बुध कर्क राशि में वक्री: एस्ट्रोसेज एआई की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं और इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए हैं बुध कर्क राशि में वक्री से संबंधित यह खास ब्लॉग। 18 जुलाई, 2025 को सुबह 09 बजकर 45 मिनट पर बुध ग्रह कर्क राशि में वक्री होने जा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं कि बुध के वक्री होने पर किन राशियों को नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेंगे।

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कुंडली में बुध के वक्री होने के कई प्रभाव देखे जा सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इससे खर्चों को नियंत्रित करने और बचत को बढ़ाने में मदद मिल सकती है लेकिन यात्रा की योजना और पारिवारिक जिम्मेदारियों में समस्या या रुकावट आने पर यह साहस और आत्मविश्वास में कमी भी पैदा कर सकता है। यह इस बात पर भी जोर देता है जब खासतौर पर जीवन के अन्य पहलुओं पर बुध का प्रभाव कम होता है, तब बोलते समय और करियर में प्रगति करते समय सावधानी बरतना आवश्यक है।
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बुध कर्क राशि में: विशेषताएं
बुध के कर्क राशि में होने पर आप अपनी दिनचर्या को लेकर अधिक सचेत और अपने कार्यक्षेत्र को लेकर ज्यादा संवेदनशील हो जाते हैं। आप अपने रूटीन को बदलने के लिए भावनात्मक रूप से तैयार हो सकते हैं जैसे कि आप यह जानने की कोशिश कर सकते हैं कि अपने शरीर, मन और आत्मा की और बेहतर तरीके से कैसे देखभाल की जा सकती है। आप अपने मन पर भरोसा रखें।
बुध का कर्क राशि में होना नकारात्मक और सकारात्मक दोनों तरह के प्रभाव लेकर आता है लेकिन अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप इसकी ऊर्जा को किस तरह से इस्तेमाल करते हैं। यदि आप अपनी भावनाओं पर ध्यान देते हैं, तो आप आत्मबोध और आत्म निरीक्षण अच्छे से कर सकते हैं लेकिन अगर आप अपनी भावनाओं पर प्रतिक्रिया देते हैं जैसे कि किसी से बदला लेने की योजना बनाते हें, तो यह विनाशकारी हो सकता है। यहां पर विशेष रूप से चंद्रमा का स्थान लाभकारी और हानिकारक प्रभाव को निर्धारित करता है।
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बुध कर्क राशि में वक्री: इन राशियों को होगा नुकसान
मेष राशि
बुध आपके चौथे भाव में गोचर करने जा रहे हैं और बुध आपके तीसरे एवं छठे भाव के स्वामी हैं। बुध के कर्क राशि में वक्री होने पर आपको कार्यक्षेत्र में प्रगति के मामले में बाधाएं देखनी पड़ सकती हैं जिससे आपके लिए समस्याएं पैदा होने की आशंका है। इसके अलावा आप अपनी इच्छा के अनुसार पैसों की बचत करने में भी असमर्थ रह सकते हैं।
बुध के कर्क राशि में वक्री होने के दौरान आपको अपने घर में शांतिपूर्ण और सुखमय माहौल बनाए रखने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। मनचाहा परिणाम पाने के लिए आपको पूरी लगन और समर्पण के साथ प्रयास करना चाहिए। नए घर या किसी संरचना के निर्माण में समस्याएं आ सकती हैं। यहां तक कि इस समय नया घर लेना भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के पहले और चौथे भाव के स्वामी बुध ग्रह अब इस राशि के दूसरे भाव में वक्री होने जा रहे हैं जो कि वाणी, परिवार और आय का कारक है। इस दौरान आपके व्यवहार और बातों में विनम्रता की कमी देखने को मिल सकती है। आपको अपनी बातों से दूसरों का दिल जीतने के लिए अधिक प्रयास करने पड़ सकते हैं।
आपके साहस में वृद्धि होगी लेकिन आपको कोई भी काम पूरा करने के लिए अत्यधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। करियर के मामले में बुध कर्क राशि में वक्री होने के दौरान आपको नए अवसर नहीं मिल पाएंगे और आपको ऐसी यात्राएं अधिक करनी पड़ सकती हैं जिससे आपको कोई लाभ नहीं होगा। व्यापार में आपको मंदी देखनी पड़ सकती है। आप आध्यात्मिक कार्यों जैसे कि मानसिक दबाव को कम करने के लिए मेडिटेशन कर सकते हैं। वित्तीय स्तर पर आपको धन लाभ होने की उम्मीद है और आप पर्याप्त मात्रा में पैसों की बचत भी कर पाएंगे।
कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर
कर्क राशि
कर्क राशि में वक्री होने के दौरान बुध आपके पहले भाव में रहने वाले हैं। कर्क राशि के तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं। आपके लिए यह समयावधि थोड़ी मुश्किल रह सकती है। जिन जातकों को मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं हैं, उन्हें अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। आपको अपने निजी जीवन और करियर दोनों में ही कुछ समस्याएं देखनी पड़ सकती हैं। विदेशी नेटवर्क से मिलने वाले लाभ पर भी असर पड़ सकता है। इस समय आप सुख-सुविधाओं और वैभवपूर्ण चीज़ों का आनंद ले सकते हैं।
आप करियर में ज्यादा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे। आपको कार्यक्षेत्र में अधिक समस्याएं देखनी पड़ सकती हैं। फोकस और दूरदर्शिता की कमी के कारण आपको बिज़नेस में पैसों का नुकसान होने का डर है। ऐसे में फोकस बनाए रखना जरूरी है। यह समय धन के मामले में भारी पड़ सकता है, खासतौर पर आपको यात्रा के दौरान वित्तीय नुकसान होने की आशंका है।
सिंह राशि
बुध कर्क राशि में वक्री होने का सिंह राशि पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा। बुध आपके दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब वह आपके बारहवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं। बुध के वक्री होने के दौरान आपके खर्चों और व्यय में वृद्धि देखने को मिल सकती है।
आपके परिवार का कोई सदस्य विदेश जा सकता है। इस समयावधि में किसी मसले पर विवाद खड़ा हो सकता है इसलिए इस तरह की परिस्थिति से बचने की कोशिश करें। यदि आप विवाहित हैं, तो आपको अपनी संतान का सहयोग मिलेगा। आपको धन और मान-सम्मान मिलेगा। आपको काम के सिलसिले में लंबी दूरी की यात्रा पर जाना पड़ सकता है।
मकर राशि
बुध मकर राशि के छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं और अब वह इस राशि के सातवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं। इस समय आप प्रॉपर्टी से संबंधित कोई भी निर्णय न लें क्योंकि इससे मतभेद हो सकते हैं। अपनी सेहत का ख्याल रखें क्योंकि बुध के वक्री होने से आपका तनाव बढ़ सकता है।
नौकरीपेशा जातकों को इस दौरान अपने क्षेत्र में सफलता पाने में देरी हो सकती है। इस दौरान आपको किसी से बात करने या बहस करने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से आपकी प्रतिष्ठा को हानि होने का डर है। आप अपने जीवनसाथी से भी किसी भी बात या मसले पर बहस न करें। यदि आपकी शादीशुदा जिंदगी में तनाव चल रहा है, तो मामूली असहमति भी बड़ी बहस का रूप ले सकती है। आप अपने गुस्से को कंट्रोल करने की कोशिश करें।
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कुंभ राशि
कुंभ राशि के छठे भाव में बुध वक्री होने जा रहे हैं जो कि कानूनी झगड़े, शत्रुता और कर्ज का भाव है। कुंभ राशि के पांचवे और आठवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं। इस समय वित्तीय समस्याएं तनावपूर्ण हो सकती हैं।
आपके खर्चों में बढ़ोतरी होने की संभावना है। यदि कोई कानूनी मामला लंबित है, तो कोर्ट से फैसला आने में देरी हो सकती है। आपकी सेहत में गिरावट आ सकती है इसलिए आप अपने स्वास्थ्य का अधिक ध्यान रखें। प्रतियोगी परीक्षा में सफलता पाने के लिए छात्रों को अधिक प्रयास करने की जरूरत है। इस समय आपको अपने गुस्से पर काबू रखना चाहिए।
बुध कर्क राशि में वक्री: उपाय
- ओरल हाईजीन यानी मुंह की साफ-सफाई पर ध्यान देने से बुध मजबूत होता है।
- भगवान विष्णु की उपासना करने से बुध के नकारात्मक प्रभाव दूर हो सकते हैं।
- बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिए हर बुधवार को हवन करवाएं।
- प्रत्येक बुधवार को भगवान गणेश की पूजा करें।
- कुंडली में बुध को मजबूत करने के लिए समझदारी और अच्छे से बात करें।
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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तर. सूर्य और शुक्र ग्रह।
उत्तर. शनि ग्रह।
उत्तर. बुध ग्रह।