कुंभ राशि में बुध होंगे उदित, इन 5 राशियों के जीवन को भर देंगे धन-धान्य से; लग सकती है लॉटरी!

बुध का कुंभ राशि में उदय: एस्ट्रोसेज एआई यह ख़ास लेख अपने पाठकों के लिए लेकर आया है जिसके अंतर्गत  आपको “बुध का कुंभ राशि में उदय” से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी जैसे कि बुध उदित होने का समय, तिथि और सभी जातकों पर इसका प्रभाव आदि। साथ ही, इस ब्लॉग में हम यह भी जानेंगे कि कुंडली में बुध ग्रह के अशुभ या कमज़ोर अवस्था में होने पर किन उपायों को करके आप इसके अशुभ प्रभावों को कम कर सकते हैं। इसके अलावा, आपको अवगत करवाएंगे कि बुध ग्रह की अवस्था में होने वाला यह बदलाव सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन में किस प्रकार के बदलाव लेकर आएगा।

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अगर आपके मन में यह जानने की उत्सुकता है कि बुध के कुंभ राशि में उदित होने के दौरान क्या आपको नौकरी में तरक्की मिलने के योग बनेंगे? किन राशियों पर होगी धन की वर्षा और किनकी बढ़ेगी समस्या? किन राशियों के प्रेम जीवन रहेगा मिठास से भरा? इन सभी सवालों के जवाब मिलेंगे आपको इस ब्लॉग में। बता दें कि बुध उदित का यह लेख हमारे विद्वान और अनुभवी ज्योतिषियों द्वारा बुध ग्रह की स्थिति, चाल और दशा का विश्लेषण करके तैयार किया गया है। तो आइए अब बिना देर किये आगे बढ़ते हैं और जानते हैं बुध की उदित अवस्था के बारे में सब कुछ। 

बुध का कुंभ राशि में उदय: तिथि एवं समय 

हम सभी इस बात को भली-भांति जानते हैं कि हर महीने कई ग्रहों के गोचर एवं स्थिति में बदलाव होता है। इस दृष्टि से फरवरी 2025 का महीना बेहद ख़ास रहने वाला है क्योंकि इस माह कुंभ राशि में कई बड़े ग्रहों के गोचर एवं परिवर्तन होने वाले हैं और इनमें से एक है बुध देव का उदित होना। बता दें कि बुध देव 26 फरवरी 2025 की रात 08 बजकर 41 मिनट पर कुंभ राशि में रहते हुए अपनी अस्त अवस्था से बाहर आ जाएंगे और उदित हो जाएंगे। ऐसे में, यह राशि चक्र की सभी राशियों के साथ-साथ देश-दुनिया को भी प्रभावित करेंगे। आइए अब हम जानते हैं बुध का ज्योतिष में महत्व। 

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ज्योतिषीय दृष्टि से बुध ग्रह 

  • वैदिक ज्योतिष में बुध देव को नवग्रहों के युवराज कहा जाता है जो कि एक शुभ ग्रह है। 
  • लेकिन, कुंडली में अशुभ ग्रहों के साथ बुध के बैठे होने पर यह जातक को नकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं। 
  • राशि चक्र में बुध ग्रह को कन्या और मिथुन राशि पर आधिपत्य प्राप्त हैं। 
  • बता दें कि बुध की उच्च राशि कन्या है जबकि यह मीन राशि में नीच के होते हैं। 
  • अगर हम बात करें इनके मित्र और शत्रु ग्रहों की तो, सूर्य और शुक्र बुध के मित्र ग्रह हैं, वहीं चंद्रमा और मंगल को इनके शत्रु माना जाता है। 

कुंडली में बुध का शुभ-अशुभ प्रभाव  

  • कुंडली में बुध ग्रह के शुभ एवं मजबूत होने पर लोगों का संचार कौशल शानदार होता है। 
  • ऐसा जातक व्यापार, वकालत और वाणिज्य के क्षेत्र में अपार सफलता हासिल करता है। साथ ही, इनकी पकड़ गणित पर मज़बूत होती है। 
  • वहीं, कुंडली में बुध ग्रह के अशुभ या कमज़ोर होने पर शारीरिक और मानसिक रूप से कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। 
  • इन लोगों को दुर्बल बुध के प्रभाव से व्यापार में हानि उठानी पड़ती है जिसकी वजह से आपको आर्थिक समस्याएं परेशान कर सकती हैं। 
  • कमज़ोर बुध के कारण व्यक्ति को अपनी बात दूसरों के सामने स्पष्ट रूप से रखने में समस्या होती है। 

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बुध उदित कैसे करेंगे आपको प्रभावित?

