कुंभ राशि के जातकों के लिए यह अवधि आत्मसंतोष लेकर आएगा।

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अक्‍सर पूछे जाने वाले प्रश्‍न

1. सूर्य का मेष राशि में गोचर कब होगा?

सूर्य 14 अप्रैल 2025 को मेष राशि में गोचर कर चुके हैं।

2. सूर्य के कारक क्या है ?

ज्योतिष में सूर्य को आत्मा, पिता, मान-सम्मान, लीडरशिप, राजकाज और उच्च प्रशासिनक पद का कारक ग्रह माना जाता है।

3. सूर्य की सात किरणों के नाम क्या हैं?

1- सुषुम्णा 2- सुरादना 3-उदन्वसु 4-विश्वकर्मा 5-उदावसु 6-विश्वव्यचा 7-हरिकेश सूर्य की सात किरणें अलग अलग रंग की होती है ।