  1. शनि देव की राशि कुंभ में बुध ग्रह के उदित होने से जातक अपनी सोच से परे हटकर सोचेंगे, नए तरीके से समस्याओं का समाधान ढूंढेंगे और नए आइडिया या तकनीक अपनाते हुए दिखाई देंगे।
  2. बुध देव की यह स्थिति जातकों को सवाल करने, ज्ञान अर्जित करने और नए-नए दृष्टिकोण के बारे में जानने के लिए प्रोत्साहित करेगी। यह समय नई-नई चीज़ें सीखने और बुद्धि को तेज़ बनाने के लिए अनुकूल रहेगा।
  3. कुंभ राशि के जातक भावनात्मक रूप से अलग-थलग रहना पसंद करते हैं इसलिए इनकी वाणी भावनाओं से प्रभावित होने के कारण तर्कसंगत और विश्लेषणात्मक हो सकती है। यह आपको भावनात्मक आधार के बजाय तार्किक होकर बड़े फैसले लेने में मददगार बनेगी। 
  4. कुंभ राशि का संबंध समाज, तकनीक और गतिविधियों से भी है और ऐसे में, आप सामाजिक प्रगति और भविष्य की तकनीक को लेकर होने वाली चर्चाओं पर बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। 

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बुध ग्रह की प्रिय चीज़ें 

  • बुध ग्रह को हरा रंग अत्यंत प्रिय है इसलिए इन्हें प्रसन्न करने के लिए हरा रंग ज्यादा से ज्यादा पहनना चाहिए। 
  • बात करें अंक की, तो अंक ज्योतिष में बुध महाराज को अंक 5 पर स्वामित्व प्राप्त हैं। 
  • सप्ताह के सात दिनों में बुधवार का दिन बुध देव को समर्पित होता है। वहीं, दिशाओं में यह उत्तर-पश्चिमी दिशा के स्वामी है। 
  • 27 नक्षत्रों में बुध अश्लेषा, ज्येष्ठा और रेवती नक्षत्र के स्वामी हैं। 
  • बुध महाराज का रत्न पन्ना है इसलिए इनकी कृपा पाने के लिए पन्ना रत्न धारण करना फलदायी साबित होगा। 
  • धातुओं में बुध ग्रह की धातु कांस्य या पीतल को माना जाता है।  
  • बुध ग्रह के भगवान विष्णु को माना गया है और इनकी पूजा करना शुभ रहता है। 
  • ज्योतिष में बुध ग्रह की मूल त्रिकोण कन्या राशि है और इनकी महादशा 17 वर्ष तक चलती है। 
  • बुध से शुभ फल प्राप्त करने के लिए बुध ग्रह के बीज मंत्र “ऊँ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः” का जाप करें। 

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बुध का कुंभ राशि में उदय: सरल एवं अचूक उपाय 

  • बुधवार के दिन गणेश मंदिर जाएं और उन्हें मूंग के लड्डू का भोग लगाएँ। 
  • संभव हो, तो बुधवार के दिन बुध ग्रह के लिए व्रत करें। 
  • बुधवार को हरे रंग की वस्तुएं दान करें। 
  • गाय को हरा चारा खिलाएं। 
  • बुधवार के दिन पूजा करते समय बुध ग्रह के मंत्रों का उच्चारण पूर्वक जाप करना चाहिए। 
  • हरे फल, हरी सब्जियां, हरे वस्त्र आदि गरीब ब्राह्मण को दान करें। 
  • बुध ग्रह को बलवान करने के लिए बुधवार के दिन बुध स्त्रोत का पाठ करें। 
  • बुध ग्रह से शुभ परिणाम पाने के लिए पन्ना रत्न धारण करें। लेकिन, ऐसा किसी विद्वान ज्योतिषी से परामर्श करने के बाद ही करें। 
  • दुर्गा चालीसा का पाठ करने से बुध ग्रह मजबूत होते हैं। 
  • बुधवार को पांच कौड़िया बहते हुए जल में प्रवाहित करें और कुंडली में बुध को मजबूत करने के लिए प्रार्थना करें। 

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बुध का कुंभ राशि में उदय: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय 

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए बुध महाराज आपके तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं जो अब…(विस्तार से पढ़ें) 

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों के लिए बुध आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके…(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों की कुंडली में बुध देव आपके पहले और चौथे भाव के अधिपति देव हैं जो अब… (विस्तार से पढ़ें)

कर्क राशि

कर्क राशि वालों के लिए बुध आपकी कुंडली में तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह…(विस्तार से पढ़ें)

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके कोषाध्यक्ष होने के साथ-साथ कुंडली में आपके धन… (विस्तार से पढ़ें) 

कन्या राशि

कन्या राशि वालों की कुंडली में बुध महाराज आपके पहले/लग्न और दसवें भाव के स्वामी हैं जो…(विस्तार से पढ़ें)

तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए बुध देव आपके नौवें भाव और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके… (विस्तार से पढ़ें) 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध महाराज आपके आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब… (विस्तार से पढ़ें)

धनु राशि 

धनु राशि वालों की कुंडली में बुध ग्रह आपके सातवें और दसवें भाव के अधिपति देव हैं। वर्तमान… (विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके छठे भाव और नौवें भाव के स्वामी हैं। अब यह…(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों की कुंडली में बुध महाराज आपके पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके… (विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि

मीन राशि वालों की कुंडली में बुध देव आपके चौथे और सातवें भाव के अधिपति देव हैं। वर्तमान… (विस्तार से पढ़ें)

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. बुध कुंभ राशि में कब उदित होंगे?

बुध ग्रह 26 फरवरी 2025 को कुंभ राशि में उदित होने जा रहे हैं। 

2. कुंभ राशि किसकी है?

कुंभ राशि पर न्याय के देवता शनि देव को स्वामित्व प्राप्त हैं। 

3. ग्रहों के युवराज किसे कहा जाता है?

ज्योतिष में बुध ग्रह को नवग्रहों के युवराज का दर्जा प्राप्त है।


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